बिहार जातीय गणना का डेटा लीक? RLJD ने पूछा- उपेंद्र कुशवाहा के परिवार की डिटेल JDU प्रवक्ता को कैसे मिली?

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बिहार जातीय गणना का डेटा लीक? RLJD ने पूछा- उपेंद्र कुशवाहा के परिवार की डिटेल JDU प्रवक्ता को कैसे मिली?

बिहार जातीय गणना का डेटा लीक? RLJD ने पूछा- उपेंद्र कुशवाहा के परिवार की डिटेल JDU प्रवक्ता को कैसे मिली?

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बिहार में 2 अक्टूबर को जारी जाति आधारित सर्वे यानी जातीय गणना की रिपोर्ट का गोपनीय डेटा लीक होने का आरोप लग गया है। उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कुशवाहा की निजी और गोपनीय जानकारी सार्वजनिक की है। आरएलजेडी प्रवक्ता शंभू सिन्हा ने सवाल उठाया है कि सरकार ने जिस डेटा को गोपनीय रखने का वचन दिया था वो जानकारी जनता दल यूनाइटेड प्रवक्ता को कहां से मिली। कुशवाहा ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि सरकार ने हड़बड़ी में रिपोर्ट जारी किया है और सर्वे के दौरान उनसे किसी ने कुछ नहीं पूछा। बुधवार को बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी ऐसा ही आरोप लगाया कि सर्वे के दौरान उनसे कोई जानकारी ली गई है।

उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर बुधवार को जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि उपेंद्र कुशवाहा ने दावा किया था जातीय-आर्थिक सर्वेक्षण के क्रम में उनकी गणना नहीं हुई है लेकिन हकीकत है कि उनकी गणना हुई है। जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने जातीय गणना रिपोर्ट के हवाले से दावा किया कि कुशवाहा का सीरियल 130, मकान नंबर 079 और हाउस होल्ड एक है। वह घर के प्रधान हैं और परिवार के सदस्यों की संख्या पांच है। नीरज कुमार ने सवालिया लहजे में कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा ने कैसे कह दिया कि उनके बारे में गणना कर्मी द्वारा जानकारी नहीं ली गई। नीरज कुमार द्वारा कुशवाहा की गोपनीय निजी जानकारी बताने के तुरंत बाद ही राष्ट्रीय लोक जनता दल एक्शन में आ गई। 

जातीय गणना में कहा गया था कि किसी की व्यक्तिगत जानकारी सार्वजनिक नहीं होगी: RLJD

रालोजद महासचिव शंभू नाथ सिन्हा ने जातीय गणना पर जेडीयू प्रवक्ता द्वारा अपनी ही सरकार के शपथ पत्र के उल्लंघन का आरोप लगाया है। उन्होंने जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता पर अविलंब करवाई की मांग की है। शम्भू नाथ सिन्हा ने बुधवार को कहा कि जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने उपेंद्र कुशवाहा एवं उनके परिवार के सदस्यों की जानकारी जातीय गणना के परिपेक्ष में सार्वजनिक किया जो जातीय गणना परिपत्र में सरकारी शपथ पत्र का न सिर्फ उल्लंघन है बल्कि एक गंभीर कानूनी अपराध भी है। सिन्हा ने कहा कि जातीय गणना परिपत्र के अनुच्छेद 8 के अंतिम पैरा में स्पष्ट है कि इस प्रक्रिया में संकलित किसी भी व्यक्तिगत विवरण को सार्वजनिक नहीं करना है।

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रालोजद नेता सिन्हा ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा ने पूरी जिम्मेवारी के साथ यह बात कही थी कि गणना की प्रक्रिया में किसी माध्यम ने न उनसे, न ही उनके परिवार के सदस्य से इस संबंध में कोई संपर्क किया गया। शंभू सिन्हा ने जेडीयू से यह बताने कहा है कि यदि किसी ने संपर्क किया तो उस फॉर्मेट में परिवार के मुखिया का हस्ताक्षर कहां है जो इस प्रक्रिया के दौरान अनिवार्य है। सिन्हा ने जेडीयू से यह भी स्पष्ट करने कहा है कि इस ओछी राजनीति के लिए उसने ये कुशवाहा के परिवार के गोपनीय विवरण कहां से हासिल किए।

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