नवरात्रि में गिरी 30 फीसदी शराब की बिक्री, आबकारी विभाग को हुआ 75 लाख का नुकसान | Liquor sales 30 percent during Navratri Excise department lost 75 lakh | Patrika News h3>
झांसीPublished: Oct 17, 2023 06:59:45 am
नवरात्रि के पहले दो दिन में ही शराब की बिक्री 30 फीसदी तक गिर गई है। जिसके चलते आबकारी विभाग को लगभग 78 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। जबकि जनपद में रोज के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो 1.35 करोड़ की शराब बिकती है।
इस तस्वीर को सोशल मीडिया से लिया गया है।
नवरात्र शुरू होते ही शराबियों में भी आस्था जाग गई है। दो दिन से उन्होंने शराब की दुकान का रुख नहीं किया और आबकारी विभाग को लगभग 78 लाख रुपए से अधिक के राजस्व की चपत लगा दी है। जिला आबकारी विभाग द्वारा संचालित की जाने वाली देशी, अंग्रेजी शराब व बीयर की दुकानों पर प्रतिमाह लगभग 38 से 40 करोड़ रुपए की शराब बेची जाती है। विभागीय आंकडों की मानें तो जनपद में हर रोज लगभग 1.35 करोड़ रुपए की शराब की बिक्री होती है। रविवार से शुरू हुए नवरात्र में धार्मिक अनुष्ठान व कार्यक्रम हो रहे हैं। जगह-जगह दुर्गा पण्डाल लगाए गए हैं। लोग उपवास पर हैं। ऐसे में कई शराब के शौकीनों ने भी 9 दिनों के लिए शराब को त्याग दिया है। इसका सबसे ज्यादा नुकसान आबकारी विभाग और ठेकेदारों को हुआ है।
झांसीPublished: Oct 17, 2023 06:59:45 am
नवरात्रि के पहले दो दिन में ही शराब की बिक्री 30 फीसदी तक गिर गई है। जिसके चलते आबकारी विभाग को लगभग 78 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। जबकि जनपद में रोज के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो 1.35 करोड़ की शराब बिकती है।
इस तस्वीर को सोशल मीडिया से लिया गया है।
नवरात्र शुरू होते ही शराबियों में भी आस्था जाग गई है। दो दिन से उन्होंने शराब की दुकान का रुख नहीं किया और आबकारी विभाग को लगभग 78 लाख रुपए से अधिक के राजस्व की चपत लगा दी है। जिला आबकारी विभाग द्वारा संचालित की जाने वाली देशी, अंग्रेजी शराब व बीयर की दुकानों पर प्रतिमाह लगभग 38 से 40 करोड़ रुपए की शराब बेची जाती है। विभागीय आंकडों की मानें तो जनपद में हर रोज लगभग 1.35 करोड़ रुपए की शराब की बिक्री होती है। रविवार से शुरू हुए नवरात्र में धार्मिक अनुष्ठान व कार्यक्रम हो रहे हैं। जगह-जगह दुर्गा पण्डाल लगाए गए हैं। लोग उपवास पर हैं। ऐसे में कई शराब के शौकीनों ने भी 9 दिनों के लिए शराब को त्याग दिया है। इसका सबसे ज्यादा नुकसान आबकारी विभाग और ठेकेदारों को हुआ है।