महागठबंधन में होगी वीआईपी की एंट्री? मुकेश सहनी की आरजेडी से 3 सीटों को लेकर चल रही बात h3>
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मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) बिहार के महागठबंधन में एक नए घटक दल के रूप में शामिल हो सकती है। राजनीतिक गलियारे से जो खबर सामने आ रही है उसके अनुसार मुकेश सहनी और आरजेडी के बीच तीन सीटों को लेकर बातचीत चल रही है। इस बीच आरजेडी के सूत्रों ने कहा है कि राजद और वीआईपी के बीच बातचीत चल रही है और जल्द ही कोई निर्णय लिया जाएगा। आरजेडी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा है कि अगर वीआईपी हमारे साथ आती है तो हम उसे सम्मानजनक संख्या में सीटें दे सकते हैं।
इस बीच पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देवज्योति ने कहा कि हमारी पार्टी लगातार दिल्ली और पश्चिम बंगाल की तहर बिहार, यूपी और झारखंड में निषादों को आरक्षण देने की मांग कर रही है। जो भी निषाद को आरक्षण देने की को स्वीकार करेगा हमारी पार्टी उसके साथ गठबंधन करने को तैयार है। जल्द ही सारी चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।
मुकेश सहनी और पशुपति पारस की महागठबंधन से बात नहीं बनी, VIP और RLJP बिगाड़ेंगे किसका खेल?
बता दें कि 2019 में भी मुकेश सहनी की पार्टी महागठबंधन में रहकर लोकसभा चुनाव लड़ी थी। उस वक्त वीआईपी ने मुजफ्फरपुर, खगड़िया और मधुबनी में अपने प्रत्याशी उतारे थे। खगड़िया से मुकेश सहनी खुद चुनाव लड़े थे। हालांकि, उस चुनाव में तीनों सीटों पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 2019 लोकसभा चुनाव में वीआईपी ने बिहार में राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन के घटक दल के रूप में तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था। हालांकि किसी भी सीट पर वीआईपी को जीत हासिल नहीं हुई थी। वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी खुद खगड़िया सीट से हार गए। मधुबनी और मुजफ्फरपुर में भी वीआईपी को हार का सामना करना पड़ा था।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार वीआईपी वैशाली, झंझारपुर और दरभंगा के साथ-साथ कुछ अन्य सीटों के लिए राजद के साथ बातचीत कर रही है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर महागठबंधन में भी सीट बंटवारे का ऐलान कर दिया गया है। आरजेडी 26 और कांग्रेस के खाते में 9 सीटें आईं हैं। वैशाली, झंझारपुर और वैशाली सीट राजद के पास है।
राजद के एक अन्य नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा है कि राजद को अपने कोटे से वीआईपी को सीटें देनी होंगी क्योंकि नौ सीटें कांग्रेस और पांच सीटें लेफ्ट पार्टियों को दी गई हैं। सीटों को लेकर कुछ समस्याएं हैं क्योंकि अधिकांश सीटों के उम्मीदवारों को राजद द्वारा टिकट देने का वादा किया गया है। संभव है कि राजद की ओर से वीआईपी को एक या दो सीटें दी जा सकती हैं।
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मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) बिहार के महागठबंधन में एक नए घटक दल के रूप में शामिल हो सकती है। राजनीतिक गलियारे से जो खबर सामने आ रही है उसके अनुसार मुकेश सहनी और आरजेडी के बीच तीन सीटों को लेकर बातचीत चल रही है। इस बीच आरजेडी के सूत्रों ने कहा है कि राजद और वीआईपी के बीच बातचीत चल रही है और जल्द ही कोई निर्णय लिया जाएगा। आरजेडी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा है कि अगर वीआईपी हमारे साथ आती है तो हम उसे सम्मानजनक संख्या में सीटें दे सकते हैं।
इस बीच पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देवज्योति ने कहा कि हमारी पार्टी लगातार दिल्ली और पश्चिम बंगाल की तहर बिहार, यूपी और झारखंड में निषादों को आरक्षण देने की मांग कर रही है। जो भी निषाद को आरक्षण देने की को स्वीकार करेगा हमारी पार्टी उसके साथ गठबंधन करने को तैयार है। जल्द ही सारी चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।
मुकेश सहनी और पशुपति पारस की महागठबंधन से बात नहीं बनी, VIP और RLJP बिगाड़ेंगे किसका खेल?
बता दें कि 2019 में भी मुकेश सहनी की पार्टी महागठबंधन में रहकर लोकसभा चुनाव लड़ी थी। उस वक्त वीआईपी ने मुजफ्फरपुर, खगड़िया और मधुबनी में अपने प्रत्याशी उतारे थे। खगड़िया से मुकेश सहनी खुद चुनाव लड़े थे। हालांकि, उस चुनाव में तीनों सीटों पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 2019 लोकसभा चुनाव में वीआईपी ने बिहार में राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन के घटक दल के रूप में तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था। हालांकि किसी भी सीट पर वीआईपी को जीत हासिल नहीं हुई थी। वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी खुद खगड़िया सीट से हार गए। मधुबनी और मुजफ्फरपुर में भी वीआईपी को हार का सामना करना पड़ा था।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार वीआईपी वैशाली, झंझारपुर और दरभंगा के साथ-साथ कुछ अन्य सीटों के लिए राजद के साथ बातचीत कर रही है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर महागठबंधन में भी सीट बंटवारे का ऐलान कर दिया गया है। आरजेडी 26 और कांग्रेस के खाते में 9 सीटें आईं हैं। वैशाली, झंझारपुर और वैशाली सीट राजद के पास है।
राजद के एक अन्य नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा है कि राजद को अपने कोटे से वीआईपी को सीटें देनी होंगी क्योंकि नौ सीटें कांग्रेस और पांच सीटें लेफ्ट पार्टियों को दी गई हैं। सीटों को लेकर कुछ समस्याएं हैं क्योंकि अधिकांश सीटों के उम्मीदवारों को राजद द्वारा टिकट देने का वादा किया गया है। संभव है कि राजद की ओर से वीआईपी को एक या दो सीटें दी जा सकती हैं।