AIIMS: रेडिएशन लीक की अफवाह से हड़कंप, कैंपस में डेढ़ घंटे लाइट रही गुल, OPD पर हुआ असर h3>
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एम्स के कैंसर बिल्डिंग में ब्रेकीथेरेपी के मरीजों का प्रोसीजर बंद हो गया था और इसकी वजह से कैंसर मरीजों की थेरेपी कैंसल होने लगी। सूत्र भी बताते हैं कि सोमवार को बहुत से मरीजों की थेरेपी नहीं हो पाई और उन्हें अगले दिन की तारीख दी गई। इस बारे में एम्स की मीडिया चेयरपर्सन डॉ. रीमा दादा ने कहा कि एम्स में रेडियोएक्टिव रिसाव के बारे में कुछ लोगों से सवाल किए। इनकी जांच करने पर एम्स के रेडियोएक्टिव सेफ्टी ऑफिसर डॉ. अनिल कुमार पांडे ने पुष्टि की है कि एम्स में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। हालांकि ओपीडी में एनडीएमसी की तरफ से बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई थी। इससे कुछ समस्या हुई, जिसे बाद में ठीक कर लिया गया। एनडीएमसी अफसरों के अनुसार 33 केवी एम्स पावर सबस्टेशन के 11 केवी लाइनों के बोर्ड में स्पार्किंग (फ्लैशओवर) के चलते एक पैनल जल गया था। जिसके चलते पावर कट की समस्या रही। इस वजह से ही एम्स में सुबह 9:30 बजे से सुबह 11 बजे तक पावर सप्लाई बाधित रही। साथ ही अफसरों ने कहा डीईआरसी के नियमों के तहत ऐसे परिस्थितियों में 4 घंटे के अंदर पावर सप्लाई सुचारू होना चाहिए। लेकिन, इसके पहले पावर सप्लाई सुचारू कर दिया गया था। रेडिएशन के मुद्दे पर एनडीएमसी का कहना था कि यह एम्स का इंटरनल मैटर है। वहीं सूत्रों ने कहा कि भले ही एम्स इस बात को स्वीकार नहीं रहा हो, लेकिन कुछ न कुछ हुआ था।
लुटियंस जोन में भी गुल रही बिजली : यहां कई सरकारी कॉलोनियों किदवई नगर, लक्ष्मीबाई नगर, पिलंजी गांव, गांव के पास ही स्थित सरोजनी नगर और आसपास के सरकारी कॉलोनियों में सुबह 7 बजे से ही पावर कट की दिक्कत शुरू हो गई थी। सरोजनी नगर मिनी मार्केट ट्रेडर्स असोसिएशन के प्रेजिडेंट अशोक रंधावा के अनुसार सरोजनी नगर मार्केट में सुबह 7 बजे से कट लगने लगे। इसके अलावा एम्स के आसपास स्थित दूसरे इलाकों में भी लोगों पावर कट से पूरे दिन जूझना पड़ा।