Yogi Cabinet Expansion: सपा नेता अनिल कुमार को योगी ने मंत्री बना अखिलेश को चौकाया, सपा के दलित वोट पर बीजेपी की नजर | Yogi Cabinet Expansion RLD MLA Anil Kumar took oath as minister BJP played Dalit card in West UP | News 4 Social h3>
आरएलडी विधायक अनिल कुमार (RLD MLA Anil Kumar) ने दलित समाज से आते हैं। बीजेपी ने योगी मंत्रिमंडल में अनिल कुमार को मंत्री बनाकर वेस्ट यूपी में दलित कार्ड खेला है। इससे लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024 )में आरएलडी (RLD) और बीजेपी (BJP) को फायदा होता दिखेगा। जब से रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह (Jayant Chaudhary) ने इंडिया गठबंधन से नाता तोड़कर एनडीए (NDA) में शामिल हो गए हैं, तब से उन्हें तोहफे पर तोहफे मिल रहे हैं।
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भाजपा और रालोद के गठबंधन से बदला समीकरण
बीजेपी (BJP) और आरएलडी (RLD) के बीच गठबंधन होने से वेस्ट यूपी में चुनावी समीकरण ही बदल गए हैं। एनडीए में शामिल होने के बाद से ही रालोद को बारी- बारी से तोहफे पर तोहफे मिल रहे हैं। जहां मोदी सरकार ने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देकर पूरे चौधरी परिवार को खुश किया था। इतना ही बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए जाटों को साधने की पूरी रणनीति तैयार कर ली है। वहीं, जयंत चौधरी ने पीएम मोदी के 400 पार के सपने को साकार करने का इरादा ठान लिया है।
कौन हैं आरएलडी विधायक अनिल कुमार?
आरएलडी कोटे से बने मंत्री अनिल कुमार (Anil Kumar) का राजनीति सफर ननिहाल के गांव कसियारा से शुरू हुआ। अनिल कुमार के मामा जसवीर सिंह (Jasveer Singh) गांव के प्रधान और रोहाना गन्ना समिति के चेयरमैन रहे। दो दशक पहले यहीं से अनिल कुमार ने बसपा (BSP) से अपनी राजनीति की शुरुआत की। साल 2007 में चरथावल विधानसभा से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े। अनिल कुमार ने भाजपा के रामपाल सिंह (Ram Pal Singh) को 1, 873 वोटों से हराकर पहली बार विधानसभा पहुंचे।
दूसरी बार 8,908 वोटों से जीते अनिल कुमार
साल 2012 में परिसीमन के बाद सुरक्षित सीट पुरकाजी (Purquazi) बनाई गई। इसके बाद यहां से अनिल कुमार बसपा के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे। अनिल कुमार 53, 491 वोट हासिल कर कांग्रेस के पूर्व मंत्री दीपक कुमार को 8,908 वोटों से हराया। वहीं, सपा प्रत्याशी उमा किरण तीसरे और भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्राची आर्या (Sadhvi Prachi) चौथे नंबर पर रही।
मुजफ्फरनगर दंगे के बाद साल 2017 में तीसरी बार अनिल कुमार बसपा के टिकट पर ही मैदान मे उतरे। लेकिन भाजपा के प्रमोद ऊटवाल (Pramod Utwal) से हार का सामना करना पड़ा। जबकि, दूसरे स्थान पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री दीपक कुमार (Deepak Kumar) और तीसरे स्थान पर अनिल कुमार रहे।
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2022 विधानसभा चुनाव में बसपा छोड़कर सपा में चले गए अनिल कुमार
2022 के विधानसभा चुनाव से पहले अनिल कुमार बसपा छोड़कर सपा का दामन थाम लिया। गठबंधन में पुरकाजी सुरक्षित सीट रालोद के हिस्से में चली गई। इसके चलते अनिल कुमार रालोद के सिंबल पर चुनाव लड़े और भाजपा के प्रमोद ऊटवाल को हरा दिया। रालोद और बीजेपी का गठबंधन के चलते मंगलवार को अनिल कुमार योगी कैबिनेट में मंत्री बन गए हैं।
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आरएलडी विधायक अनिल कुमार (RLD MLA Anil Kumar) ने दलित समाज से आते हैं। बीजेपी ने योगी मंत्रिमंडल में अनिल कुमार को मंत्री बनाकर वेस्ट यूपी में दलित कार्ड खेला है। इससे लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024 )में आरएलडी (RLD) और बीजेपी (BJP) को फायदा होता दिखेगा। जब से रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह (Jayant Chaudhary) ने इंडिया गठबंधन से नाता तोड़कर एनडीए (NDA) में शामिल हो गए हैं, तब से उन्हें तोहफे पर तोहफे मिल रहे हैं।
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कौन हैं आरएलडी विधायक अनिल कुमार?
आरएलडी कोटे से बने मंत्री अनिल कुमार (Anil Kumar) का राजनीति सफर ननिहाल के गांव कसियारा से शुरू हुआ। अनिल कुमार के मामा जसवीर सिंह (Jasveer Singh) गांव के प्रधान और रोहाना गन्ना समिति के चेयरमैन रहे। दो दशक पहले यहीं से अनिल कुमार ने बसपा (BSP) से अपनी राजनीति की शुरुआत की। साल 2007 में चरथावल विधानसभा से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े। अनिल कुमार ने भाजपा के रामपाल सिंह (Ram Pal Singh) को 1, 873 वोटों से हराकर पहली बार विधानसभा पहुंचे।
दूसरी बार 8,908 वोटों से जीते अनिल कुमार
साल 2012 में परिसीमन के बाद सुरक्षित सीट पुरकाजी (Purquazi) बनाई गई। इसके बाद यहां से अनिल कुमार बसपा के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे। अनिल कुमार 53, 491 वोट हासिल कर कांग्रेस के पूर्व मंत्री दीपक कुमार को 8,908 वोटों से हराया। वहीं, सपा प्रत्याशी उमा किरण तीसरे और भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्राची आर्या (Sadhvi Prachi) चौथे नंबर पर रही।
मुजफ्फरनगर दंगे के बाद साल 2017 में तीसरी बार अनिल कुमार बसपा के टिकट पर ही मैदान मे उतरे। लेकिन भाजपा के प्रमोद ऊटवाल (Pramod Utwal) से हार का सामना करना पड़ा। जबकि, दूसरे स्थान पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री दीपक कुमार (Deepak Kumar) और तीसरे स्थान पर अनिल कुमार रहे।
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