जब मिलता है संयुक्त परिवार का साथ, तो हर मुश्किल हो जाती है आसान | When you have family support, every difficulty becomes easy | News 4 Social

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जब मिलता है संयुक्त परिवार का साथ, तो हर मुश्किल हो जाती है आसान | When you have family support, every difficulty becomes easy | News 4 Social


जब मिलता है संयुक्त परिवार का साथ, तो हर मुश्किल हो जाती है आसान | When you have family support, every difficulty becomes easy | News 4 Social

सतना । व्यक्ति, परिवार की एक इकाई होता है और परिवारों के समूह से समाज बनता है। परिवारों की जैसी बुनियाद होगी, समाज भी वैसा ही होगा। इस लिए कहते हैं कि समाज की खुशहाली परिवारों के रास्ते हो कर आती है। आज के दौर में परिवारों का विघटन हो रहा है। लोग संयुक्त होने की जगह अपने आप को ज्यादा महत्व देने लगे हैं लेकिन संयुक्त रूप से परिवार के रूप में रहने पर एक अलग ताकत मिलती है। पन्नीलाल चौक निवासी अलका जैन ने पत्रिका से शेयर की अपने संयुक्त परिवार की कहानी।

हमारे संस्कार हमारी संस्कृति है
अलका जैन ने बताया संयुक्त परिवार जो कि अब कम देखने में मिलते हैं बहुत से लोगों का मानना है कि बड़ा परिवार यानी बहुत काम होता है आज के लोगों की सोच है कि अपनी बेटी की शादी छोटा परिवार में की जाए बड़े परिवार में होगी तो ज्यादा काम करना होगा परंतु यह सोच गलत है मेरी भी शादी एक बड़े परिवार में हुई और मैं बहुत खुश हूं ।

दादा ने दी संयुक्त रहने की सीख,
बडे परिवार में यदि सामंजस अच्छा हो तो मेलजोल से प्रेम और सद्भाव से सारे कार्य शीघ्र ही यथा संभव अच्छे से पूर्ण होते हैं ऐसी ही एक मिसाल हमारे परिवार पानी लाल चौक में स्थित जैन परिवार जो की अशोक टॉकीज बिल्डिंग में रहता है । दादा फूलचंद के सात बेटे है उनके बेटे और बहू एवं नाती पोतों के साथ एक ही परिवार के 35 लोग एक साथ रहते हैं। वर्तमान में घर के मुखिया अजीत कुमार जैन है । हमारे घर में 1 साल की बच्चों से लेकर 81 साल तक के बुजुर्ग हैं। घर में प्रेम एवं सामंजस्य के साथ सभी एक दूसरे के लिए समर्पण की भावना रखते हुए तत्परता से सुख दुख के साथी हैं। हमारे परिवार का एक ही मूल मंत्र है शांति एवं एकता जो कि हम सब की ताकत है। हमारे संस्कार हमारी संस्कृति है। हम सभी ने लॉकडाउन में भी बहुत इंजॉय किया। सारे त्यौहार बहुत अच्छे से परिवार के साथ मनाते जाते हैं। कोई भी समस्या हो या निर्णय लेना हो। सब मिलकर एक साथ फैसला लेते है।

आर्थिक रूप से भी मजबूत रहता है संयुक्त परिवार
संयुक्त परिवार में किसी भी काम या अन्य कोई भी बोझ किसी एक पर नहीं पड़ता है वहीं एकल परिवार में अकेले व्यक्ति पर ही सारा बोझ आता है। वहीं संयुक्त परिवार में रहने से आर्थिक रूप से भी मजबूत रहते हैं। अलग होते समाज में परिवार के महत्व को जो समझता है, उनकी जिंदगी में परिवार के साथ से हर मुश्किल आसान हो जाती है। हमारा परिवार भी इसलिए सुखी और खुशहाल है, क्योंकि हम साथ है।

– सेजल कनौजिया