निजी मसले हमेशा क्रिकेट से…विराट कोहली के इंग्लैंड टेस्ट सीरीज नहीं खेलने पर स्टुअर्ट ब्रॉड का बड़ा बयान h3>
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इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड का मानना है कि विराट कोहली का टेस्ट सीरीज में नहीं होना इस सीरीज और खेल के लिए अच्छा नहीं है लेकिन उनकी गैर मौजूदगी में इंग्लैंड के पास भारत को हराने का सुनहरा मौका है। विराट निजी कारणों से सीरीज से बाहर है जबकि भारत ने दूसरा टेस्ट जीतकर पांच मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली है। ब्रॉड ने भाषा को दिए इंटरव्यू में कहा, ”विराट किसी भी स्पर्धा को अपने जनून, आक्रामकता और बेहतरीन खेल से शानदार बना देते हैं। दर्शक उनका खेल देखने को आतुर रहते हैं। लेकिन निजी मसले हमेशा क्रिकेट से जुड़े मसलों से बड़े होते हैं।”
उनका मानना है कि विराट की गैर मौजूदगी युवा खिलाड़ियों के लिए अपनी उपयोगिता साबित करने का सुनहरा मौका होगी। इंग्लैंड के लिए 167 टेस्ट में 604 विकेट ले चुके इस गेंदबाज ने कहा, ”जब महान खिलाड़ी नहीं खेलते हैं तो युवाओं के लिए भी यह खुद को साबित करने का मौका होता है। हमने पिछले टेस्ट में देखा कि यशस्वी जायसवाल ने कैसे दोहरा शतक जड़ा। अगले तीन मैचों में कोई और खिलाड़ी भारत के लिए चमकेगा और हो सकता है कि वह इस लायक हो जाए कि जब विराट खेल को अलविदा कहें तो उनकी जगह ले सके।”
ब्रॉड का मानना है कि भारत और इंग्लैंड के बीच यह सबसे प्रतिस्पर्धी सीरीज में से है और अगले तीन टेस्ट में इंग्लैंड के पास अच्छा मौका है। उन्होंने कहा, ”विराट के नहीं होने से बहुत कुछ बाकी खिलाड़ियों की फिटनेस पर निर्भर करेगा। विराट और इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों खासकर जिम्मी एंडरसन के बीच प्रतिद्वंद्विता काफी मशहूर रही है। यह क्रिकेट और इस श्रृंखला के लिये शर्मनाक है कि विराट नहीं खेल रहे हैं।” उन्होंने कहा, ”भारत ने पिछला टेस्ट जीता लेकिन इंग्लैंड की बैजबॉल शैली भारत में प्रभावी रही है। भारतीय खिलाड़ियों की फिटनेस और मौका भुनाने की इंग्लैंड की क्षमता पर अगले तीन मैच निर्भर करेंगे।”
उन्होंने नई गेंद के अपने साथी रहे जेम्स एंडरसन के प्रदर्शन पर खुशी जताते हुए कहा, ”हमने दूसरे टेस्ट में देखा कि तेज गेंदबाजों की भूमिका अहम रही है। जसप्रीत बुमराह ने भारत को मैच जिताया और जिम्मी ने उम्दा गेंदबाजी की। सभी को लगा था कि पिच स्पिन लेगी लेकिन तेज गेंदबाजों को अधिक सफलता मिली। शायद सुबह की नमी की वजह से।” उन्हें नहीं लगता कि टी20 क्रिकेट के इस दौर में वह और एंडरसन तेज गेदंबाजी में आखिरी महान टेस्ट जोड़ी थी।
उन्होंने कहा, ”मुझे नहीं लगता कि हमारी जोड़ी आखिरी था लेकिन हम दोनों के लंबे कैरियर की वजह से हमने मिलकर जितने विकेट लिए हैं, उससे आगे निकलना मुश्किल होगा। लेकिन मेरा मानना है कि फिर से क्रिकेट को ऐसी कोई शानदार जोड़ी अगले कुछ साल में जरूरी मिलेगी । जसप्रीत बंमराह टेस्ट क्रिकेट में बहुत ही परिपक्व गेंदबाज हैं ।” ब्रॉड ने कहा, ”मैं तेज गेंदबाजी की जोड़ियों को देखकर बड़ा हुआ हूं। कर्टनी वॉल्श और कर्टले एम्बरोज हों, वकार युनूस और वसीम अकरम या डेरेन गाफ और एंडी कैडिक हों। ऐसी ही एक जोड़ी जल्दी ही निकलेगी।” उनका मानना है कि टेस्ट क्रिकेट के लिये ऐसी विंडो बन सकती है जिसमें सभी देश एक समय पर टेस्ट खेलें।
उन्होंने कहा, ”टेस्ट क्रिकेट की बात ही अलग है। हैदराबाद में भारत और इंग्लैड के बीच पहला टेस्ट हो या गाबा पर वेस्टइंडीज की ऑस्ट्रेलिया पर जीत। दोनों शानदार मैच थे। मुझे लगता है कि टी20 क्रिकेट के दौर में टेस्ट क्रिकेट के लिए विंडो बन सकती है जब सभी टीमें एक समय पर खेलें। बच्चे इस पर बात करें और हाइलाइट देखें।” अपने करियर में आईपीएल नहीं खेल सके ब्रॉड बतौर कमेंटेटर पहली बार लीग के दौरान यहां होंगे। उन्होंने कहा, ”हर क्रिकेटर वानखेड़े स्टेडियम पर मुंबई इंडियंस को खेलते देखना चाहता है और मेरे लिए भी यह पहला अनुभव होगा जब मीडिया काम के सिलसिले में आईपीएल के दौरान मैं भारत में रहूंगा।”
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इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड का मानना है कि विराट कोहली का टेस्ट सीरीज में नहीं होना इस सीरीज और खेल के लिए अच्छा नहीं है लेकिन उनकी गैर मौजूदगी में इंग्लैंड के पास भारत को हराने का सुनहरा मौका है। विराट निजी कारणों से सीरीज से बाहर है जबकि भारत ने दूसरा टेस्ट जीतकर पांच मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली है। ब्रॉड ने भाषा को दिए इंटरव्यू में कहा, ”विराट किसी भी स्पर्धा को अपने जनून, आक्रामकता और बेहतरीन खेल से शानदार बना देते हैं। दर्शक उनका खेल देखने को आतुर रहते हैं। लेकिन निजी मसले हमेशा क्रिकेट से जुड़े मसलों से बड़े होते हैं।”
उनका मानना है कि विराट की गैर मौजूदगी युवा खिलाड़ियों के लिए अपनी उपयोगिता साबित करने का सुनहरा मौका होगी। इंग्लैंड के लिए 167 टेस्ट में 604 विकेट ले चुके इस गेंदबाज ने कहा, ”जब महान खिलाड़ी नहीं खेलते हैं तो युवाओं के लिए भी यह खुद को साबित करने का मौका होता है। हमने पिछले टेस्ट में देखा कि यशस्वी जायसवाल ने कैसे दोहरा शतक जड़ा। अगले तीन मैचों में कोई और खिलाड़ी भारत के लिए चमकेगा और हो सकता है कि वह इस लायक हो जाए कि जब विराट खेल को अलविदा कहें तो उनकी जगह ले सके।”
ब्रॉड का मानना है कि भारत और इंग्लैंड के बीच यह सबसे प्रतिस्पर्धी सीरीज में से है और अगले तीन टेस्ट में इंग्लैंड के पास अच्छा मौका है। उन्होंने कहा, ”विराट के नहीं होने से बहुत कुछ बाकी खिलाड़ियों की फिटनेस पर निर्भर करेगा। विराट और इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों खासकर जिम्मी एंडरसन के बीच प्रतिद्वंद्विता काफी मशहूर रही है। यह क्रिकेट और इस श्रृंखला के लिये शर्मनाक है कि विराट नहीं खेल रहे हैं।” उन्होंने कहा, ”भारत ने पिछला टेस्ट जीता लेकिन इंग्लैंड की बैजबॉल शैली भारत में प्रभावी रही है। भारतीय खिलाड़ियों की फिटनेस और मौका भुनाने की इंग्लैंड की क्षमता पर अगले तीन मैच निर्भर करेंगे।”
उन्होंने नई गेंद के अपने साथी रहे जेम्स एंडरसन के प्रदर्शन पर खुशी जताते हुए कहा, ”हमने दूसरे टेस्ट में देखा कि तेज गेंदबाजों की भूमिका अहम रही है। जसप्रीत बुमराह ने भारत को मैच जिताया और जिम्मी ने उम्दा गेंदबाजी की। सभी को लगा था कि पिच स्पिन लेगी लेकिन तेज गेंदबाजों को अधिक सफलता मिली। शायद सुबह की नमी की वजह से।” उन्हें नहीं लगता कि टी20 क्रिकेट के इस दौर में वह और एंडरसन तेज गेदंबाजी में आखिरी महान टेस्ट जोड़ी थी।
उन्होंने कहा, ”मुझे नहीं लगता कि हमारी जोड़ी आखिरी था लेकिन हम दोनों के लंबे कैरियर की वजह से हमने मिलकर जितने विकेट लिए हैं, उससे आगे निकलना मुश्किल होगा। लेकिन मेरा मानना है कि फिर से क्रिकेट को ऐसी कोई शानदार जोड़ी अगले कुछ साल में जरूरी मिलेगी । जसप्रीत बंमराह टेस्ट क्रिकेट में बहुत ही परिपक्व गेंदबाज हैं ।” ब्रॉड ने कहा, ”मैं तेज गेंदबाजी की जोड़ियों को देखकर बड़ा हुआ हूं। कर्टनी वॉल्श और कर्टले एम्बरोज हों, वकार युनूस और वसीम अकरम या डेरेन गाफ और एंडी कैडिक हों। ऐसी ही एक जोड़ी जल्दी ही निकलेगी।” उनका मानना है कि टेस्ट क्रिकेट के लिये ऐसी विंडो बन सकती है जिसमें सभी देश एक समय पर टेस्ट खेलें।
उन्होंने कहा, ”टेस्ट क्रिकेट की बात ही अलग है। हैदराबाद में भारत और इंग्लैड के बीच पहला टेस्ट हो या गाबा पर वेस्टइंडीज की ऑस्ट्रेलिया पर जीत। दोनों शानदार मैच थे। मुझे लगता है कि टी20 क्रिकेट के दौर में टेस्ट क्रिकेट के लिए विंडो बन सकती है जब सभी टीमें एक समय पर खेलें। बच्चे इस पर बात करें और हाइलाइट देखें।” अपने करियर में आईपीएल नहीं खेल सके ब्रॉड बतौर कमेंटेटर पहली बार लीग के दौरान यहां होंगे। उन्होंने कहा, ”हर क्रिकेटर वानखेड़े स्टेडियम पर मुंबई इंडियंस को खेलते देखना चाहता है और मेरे लिए भी यह पहला अनुभव होगा जब मीडिया काम के सिलसिले में आईपीएल के दौरान मैं भारत में रहूंगा।”