खुद पता कर सकेंगे किस क्षेत्र में हो रही ज्यादा ग्रोथ, एआई से जानें जमीन कितनी महंगी h3>
भोपाल. राजधानी में हो रहे जमीनों, प्रॉपर्टी, फ्लैट के अच्छे सौदे पर अब ्रढ्ढ की नजर है। किस क्षेत्र में कहां कितनी ग्रोथ हो रही है, वर्तमान कलेक्टर गाइडलाइन से कितने अधिक पर रजिस्ट्री हो रही है, इसका उल्लेख संपदा टू पर उपलब्ध है। एक अप्रेल से लागू हो रही नई कलेक्टर गाइडलाइन में एप की मदद से कहीं भी खड़े होकर आप गाइडलाइन की दरों को देख सकते हैं। अभी सैकड़ों पन्ने पलटने के बाद गाइडलाइन देखने को मिलती है। वहीं छह लाख घरों की आईडी बनाकर इसमें फीड की गई है। जिसमें प्लॉट का साइज, कॉर्नर का है या कोई और लोकेशन सभी दर्ज है। ऐसे में विभाग की स्टांप चोरी भी रुकेगी। संपदा टू को जनता की सहूलियत के लिए और आसान बनाया गया है। इसमें किराएदारी अनुबंध, भूखंड और अन्य अचल संपत्ति पर लोन, कम वर्षों की लीज और लोन से संबंधित दस्तावेजों का पंजीयन घर बैठे हो जाएगा।
कितनी श्रेणियों के सौदे अपडेट कर रहा एआई
राजधानी में परी बाजार, आईएसबीटी और बैरसिया स्थिति एक सब रजिस्ट्रार की व्यवस्था है। इस तरह 13 सब रजिस्ट्रार एक दिन में 250 और 300 तक रजिस्ट्री करते हैं। इन दिनों मार्च माह चल रहा है, ऐसे में रजिस्ट्री की संख्या भी खासी बढ़ी हुई है। करीब 300 रजिस्ट्री तक आंकड़ा पहुंच रहा है। जो मार्च लास्ट तक और बढ़ सकता है। इस बार भी जिले में 3900 जमीनों की लोकेशनों में से 1443 पर जमीनों के रेट बढ़ाए जा रहे हैं। इसका असर रजिस्ट्रियों पर पड़ रहा है, संख्या लगातार बढ़ रही है।
कौन सी प्रॉपर्टी का सौदा, होगी जियो टैङ्क्षगग
संपदा टू के एप पर ही अब प्रॉपर्टी खरीदते और बेचते समय उसकी जियो टैङ्क्षगग भी करनी होगी। इसके लिए मौके पर जाकर फोटो खींचनी होगी। ये काम सर्विस प्रोवाइडर और खुद भी कर सकते हैं। जरूरत पर सब रजिस्ट्रार इसकी जांच करेेगा। इससे प्रॉपर्टी खरीद फरोख्त में पारदर्शिता देखने को मिलेगी।
सर्विस प्रोवाइडर खींच सकेगा फोटो
ये वर्तमान कलेक्टर गाइडलाइन से ज्यादा पर हैं: 100 फीसदी, 50 फीसदी, 40 फीसदी, 30 फीसदी, 20 फीसदी और 10 फीसदी के सौदे साइट पर अलग-अलग रंग के गोल ङ्क्षबदुओं की मदद से देखे जा सकते हैं। इससे आम आदमी भी किस क्षेत्र में कितनी ग्रोथ है, उसे पता कर सकेगा। इसमें प्रॉपर्टी टाइप भी दिया है।
बैंक संबंधी काम भी होंगे एप पर
संपदा 2.0 से जनता को और सुविधा दी जा रही है। वे इसमें किराया एग्रीमेंट, लीज, कर्ज से संबंधित दस्तावेज, बैंक से संबंधित दस्तावेज, प्लॉट एवं संपत्ति और चल संपत्ति पर लोन के दस्तावेजों का रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। इसके लिए पंजीयन कार्यालय आने की जरूरत नहीं होगी। खुद भी इस काम को कर सकेंगे।
इनका कहना है
संपदा टू वर्जन में कई नए फीचर दिए गए हैं। जनता घर बैठे भी काफी काम कर सकती है। सबसे बड़ा लाभ एप की मदद से कलेक्टर गाइडलाइन के रेट कहीं भी किसी भी लोकेशन पर खड़े होकर देख सकते हैं। प्रॉपर्टी बेचते या खरीदते समय उसकी फोटो खींचकर जियो टैङ्क्षगग भी करनी होगी।
स्वप्नेश शर्मा, वरिष्ठ जिला पंजीयक, संपदा प्रभारी