अब हर व्यक्ति का हेल्थ अकाउंट, एक क्लिक पर डॉक्टर से लेकर दवाएं तक | every person’s health account, from doctor to medicines at one cl | News 4 Social h3>
भोपालPublished: Sep 14, 2023 11:53:47 pm
आभा आइडी: बीमारी, प्रिस्क्रिप्शन, जांच और फार्मेसी का होगा रिकार्ड आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत दि डिजिटल हेल्थकेयर रिवॉल्यूशन कॉनक्लेव में स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकारी डिजिटल हेल्थ इकोसिस्टम के लिए पहले चरण में प्रदेश में 6 माइक्रोसाइट
भोपाल. कब कौन सी बीमारी हुई। डॉक्टर्स ने क्या प्रिस्क्रिप्शन लिखा। जांच रिपोर्ट में क्या निकला। कहां से कौन दवा खरीदी। इन सबका हिसाब आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट (आभा) आइडी में दर्ज होगा। इससे मरीज की कुंडली एक क्लिक पर डॉक्टर के सामने होगी। इसे देशभर में कहीं से भी देखा जा सकेगा। बुधवार को दि डिजिटल हेल्थकेयर रिवॉल्यूशन कॉनक्लेव में यह जानकारी आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की सह मुख्य कार्यपालन अधिकारी अदिति गर्ग ने दी।
यह हुए शामिल
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के कार्यक्रम में सरकारी व निजी क्षेत्र के डॉक्टर, अस्पताल प्रतिनिधि, फार्मासिस्ट, पैथोलॉजिस्ट समेत अन्य स्वास्थ्य पेशेवर शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने किया।
देश में 100, प्रदेश में 6 माइक्रोसाइट होंगी तैयार
माइक्रोसाइट्स ऐसे जिले हैं जहां सभी स्वास्थ्य सेवा देने वाले (अस्पताल, क्लीनिक आदि), प्रयोगशालाओं व फार्मासिस्ट को एबीडीएम से जोड़ा जाएगा। ताकि एक डिजिटल हेल्थ इकोसिस्टम तैयार हो। राज्य में 6 माइक्रोसाइट-भोपाल, सीहोर, इंदौर जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन में बनेंगी। देश भर में 100 माइक्रोसाइट प्रोजेक्ट तैयार हो रही हैं।
आभा आइडी की विशेषताएं
– स्वास्थ्य आईडी हर नागरिक की बनेगी
-यह व्यक्ति का स्वास्थ्य खाता होगा। इसमें इलाज से जुड़ी हर जानकारी होगी।
-बीमारी का परीक्षण, अपॉइंटमेंट, दवा और निदान का विवरण दर्ज होगा।
-स्वास्थ्य डेटा के विश्लेषण से योजनाएं बनाने और बजट तय करने में मदद मिलेगी।
-स्कैन एंड शेयर पद्धति से प्राथमिकता के आधार पर उपचार, कतार से निजात।
दो प्रकार से पंजीयन
चिकित्सा की आधुनिक और पारंपरिक दोनों विधाओं के पेशेवरों की जानकारी हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स रजिस्ट्री में सेव होगी। हेल्थकेयर फैसिलिटी रजिस्ट्री में स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़े संस्थानों का भी रिकॉर्ड होगा। इसे एक क्लिक पर देखा जा सकेगा।
…………..
हमारा प्रदेश तीसरे स्थान पर
-चार करोड़ आभा आइडी अब तक प्रदेश में
-आभा आइडी में प्रदेश देश में तीसरे स्थान पर
-पहले स्थान पर उत्तर प्रदेश, दूसरे पर आंध्र प्रदेश
-प्रदेश में स्वास्थ्य संस्थानों के 14 हजार रिकॉर्ड रजिस्टर
-इस मामले में प्रदेश देश में पांचवें स्थान पर
-अब तक सिर्फ 15 सौ स्वास्थ्य पेशेवर रजिस्टर्ड
-इस मामले में प्रदेश देश में 18 वें स्थान पर
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भोपालPublished: Sep 14, 2023 11:53:47 pm
आभा आइडी: बीमारी, प्रिस्क्रिप्शन, जांच और फार्मेसी का होगा रिकार्ड आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत दि डिजिटल हेल्थकेयर रिवॉल्यूशन कॉनक्लेव में स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकारी डिजिटल हेल्थ इकोसिस्टम के लिए पहले चरण में प्रदेश में 6 माइक्रोसाइट
भोपाल. कब कौन सी बीमारी हुई। डॉक्टर्स ने क्या प्रिस्क्रिप्शन लिखा। जांच रिपोर्ट में क्या निकला। कहां से कौन दवा खरीदी। इन सबका हिसाब आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट (आभा) आइडी में दर्ज होगा। इससे मरीज की कुंडली एक क्लिक पर डॉक्टर के सामने होगी। इसे देशभर में कहीं से भी देखा जा सकेगा। बुधवार को दि डिजिटल हेल्थकेयर रिवॉल्यूशन कॉनक्लेव में यह जानकारी आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की सह मुख्य कार्यपालन अधिकारी अदिति गर्ग ने दी।
यह हुए शामिल
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के कार्यक्रम में सरकारी व निजी क्षेत्र के डॉक्टर, अस्पताल प्रतिनिधि, फार्मासिस्ट, पैथोलॉजिस्ट समेत अन्य स्वास्थ्य पेशेवर शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने किया।
देश में 100, प्रदेश में 6 माइक्रोसाइट होंगी तैयार
माइक्रोसाइट्स ऐसे जिले हैं जहां सभी स्वास्थ्य सेवा देने वाले (अस्पताल, क्लीनिक आदि), प्रयोगशालाओं व फार्मासिस्ट को एबीडीएम से जोड़ा जाएगा। ताकि एक डिजिटल हेल्थ इकोसिस्टम तैयार हो। राज्य में 6 माइक्रोसाइट-भोपाल, सीहोर, इंदौर जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन में बनेंगी। देश भर में 100 माइक्रोसाइट प्रोजेक्ट तैयार हो रही हैं।
आभा आइडी की विशेषताएं
– स्वास्थ्य आईडी हर नागरिक की बनेगी
-यह व्यक्ति का स्वास्थ्य खाता होगा। इसमें इलाज से जुड़ी हर जानकारी होगी।
-बीमारी का परीक्षण, अपॉइंटमेंट, दवा और निदान का विवरण दर्ज होगा।
-स्वास्थ्य डेटा के विश्लेषण से योजनाएं बनाने और बजट तय करने में मदद मिलेगी।
-स्कैन एंड शेयर पद्धति से प्राथमिकता के आधार पर उपचार, कतार से निजात।
दो प्रकार से पंजीयन
चिकित्सा की आधुनिक और पारंपरिक दोनों विधाओं के पेशेवरों की जानकारी हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स रजिस्ट्री में सेव होगी। हेल्थकेयर फैसिलिटी रजिस्ट्री में स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़े संस्थानों का भी रिकॉर्ड होगा। इसे एक क्लिक पर देखा जा सकेगा।
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हमारा प्रदेश तीसरे स्थान पर
-चार करोड़ आभा आइडी अब तक प्रदेश में
-आभा आइडी में प्रदेश देश में तीसरे स्थान पर
-पहले स्थान पर उत्तर प्रदेश, दूसरे पर आंध्र प्रदेश
-प्रदेश में स्वास्थ्य संस्थानों के 14 हजार रिकॉर्ड रजिस्टर
-इस मामले में प्रदेश देश में पांचवें स्थान पर
-अब तक सिर्फ 15 सौ स्वास्थ्य पेशेवर रजिस्टर्ड
-इस मामले में प्रदेश देश में 18 वें स्थान पर