बिहार पर डेंगू का कहर, प्लेटलेट्स का अवैध कारोबार; खुलासा- पैथोलॉजी सेंटर की आड़ में चल रहा धंधा h3>
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पूरा बिहार डेंगू के कहर से जंग लड़ रहा है तो दूसरी ओर मुजफ्फरपुर में प्लेटलेट्स के अवैध कारोबार का खुलासा हुआ है। कुछ पैथोलॉजी सेंटर डेंगू के प्रकोप के बीच प्लेटलेट बेचने का अवैध कारोबार कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर अवैध रूप से संचालित सेंटर हैं, जो निजी ब्लड बैंक से सांठगांठ कर अपना धंधा चला रहे हैं। मुजफ्फरपुर में इस बीमारी से दो मरीजों की मौत भी हो चुकी है। सिविल सर्जन ने जांच कराने की बात कही है।
बालूघाट के रहनेवाले व्यक्ति बुखार होने पर एक निजी लैब के कलेक्शन सेंटर में डेंगू जांच कराने गये। जांच के बाद कलेक्शन सेंटर ने कहा कि आपका प्लेटलेट कम है। निजी कलेक्शन सेंटर ने झांसा दिया कि अगर सरकारी अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में प्लेटलेट लेने जाएंगे तो आपको डोनर लाना होगा। हमलोग बिना डोनर के प्लेटलेट दिला देंगे। इसके लिए मरीज से दो हजार रुपये की मांग की गई।
सरकारी अस्पतालों में प्लेटलेट्स मुफ्त
सिविल सर्जन डॉ. यूसी शर्मा ने कहा कि एसकेएमसीएच और सरकारी अस्प्तालों में प्लेटलेट मुफ्त में उपलब्ध है। श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज में अभी 70 यूनिट प्लेटलेट है। ब्लड बैंक के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार ने बताया कि बिचौलिये किस गुणवत्ता का प्लेटलेट दे रहे हैं इसकी कोई जांच नहीं होती है। मरीज को अगर खराब प्लेटलेट चढ़ा दिया जाये तो उससे इंफेक्शन भी हो सकता है। मेडिकल कॉलेज से जुड़े लोगों ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में दो एजिटेर मशीन है। इसी मशीन में प्लेटलेट रखे जाते हैं। प्लेटलेट का इस्तेमाल नहीं होने से रोज आठ से दस यूनिट प्लेटलेट एक्सपायर कर जाते हैं। सीएस ने कहा कि इस मामले की जांच कराई जाएगी।
भागलपुर में भी तेजी से बढ़ रहे मरीज
उधर भागलपुर में सोमवार को डेंगू की रफ्तार फिर से बढ़ गई। सिविल सर्जन डॉ. अंजना कुमारी ने बताया कि सोमवार को एलिजा जांच में डेंगू के 30 नए मामले में पांच मरीज सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में हुई जांच में पाए गये तो वहीं मायागंज अस्पताल में 25 डेंगू के नए मरीज मिले। जिले में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 653 पर पहुंच गई।
सोमवार को मायागंज अस्पताल में डेंगू के जहां 34 नए मरीज भर्ती हुए वहीं इतने ही मरीजों के स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी कर दी गई। मायागंज अस्पताल के हॉस्पिटल मैनेजर सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि सोमवार की शाम तक मायागंज अस्पताल के विभिन्न डेंगू वार्ड में कुल 128 डेंगू के मरीजों का इलाज चल रहा था। इनमें से फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल में 97, एमसीएच बिल्डिंग के डेंगू वार्ड में 15 तो मेडिसिन विभाग के एचडीयू में 16 मरीज इलाजरत थे।
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पूरा बिहार डेंगू के कहर से जंग लड़ रहा है तो दूसरी ओर मुजफ्फरपुर में प्लेटलेट्स के अवैध कारोबार का खुलासा हुआ है। कुछ पैथोलॉजी सेंटर डेंगू के प्रकोप के बीच प्लेटलेट बेचने का अवैध कारोबार कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर अवैध रूप से संचालित सेंटर हैं, जो निजी ब्लड बैंक से सांठगांठ कर अपना धंधा चला रहे हैं। मुजफ्फरपुर में इस बीमारी से दो मरीजों की मौत भी हो चुकी है। सिविल सर्जन ने जांच कराने की बात कही है।
बालूघाट के रहनेवाले व्यक्ति बुखार होने पर एक निजी लैब के कलेक्शन सेंटर में डेंगू जांच कराने गये। जांच के बाद कलेक्शन सेंटर ने कहा कि आपका प्लेटलेट कम है। निजी कलेक्शन सेंटर ने झांसा दिया कि अगर सरकारी अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में प्लेटलेट लेने जाएंगे तो आपको डोनर लाना होगा। हमलोग बिना डोनर के प्लेटलेट दिला देंगे। इसके लिए मरीज से दो हजार रुपये की मांग की गई।
सरकारी अस्पतालों में प्लेटलेट्स मुफ्त
सिविल सर्जन डॉ. यूसी शर्मा ने कहा कि एसकेएमसीएच और सरकारी अस्प्तालों में प्लेटलेट मुफ्त में उपलब्ध है। श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज में अभी 70 यूनिट प्लेटलेट है। ब्लड बैंक के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार ने बताया कि बिचौलिये किस गुणवत्ता का प्लेटलेट दे रहे हैं इसकी कोई जांच नहीं होती है। मरीज को अगर खराब प्लेटलेट चढ़ा दिया जाये तो उससे इंफेक्शन भी हो सकता है। मेडिकल कॉलेज से जुड़े लोगों ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में दो एजिटेर मशीन है। इसी मशीन में प्लेटलेट रखे जाते हैं। प्लेटलेट का इस्तेमाल नहीं होने से रोज आठ से दस यूनिट प्लेटलेट एक्सपायर कर जाते हैं। सीएस ने कहा कि इस मामले की जांच कराई जाएगी।
भागलपुर में भी तेजी से बढ़ रहे मरीज
उधर भागलपुर में सोमवार को डेंगू की रफ्तार फिर से बढ़ गई। सिविल सर्जन डॉ. अंजना कुमारी ने बताया कि सोमवार को एलिजा जांच में डेंगू के 30 नए मामले में पांच मरीज सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में हुई जांच में पाए गये तो वहीं मायागंज अस्पताल में 25 डेंगू के नए मरीज मिले। जिले में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 653 पर पहुंच गई।
सोमवार को मायागंज अस्पताल में डेंगू के जहां 34 नए मरीज भर्ती हुए वहीं इतने ही मरीजों के स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी कर दी गई। मायागंज अस्पताल के हॉस्पिटल मैनेजर सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि सोमवार की शाम तक मायागंज अस्पताल के विभिन्न डेंगू वार्ड में कुल 128 डेंगू के मरीजों का इलाज चल रहा था। इनमें से फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल में 97, एमसीएच बिल्डिंग के डेंगू वार्ड में 15 तो मेडिसिन विभाग के एचडीयू में 16 मरीज इलाजरत थे।