Delhi Heat Plan for Schools: गर्मियों में बदल जाएगा दिल्ली के स्कूलों का टाइमटेबल, जानिए क्या है प्लान h3>
जानिए क्या है प्लान
DDMA ने ये प्लान तैयार किया है। इस योजना को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA)को भेजा गया है। इस योजना को गर्मी के मौसम से लागू किया जा सकता है। हीट ऐक्शन प्लान के तीन चरण होंगे।
पहला चरण (जनवरी से मार्च)
इसके दौरान अर्ली वॉर्निंग सिस्टम को विकसित किया जाएगा। इसके जरिए आम लोगों, हेल्थकेयर प्रोफेशनल, स्वयंसेवक समूहों को कम्युनिकेशन प्लान भेजा जाएगा। उनको ट्रेनिंग और कैपिसिटी बिल्डिंग सीखने पर जोर डाला जाएगा।
दूसरा चरण (मार्च से जुलाई)
-इस दौरान पूरे राज्य और जिलों में हीट अलर्ट जारी किया जाएगा। अगर अत्यधिक गर्मी या लू चलने की चेतावनी होगी तो ये भी बताया जाएगा कि ये अलर्ट कब खत्म होगा।
-नियोक्ताओं से बाहर काम करने वाले कर्मचारियों को शिफ्ट करने को कहा जाएगा। यानी दोपहर 1-5 बजे तक लू चलने के दौरान नियोक्ताओं से आग्रह किया जाएगा कि वो अपने कर्मचारियों को काम पर ना बुलाएं। इस दौरान काम करने का समय सुबह 7 -1 बजे तक रहेगा। और शाम को 4-6 बजे तक रहेगा।
-अत्यधिक गर्मी और लू के दौरान स्कूलों को बंद रखा जाएगा। जब लू की चेतावनी जारी होगी (शाम 4 बजे तक) तो उस दौरान स्कूल बंद रखे जाएंगे।
-इस दौरान किसी भी प्रकार से खुले में क्लास नहीं लगाई जाएगी।
-पीक आवर में या जब लू चलने की भविष्यवाणी जारी की जाएगी तो बसों को भी नहीं चलाने की सलाह दी जाएगी।
-इस दौरान पानी के बेजा इस्तेमाल (पीने और ठंडक वाले इस्तेमाल से इतर) को रोकने के लिए कहा जाएगा।
-पशुपालन विभाग पशुओं को ठंडे में रखने और उनके और पक्षियों के पीने के पानी की व्यवस्था का इंतजाम करेगा।
-लू के दौरान लोगों को ताजा पानी देने का इतंजाम किया जाएगा। इसके लिए ड्रिंकिंग वॉटर टैप खोलने की व्यवस्था की जाएगी।
-बिजली कंपनियों को प्राथमिकता तय करने को कहा जाएगा। यानी इ दौरान जो जरूरी सुविधाएं हैं जैसे अस्पताल, और डिस्पेंसरी वहां निर्बाध बिजली की सप्लाई जारी रहेगी।
तीसरा चरण (जुलाई से सितंबर)
दूसरे चरण के खत्म होने के बाद इन दो योजनाओं की समीक्षा करना। समीक्षा के आधार पर इसे अपडेट करना या फिर उसका रिव्यू करना।
लू घोषित करने का तरीका
IMD उन दिनों को लू वाला दिन घोषित करते हैं जिसमें तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री ऊपर चला जाता है और अधिकतम तापमान 40 डिग्री के करीब पहुंच जाता है। जब अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक पहुंच जाता है तो उसे भी लू कहा जाता है। जब तापमाना सामान्य से 6.5 डिग्री ऊपर चला जाता है तो उसे खतरनाक की श्रेणी में रखा जाता है।