#JayaKishori श्रीराम के अवतार का बताया राज, जानिए खुश रहने के जया किशोरी के टिप्स | Jaya Kishori tips to stay happy | News 4 Social h3>
इंदौर में कथा वाचक जया किशोरी ने हजारों श्रद्धालुओं को भगवान राम के जीवन का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि वनवास ने राजकुमार राम को मर्यादा पुरुषोत्तम राम बना दिया। रोबोट चौराहे पर गीता रामेश्वरम ट्रस्ट के आयोजन में जया किशोरी ने भगवान राम के जीवन के संदेश का श्रवण कराया।
ऊर्जा देने वाला संगीत सुनना चाहिए- जया ने कहा कि कहीं कोई रिश्ता टूट गया या कोई धोखा मिला हो ऐसे में ऊर्जा देने वाला संगीत सुनना चाहिए, लेकिन आप दुखभरे गाने सुनकर खुद को और दुखी कर लेते हैं। भगवान की लीलाएं हमें सिखाती हैं कि दुख में सुखी कैसे रहना है।
दुनिया में खुशी मिलती नहीं है, खुद खुश रहना पड़ता है
जया किशोरी ने संवाद करते हुए कहा कि भगवान राम ने अवतार इसलिए लिया था, ताकि वह आम आदमी को बता सकें कि किस तरह का आचरण कर इंसान से भगवान बना जा सकता है। इस दुनिया में खुशी मिलती नहीं है, खुश खुद रहना पड़ता है। नजरिया बदलो तो नजारे अपने आप बदल जाते हैं। एक जैसी स्थिति जब सकारात्मक व्यक्ति को मिलती है, तो वह और ज्यादा सकारात्मक हो जाता है। जब नकारात्मक मिलती है, तो बिखर जाता है। ऐसे में गलती परिस्थिति की नहीं हमारी सोच की है। रोने से स्थिति बदले तो जीवन भर रोते रहिए। मनुष्य को परेशान रहने में मजा आने लगा है।
लोगों को खुश रहने के दिए 10 मूल मंत्र
राम से एक रात पहले छिना सब कुछ
विपरीत परिस्थिति में ही मनुष्य का असली स्वभाव सामने आता है। प्रभु राम राजा बनने वाले थे। उसके एक रात पहले जो मिलने वाला था, वह तो नहीं मिला, लेकिन जो था वह भी छिन गया। जब वे अपनी माता से मिलने जाते हैं तो कोई शिकायत नहीं करते हैं बल्कि कहते हैं कि मुझे वन का राज्य दिया गया है। इसे कहते हैं सकारात्मकता।
आज जो हमें नहीं मिला उसके लिए भगवान पर दोषारोपण करते हैं, लेकिन जो दिया उसके बारे में बात नहीं करते हैं।
वनवास के पहले वे राजकुमार राम थे और वनवास के बाद मर्यादा पुरुषोत्तम राम बने।
जब विपरीत परिस्थिति आए तो भगवान को कोसने की वजह उनको ज्यादा याद करना।
जीवन में असली शिक्षा विपरीत परिस्थितियों से मिलती है, सफलता से नहीं। सफलता तो दिमाग खराब कर देती है। सफल होना मुश्किल नहीं है, सफल रहना मुश्किल है।
पांडव ने वनवास के दौरान ली हुई सीख से ही युद्ध जीता था। भगवान कृष्ण चाहते तो उन्हें वनवास से बचा सकते थे, लेकिन भगवान चाहते थे कि इस परिस्थिति में यह लोग सीख लें ताकि आगे सफल हो सकें।
शबरी माता भगवान राम के जीवन का आदर्श उदाहरण है। पूरे जीवन वे हर दिन तैयारी करती थी कि राम आएंगे। वृद्धावस्था में शबरी को भगवान के दर्शन हुए।
अपने जीवन का रिमोट कंट्रोल दूसरों के हाथों में मत दो, वरना उनका तो भरपूर मनोरंजन होगा और आपका जीवन बिगड़ जाएगा।
दुनिया की बातों पर चलोगे तो जीवन में कभी मुस्कुरा नहीं पाओगे। भगवान की मर्जी कहकर काम को मत टालो।
इंतजार करते रह जाओगे तो जीवन में कभी कुछ नहीं कर सकोगे। अगर भगवान राम उस समय इंतजार करते तो लंका पर कभी विजय नहीं पाते।
अपने घाव हर किसी को मत बताओ क्योंकि मरहम हर घर में मिले या ना मिले लेकिन नमक हर घर में है।
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