पेपर लीक कांड में ईडी की टीम ने जयपुर समेत कई ठिकानों पर दबिश दी h3>
Ed Action on Paper Leak Case: राजस्थान में पेपर लीक केस के आरोपियों पर ईडी (Enforcement Directorate) का डंडा चलना शुरू हो गया है। सोमवार को आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा (Babulal Katara) के घर पर ईडी की टीम पहुंची। वहीं पेपर लीक प्रकरण के आरोपियों के ठिकानों पर भी दबिश देने कई टीमें पहुंचीं।
Dungarpur News In Hindi | डूंगरपुर/जयपुर: वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले के साथ अब रीट परीक्षा के पेपर लीक मामले में भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एंट्री हो गई है। ईडी की टीम ने सोमवार सुबह जयपुर, जालोर, डूंगरपुर और बाड़मेर सहित कई ठिकानों पर दबिश दी है। रीट के पेपर लीक मामले में करोड़ों रुपए के लेन देन की बातें सामने आई थी, जिसकी शिकायत राज्यसभा सांसद डॉ. किरोडीलाल मीणा की ओरा से की गई थी। रीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार बाड़मेर के ठेकेदार भजनलाल विश्नोई के घर सहित कई ठिकानों पर सर्च की कार्रवाई चल रही है। साथ ही वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने वाले माफिया सुरेश ढाका, सुरेश विश्नोई और भूपेन्द्र सारण के घर पर भी ईडी की टीम जांच कर रही है। अब चुनाव से पहले ईडी की इस बड़ी कार्रवाई से बड़े खुलासे की संभावना है। सुरक्षा के लिए केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान तैनात किए गए हैं।
शिक्षा संकुल से आउट हुआ था रीट का पेपर
26 सितंबर 2021 को हुई रीट की परीक्षा का पेपर जयपुर के शिक्षा संकुल से आउट हुआ था। पेपर आउट करने वाले मुख्य आरोपी रामकृपाल मीणा के कई नेताओं से नजदीकी संबंध थे। राजनितिक संरक्षण के कारण ही एक निजी स्कूल संचालक रामकृपाल मीणा को शिक्षा संकुल के स्ट्रांग रूप में रखे पेपर तक पहुंचने का अवसर मिल गया था। बाद में पेपर को बेचे जाने के मामले में सरकारी कर्मचारियों सहित कई आरोपियों की गिरफ्तारियां हुई थी। बाड़मेर के ठेकेदार भजन लाल बिश्नोई को भी SOG ने गिरफ्तार किया था। भजन लाल कई राजनेताओं का नजदीकी था। रीट का आयोजन करवाने वाले माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के तत्कालीन चेयरमैन पो. बीपी जारोली को राज्य सरकार ने बर्खास्त किया था। हालांकि जांच के बाद एसओजी ने जारोली को क्लीन चिट दे दी थी।
वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा में भी ईडी की कार्रवाई
24 दिसंबर 2022 को वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक हुआ था। यह पेपर परीक्षा का आयोजन कराने वाली संस्था आरपीएससी के दफ्तर से लीक किया गया था। आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा ने सरकारी स्कूल के वाइस प्रिंसिपल अनिल कुमार मीणा उर्फ शेरसिंह मीणा को एक करोड़ रुपए में बेचा था। मीणा ने पेपर लीक माफिया भूपेन्द्र सारण और सुरेश ढाका को पेपर बेचा था। बाद में सारण और ढाका ने दर्जनों अभ्यर्थियों को पेपर बेचा था जिसका खुलासा उदयपुर पुलिस ने किया था। अब सुरेश ढाका, सुरेश विश्नोई, भूपेन्द्र सारण के आवास पर भी ईडी की टीमें पहुंची है। इस मामले में भी राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने करोड़ों रुपए के लेनदेन का आरोप लगाते हुए ईडी में शिकायत दर्ज कराई थी। ईडी ने आरपीएससी के चेयरमैन और सचिव को नोटिस जारी किए थे। (रिपोर्ट- रामस्वरूप लामरोड़)
आसपास के शहरों की खबरें
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें
राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News
Ed Action on Paper Leak Case: राजस्थान में पेपर लीक केस के आरोपियों पर ईडी (Enforcement Directorate) का डंडा चलना शुरू हो गया है। सोमवार को आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा (Babulal Katara) के घर पर ईडी की टीम पहुंची। वहीं पेपर लीक प्रकरण के आरोपियों के ठिकानों पर भी दबिश देने कई टीमें पहुंचीं।
शिक्षा संकुल से आउट हुआ था रीट का पेपर
26 सितंबर 2021 को हुई रीट की परीक्षा का पेपर जयपुर के शिक्षा संकुल से आउट हुआ था। पेपर आउट करने वाले मुख्य आरोपी रामकृपाल मीणा के कई नेताओं से नजदीकी संबंध थे। राजनितिक संरक्षण के कारण ही एक निजी स्कूल संचालक रामकृपाल मीणा को शिक्षा संकुल के स्ट्रांग रूप में रखे पेपर तक पहुंचने का अवसर मिल गया था। बाद में पेपर को बेचे जाने के मामले में सरकारी कर्मचारियों सहित कई आरोपियों की गिरफ्तारियां हुई थी। बाड़मेर के ठेकेदार भजन लाल बिश्नोई को भी SOG ने गिरफ्तार किया था। भजन लाल कई राजनेताओं का नजदीकी था। रीट का आयोजन करवाने वाले माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के तत्कालीन चेयरमैन पो. बीपी जारोली को राज्य सरकार ने बर्खास्त किया था। हालांकि जांच के बाद एसओजी ने जारोली को क्लीन चिट दे दी थी।
वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा में भी ईडी की कार्रवाई
24 दिसंबर 2022 को वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक हुआ था। यह पेपर परीक्षा का आयोजन कराने वाली संस्था आरपीएससी के दफ्तर से लीक किया गया था। आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा ने सरकारी स्कूल के वाइस प्रिंसिपल अनिल कुमार मीणा उर्फ शेरसिंह मीणा को एक करोड़ रुपए में बेचा था। मीणा ने पेपर लीक माफिया भूपेन्द्र सारण और सुरेश ढाका को पेपर बेचा था। बाद में सारण और ढाका ने दर्जनों अभ्यर्थियों को पेपर बेचा था जिसका खुलासा उदयपुर पुलिस ने किया था। अब सुरेश ढाका, सुरेश विश्नोई, भूपेन्द्र सारण के आवास पर भी ईडी की टीमें पहुंची है। इस मामले में भी राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने करोड़ों रुपए के लेनदेन का आरोप लगाते हुए ईडी में शिकायत दर्ज कराई थी। ईडी ने आरपीएससी के चेयरमैन और सचिव को नोटिस जारी किए थे। (रिपोर्ट- रामस्वरूप लामरोड़)
आसपास के शहरों की खबरें
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप