सम्भाल कर रखें दिल, रात 1 से सुबह 5 बजे तक ज्यादा आ रहे हार्ट अटैक | Take care your heart, more attacks occurring from 1 am to 5 am | News 4 Social h3>
सुपरस्पेश्यिलिटी अस्पताल
कार्डियक वेस्कुलर सर्जरी विभाग
-8-10 बायपास सर्जरी हो रही हैं हर माह
-20 के लगभग मरीज आते हैं ओपीडी में रोजाना
-5 स्पेशलिस्ट हैं विभाग में
कॉर्डियोलॉजी विभाग
-200 से ज्यादा मरीज आते हैं औसतन ओपीडी में
-10-12 एडमिशन होते हैं सामान्य दिनों में
-20-25 एडमिशन हो रहे हैं रोज
जबलपुर। ठंड में रक्त वाहनियां सिकुड़ रहीं हैं। साथ ही कम पानी पीना लोगों की समस्या बढ़ा रहा है। रात में नींद के दौरान कई बार ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। ब्लड क्लाॅटिंग होने के कारण हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार डायबिटीज, बीपी या अन्य बीमारियों के हाई रिस्क मरीजों को डिहाइड्रेशन के कारण हार्ट से संबंधित खतरा सबसे ज्यादा रहता है। अस्पतालों में रात में 1 से सुबह 5 बजे के बीच हार्ट अटैक के सर्वाधिक मामले आ रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार लोगों को ज्यादा सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
मेडिकल अस्पताल से लेकर जिला अस्पताल व नगर के अन्य अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार ठंड में रक्त वहनियां पहले से सिकुड़ जाती हैं, ऊपर से पानी कम पीना, किसी प्रकार की शारीरिक गतिविधि नहीं होने जैसी िस्थति भी लोगों में बीपी बढ़ने का कारण बन रही है। इसके साथ ही डायबिटीज, थायराइड से लेकर अन्य बीमारियों से पीडि़त मरीज, ऐसे मरीज जिनका बेड कोलेस्ट्रॉल, ट्राई ग्लिसराइड बढ़ा रहता है उन्हें भी सेहत व डाइट को लेकर ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है।
लक्षण पहचानें
विशेषज्ञों का कहना है कि हृदय की धड़कन तेज होने, अचानक बीपी बढ़ने या कम होने, जबड़े में दर्द, बांये हाथ या सीने में बायीं ओर कमर में अचानक तेज दर्द उठने जैसे लक्षणों को नजरंदाज न करें। इसके साथ ही व्यक्ति को घबराहट, सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण होते हैं तो अविलंब जांच कराएं।
ये सावधानी बरतें
-सुबह व रात में सोते समय गुनगुना पानी पीएं
-सोकर सुबह झटके से न उठें
-सुबह दौड़ने से पहले कुछ देर पैदल जरूर चलें
-व्यायाम से पहले वार्मअप जरूर करें
-तापमान का संतुलन बनाकर रखें, ठंडे से अचानक गर्म में या गर्म से ठंडे में न जाएं
-ज्यादा ठंडे पानी से नहाएं
-गर्म पानी से नहाने के बाद हवा में न जाएं
-नहाते समय सीधे सिर पर पानी न डालें
-दवाइयां समय पर लें
-खून को पतला रखने वाले अदरक, दालचीनी को डाइट में शामिल करें
-ठंडी हवा के सीधे संपर्क से बचें
देर रात और सुबह हार्ट अटैक या ब्रेन स्ट्रोक का कारण नींद के दौरान या अचानक सोकर उठने पर बीपी का बढ़ जाना, प्लेटलेट्स का स्टिकी हो जाना बड़ा कारण है। बचाव के लिए दवाइयां समय पर लेने के साथ पर्याप्त पानी जरूर पीएं।
डॉ.आरएस शर्मा, कॉर्डियोलॉजिस्ट
रात में 1 से 4 बजे के बीच हार्ट अटैक के मामले बड़ी संख्या में आ रहे हैं। इसे देखते हुए बुजुर्गों, हाई रिस्क मरीजों को अपनी दवाइयां समय पर लेने के साथ ही ठंड से बचाव के लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
डॉ. मनीष मिश्रा, सिविल सर्जन