जुलाई में 3 दिनों के अंदर दर्ज हुए 3 केस, विवादों से रहा है नाता… बिट्टू बजरंगी कौन और क्या है असली नाम?

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जुलाई में 3 दिनों के अंदर दर्ज हुए 3 केस, विवादों से रहा है नाता… बिट्टू बजरंगी कौन और क्या है असली नाम?

जुलाई में 3 दिनों के अंदर दर्ज हुए 3 केस, विवादों से रहा है नाता… बिट्टू बजरंगी कौन और क्या है असली नाम?

श्याम वीर, फरीदाबाद : नूंह हिंसा के मामले में गिरफ्तार किया गया बिट्टू बजरंगी का विवादों से नाता रहा है। पिछले महीने ही उसके खिलाफ फरीदाबाद में तीन दिन में तीन केस दर्ज हो गए थे। तीनों केस सौहार्द बिगाड़ने के मामले में थे। ताजा मामला मंगलवार को दर्ज हुआ और उसके कुछ घंटों बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि फरीदाबाद के मामलों में उसे गिरफ्तार नहीं किया गया था। पर्वतीय कॉलोनी के रहने वाले बिट्टू बजरंगी का असली नाम राजकुमार है। खुद को हनुमान भक्त बताने के कारण लोग उन्हें बजरंगी कहने लगे। वह गोरक्षा के नाम पर भी एक्टिव है और लोगों के खिलाफ काफी केस दर्ज कराए हैं। उसने गोरक्षा बजरंग फोर्स नामक संगठन बनाया हुआ है। वह भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रमों में भी शामिल होता रहा है। हालांकि उसके पास कोई पद नहीं है।

गोरक्षा के नाम पर बाड़े से पशु खोल ले गए

आरोप है कि 50 से 60 लोग गोरक्षा के नाम पर पिछले महीने खोरी जमालपुर से एक पशुपालक की 60 गाय, 16 बकरी व अन्य पशुओं को बाड़े से खोल ले गए थे। आरोप है कि हथियारों के साथ हेट स्पीच की थी। मामले में पशु पालक गुड़गांव के बाईखेड़ा निवासी जमात अली व इरफान ने धौज थाने में बिट्टू-बजरंगी व उसके साथियों पर केस दर्ज कराया था। पीड़ित पक्ष के लोगों ने कार्रवाई की मांग कर थाने का भी घेराव किया था। अगले दिन फरीदाबाद के मुजेसर एरिया में एक किशोरी के साथ यौन शौषण के मामले में दूसरे समुदाय के खिलाफ सोशल मीडिया पर हेट स्पीच की। इसमें भी मुजेसर थाने में बजरंगी पर केस दर्ज किया गया था। तीसरा केस सारन थाने में दर्ज किया गया। ये केस पर्वतीय कॉलोनी चौकी में तैनात एसआई सुरेश ने दर्ज कराया था। आरोप है कि बिट्टू बजरंगी बाबा मार्केट के पास के सोशल मीडिया पर लाइव आकर हेट स्पीच कर रहा था। इससे पहले पहले बजरंगी ने कुछ लोगों पर हमले का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत भी की थी। आरोप है कि गोरक्षा करने पर उस पर हमला किया गया।

दो दिन पहले मिला राष्ट्र निर्माण सम्मान

गोरक्षा के साथ-साथ बजरंगी लव जिहाद और हिंदू राष्ट्र को लेकर भी मुहिम चला रहा था। एक न्यूज चैनल की ओर से नौ से 15 अगस्त तक चलाए गए स्वतंत्रता महोत्सव सप्ताह कार्यक्रम में उसे गिरफ्तारी से दो दिन पहले ही राष्ट्र निर्माण सम्मान दिया गया। इसे बजरंगी ने अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया है। 26 मार्च को उसने फरीदाबाद में सातवीं हिंदू एकता भगवा रैली निकाली थी। 25 अप्रैल को धार्मिक स्थलों को लेकर नगर निगम पर प्रदर्शन किया। गिरफ्तारी से एक दिन पहले भी बजरंगी ने अपने फेसबुक पेज पर एक घायल युवक की विडियो डालकर संप्रदाय विशेष पर आरोप लगाए थे। इसके अलावा इस तरह की अन्य विडियो व पोस्ट भी हैं।

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31 जुलाई का विडियो वायरल

बिट्टू बजरंगी का नाम 31 जुलाई को अचानक तेजी से चर्चा में आया। कई दिनों तक सोशल मीडिया में नाम ट्रेंड करता रहा। इसमें बजरंगी की विडियो वायरल हो रही है, जिसमें वह फरीदाबाद के पाली इलाके में खुद को बता रहा है और नूंह जाने की बात कह भड़काऊ बातें कह रहा है। विडियो में काफी लोग दिख रहे हैं। इसके आधार पर बजरंगी पर लोग नूंह हिंसा का मुख्य सूत्रधार होने का आरोप लगाते हुए उसे गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। वायरल विडियो के मामले में अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। बिट्टू बजरंगी को 15 अगस्त को दोपहर के समय फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था।

एक सीसीटीवी में दिख रही उसकी विडियो में समय दो बजे का दिख रहा है। वहीं इस मामले में केस 15 अगस्त को नूंह सदर थाने में दोपहर 2:25 बजे तहरीर दी गई और दोपहर 3 बजकर 57 मिनट पर दर्ज हुआ। घटना 31 जुलाई की है। एफआईआर के अनुसार कानून व्यवस्था की ड्यूटी में व्यस्त रहने के कारण केस दर्ज कराने में देरी हुई है। अडिशनल एसपी ऊषा की ओर से दर्ज मामले में बिट्टू बजरंगी समेत 15 से 20 लोगों पर आरोप है कि ये तलवारें और त्रिशूलनुमा हथियार लेकर पहुंचे थे। पुलिस ने रोका तो हाथापाई की। पुलिस ने ये हथियार छीनकर अपनी गाड़ी में रख लिए, जिसे बाद में ये लोग लूटकर ले गए और पुलिस को धमकी दी।

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