Rajasthan News : राजस्थान में कांग्रेस इस बार सभी 25 सीटों पर नहीं लड़ेगी चुनाव, जानें इस वक्त की लेटेस्ट अपडेट | lok sabha election rajasthan congress sikar nagaur banswara seat sharing update | News 4 Social h3>
भाजपा के मिशन-25 को रोकने के लिए कांग्रेस पार्टी हर बार की तरह इस बार भी हर संभव प्रयासों में जुटी है। कांग्रेस इस बार कुछ सीटों पर अन्य राजनीतिक दलों से गठबंधन की राह पकड़े हुए हैं। कांग्रेस की रणनीति के मुताबिक़ सीकर की एक मात्र सीट पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के साथ गठबंधन को राज़ी हुई है। गौरतलब है कि माकपा कांग्रेस के साथ इंडिया गठबंधन का साथी है।
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सभी 25 सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार नहीं
माकपा से गठबंधन के बाद ये साफ़ हो गया है कि अब सीकर की सीट से कांग्रेस अपनी पार्टी का उम्मीदवार नहीं उतारेगी। इस सीट से माकपा का उम्मीदवार उतारा जाएगा जिसे जिताने के लिए कांग्रेस सपोर्ट करेगी। इससे ये भी साफ़ हो गया है कि कांग्रेस इस बार सभी 25 सीटों पर अपनी पार्टी का उम्मीदवार नहीं उतार रही है।
नागौर-बांसवाड़ा सीट पर सस्पेंस
सीकर में माकपा से गठबंधन को हरी झंडी मिलने के बाद अब सभी की नज़रें नागौर लोकसभा सीट पर टिकी हैं। दरअसल, कांग्रेस पार्टी नागौर सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से गठबंधन करना चाह रही है। बताया जा रहा है कि इस गठबंधन को लेकर आरएलपी के सर्वे-सर्वा व विधायक हनुमान बेनीवाल की कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से बातचीत चल रही है। यही कारण है कि नागौर सीट पर भी गठबंधन होने की प्रबल संभावनाएं हैं।
इसी तरह से बांसवाड़ा सीट पर भी कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर सस्पेंस है। यहां भी कांग्रेस क्षेत्रीय पार्टी के साथ गठबंधन करके समर्थित प्रत्याशी उतार सकती है।
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… तो 22 प्रत्याशियों के साथ उतरेंगे चुनाव में!
सीकर की तर्ज पर अगर नागौर और बांसवाड़ा सीट पर भी कांग्रेस का गठबंधन होता है, तो उसे इस कुल तीन सीटें अन्य दलों के लिए छोड़नी रहेगी। ऐसी परिस्थिति में कांग्रेस स्वयं की पार्टी के 22 उम्मीदवार ही चुनाव मैदान पर उतरेंगे।
गठबंधन से फूटने लगी नाराज़गी
सीकर सीट पर माकपा से गठबंधन को लेकर कांग्रेस में बवाल मचना शुरू हो गया है। खासतौर से इस सीट पर कांग्रेस के टिकट पर दावा जताने वाले नेताओं ने अपनी नाराज़गी बयां करना शुरू कर दिया है। इस सीट से टिकट से वंचित रहे कांग्रेस नेताओं का मानना है कि सीकर में कई प्रबल दावेदार होने के बावजूद भी इस सीट को माकपा के लिए छोड़ा गया है, जो सही नहीं है।
एक बयान कई मायने
राजस्थान यूथ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष और युवा कांग्रेस नेता सीताराम लांबा सीकर सीट से टिकट दावेदारी जता रहे थे। इसके लिए उन्होंने जयपुर से लेकर दिल्ली तक के बीच शीर्ष नेताओं तक लॉबिंग की। लेकिन अब टिकट से वंचित रहने पर उनकी नाराज़गी सामने आई है। उन्होंने खुलकर तो नहीं, पर इशारों में अपना विरोध दर्ज करवाया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर बिना किसी का नाम लिए उन्होंने लिखा, ”शेर की खाल ओढने से कोई शेर नहीं होता !” अब उनके इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
सेफ सीट कर दी ‘गिफ्ट’!
राजनीति के जानकारों का मानना है कि कांग्रेस पार्टी ने सीकर सीट पर माकपा से गठबंधन करके एक सीट गिफ्ट कर दी है। दरअसल, सीकर जिले से कांग्रेस पार्टी के पास विधानसभा की कुल 8 में से 5 सीटें हैं। ऐसे में इस सीट को कांग्रेस प्रत्याशी भी आसानी से निकाल सकता था, ऐसा अनुमान जताया जा रहा है।
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