दिल्ली मेट्रो के नजफगढ़ स्टेशन पर ट्रेन के आगे कूदा युवक, मौके पर ही मौत h3>
ग्रे लाइन से यात्रा करने वाले यात्रियों ने बताया कि इस हादसे की वजह से द्वारका की तरफ जाने वाली मेट्रो कुछ देर के लिए बाधित रही। पैसेंजर सुरेंद्र ने बताया कि वह सुबह अपने ऑफिस जाने के लिए रोज की तरह ढासा बस स्टैंड से मेट्रो में बैठे थे। फिर, नजफगढ़ स्टेशन पर एक शख्स ने मेट्रो के सामने छलांग लगा ली। ऐसे में सभी यात्रियों को ट्रेन से उतार दिया गया। बताया गया कि छलांग लगाने वाले शख्स की बॉडी ट्रेन के नीचे फंसी हुई है। वहीं, यात्री नितिन सहरावत के अनुसार, तकरीबन आधे घंटे बाद मेट्रो सर्विस सामान्य हुई। दिल्ली मेट्रो रेल निगम के मुताबिक, 15 से 20 मिनट में सेवाएं सामान्य हो गईं।
बता दें कि मेट्रो के सामने कूदकर आत्महत्या के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार, साढ़े तीन साल में अलग-अलग मेट्रो स्टेशनों पर लगभग 46 लोग मेट्रो के आगे कूदकर जान दे चुके हैं। मेट्रो पुलिस ने एक सर्वे किया था, जिसमें पता चला है कि सबसे ज्यादा घटनाएं उन प्लैटफॉर्म पर भी हुईं, जिनमें स्क्रीन दरवाजे नहीं लगे हैं। ग्रे लाइन मेट्रो के स्टेशनों पर भी स्क्रीन दरवाजे नहीं लगे हैं। आत्महत्या की सबसे ज्यादा घटनाएं राजा गार्डन मेट्रो स्टेशन, घिटोरनी, यमुना डिपो, जनकपुरी मेट्रो, शास्त्री पार्क मेट्रो, कश्मीरी गेट मेट्रो, आजादपुर मेट्रो स्टेशन पर हुई हैं।
आत्महत्या करने के बजाए करें अपनो से बात: डॉक्टर्स
साइकेट्रिस्ट डॉ. सत्यकांत त्रिवेदी का कहना है कि आत्महत्या करने के बजाए, लोगों अपने अंदर चल रहे द्वंद्व को दूर करने के लिए घर के किसी सदस्य से बात करें। कोई भी ऐसा कदम उठाने से पहले अपने आसपास रह रहे लोगों के बारे में सोचें। किसी भी मुसीबत से भागने की बजाए धीरज रखें और सोचें, फिर हो सकता है कि आप जीना चाहें। अगर आपके आसपास कोई ऐसा व्यक्ति है, जो अचानक अलग-थलग रहने लगा है और पहले की तुलना में कम बोलता है और अपनी बात शेयर नहीं करता, तो आप तुरंत ऐसे लोगों से बात करें उनके अंदर चल रही बातों से उनकी परेशानी समझने की कोशिश करें। इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति तनाव महसूस कर रहा है, तो वह टेली मानस (14416) पर भी कॉल करके साइकेट्रिस्ट से बात कर सकता है। इससे भी उन्हें अपने परेशानी का हल मिलेगा।