पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में आसमां से बरसेंगे रत्न, होगी हेलीकॉप्टर से रत्न और पुष्पवर्षा | Gems will rain from the sky in Panchkalyanak Pratishtha Mahotsav, gems and flowers will be showered by helicopter | News 4 Social

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पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में आसमां से बरसेंगे रत्न, होगी हेलीकॉप्टर से रत्न और पुष्पवर्षा | Gems will rain from the sky in Panchkalyanak Pratishtha Mahotsav, gems and flowers will be showered by helicopter | News 4 Social

पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में आसमां से बरसेंगे रत्न, होगी हेलीकॉप्टर से रत्न और पुष्पवर्षा | Gems will rain from the sky in Panchkalyanak Pratishtha Mahotsav, gems and flowers will be showered by helicopter | News 4 Social

महोत्सव का शुभारंभ 28 फरवरी काे गर्भकल्याण्क पूर्वाद्ध की क्रियाओं से होगा। इस मौके पर सुबह छह बजे जिनेन्द्र दर्श, प्रार्थना, शांति जाप्य व गुरुदेव आज्ञा से होगा। इसके बाद जलाभिषेक व शांतिधारा,जल पूजन,घटयात्रा के बाद महाध्वज स्थापना के रूप में ध्वजारोहण बाबा ज्ञानचंद,अशोक- मधु जैन,राकेश-दया जैन करेंगे। दोपहर में यागमंडल, जाप्यादि के कलशों की स्थापना रात में गर्भकल्याणक के पूर्व दृश्य,सौधर्म इन्द्र की सभा, तीर्थंकर माता के 16 स्वप्न आदि क्रियाएं दिखाई जाएगी।

महोत्सव के मुख्य संयाेजक विकास बड़जात्या ने बताया कि महोत्सव के दूसरे दिन 29 फरवरी को गर्भ कल्याणक उत्तरार्ध की क्रियाएं की जाएगी,जिसके तहत तीर्थंकर माता का जागरण,वेदी शुद्धि के लिए 81 कलश सहित शोभायात्रा,शांतिनाथ महामंडल विधान पूजा दोपहर में गोद भराई,गर्भ कल्याणक के उत्तर रूप दृश्य,महाराजा विश्वसेन का दरबार महारानी की सेवार्थ 56 कुमारिको का आगमन व सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत मैजिक मिस्टिशया की विशेष प्रस्तुति केरल के मैजिशियन विलशन देंगे। उन्होंने बताया कि महोेत्सव के तहत एक मार्च को जन्मककल्याण्क महोत्सव मनाया जाएगा। हेलीकॉप्टर से प्रथम पुष्पवृष्टि समाजश्रेष्ठी परमानंद, मुकेश कुमार,विशाल कुमार,बबली, मनिक जैन कामा करेंगे। पांडुकशिला पर श्रीजी का जलाभिषेक ,मंडप में प्रभु का आगम,श्रंगार,नामकरण,इन्द्र द्वारा तांडव नृत्य,आचार्य श्री द्वारा 10 जन्म अतिशय स्थापना व संस्कार,तीर्थंकर बालक का पालना,बाल क्रीड़ा व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रोचक प्रस्तुति दी जाएगी।

यह होंगे कार्रूक्रम
महोत्सव के संयोजक प्रवीण बड़जात्या ने बताया कि महोत्सव के तहत दो मार्च को तप कल्याणक मनाया जाएगा,जिसके तहत सुबह जन्मकल्याणक पूजा व दोपहर में राजकुमार शांतिनाथ का विवाह, महाराजा विश्वसेन का दरबार,32 राजाओं का आगमन,चक्रवर्ती दिग्विजय यात्रा,वैराग्य प्रसंग व भगवान की दीक्षा विधि व साम को सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत विक्की डी पारेख ज्येष्ठ पुत्र का राज्याभिषेक का मंचन होगा। महोत्सव के तहत तीन मार्च को को सुबह ज्ञान कन्याणक मनाया जाएगा,जिसके तहत सुबह दीक्षा कल्याणक पूजा, आहारचर्या सहित अन्य कि्रयाएं सम्पन्न होगी। दोपहर में ज्ञानकल्याणक की आंतरिक क्रियाएं, समाेशरण की रचना,गणधर स्थापना,दिव्य देशना व साम को कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। महोत्सव के अंतिम दिन मोक्ष कल्याणक के तहत सुबह ज्ञानकल्याण्क पूजा,विश्वशांति महायज्ञ,श्रीमंडप से मंदिर तक शोभायात्रा,जिनालय पट्टादघाटन,श्रीजी को वेदियों में विराजमान कर शिखर पर नवीन ध्वज की स्थापना की जाएगा।उन्होंने बताया कि इसके बाद गुरु मंदिर उद्घाटन, गुरुबिंब स्थापना, गुरु शिखर पर कलशारोहण,प्रतिष्ठा ध्वर अवरोहण व क्षमायाचना के साथ महोत्सव का समापन होगा।

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