CM केजरीवाल की अपील पर कांग्रेस ने कल बुलाई बैठक, समर्थन पर होगा फैसला h3>
खरगे ने बुलाई बैठक, हो जाएगा फैसला?
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की अपील पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार 29 मई को दिल्ली में बैठक बुलाई है। इसमें पार्टी के नेताओं को शामिल होने को कहा गया है। बैठक में तय किया जाएगा कि केजरीवाल को अध्यादेश वाले मुद्दे पर समर्थन देना है या नहीं। यह बैठक केजरीवाल के उस ट्वीट के बाद रखी गई है जिसमें उन्होंने पार्टी अध्यक्ष खरगे और राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा था। केजरीवाल ने केंद्र के लाए अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस से समर्थन मांगा था। सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल, दिल्ली पार्टी इंचार्ज शक्ति सिंह गोहिल, दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी, पूर्व पार्टी अध्यक्ष जैल प्रकाश अग्रवाल, सुभाष चोपड़ा, अजय माकन और देवेंद्र यादव समेत कई नेता शामिल होंगे।
कांग्रेस के अंदर ही आप को समर्थन देने पर राजी नहीं
केजरीवाल ने कांग्रेस से समर्थन देने की अपील भले की हो लेकिन, पार्टी के अंदर ही इसपर एकमत राय नहीं है। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने पहले ही पार्टी अलाकमान से आम आदमी पार्टी को अध्यादेश के मसले पर समर्थन न देने की बात कही है। अजय माकन ने पिछले हफ्ते मीडिया से बात करते हुए केजरीवाल के कांग्रेस के खिलाफ की गई बातों का ब्योरा दिया था। वहीं केजरीवाल ने शीला दीक्षित के खिलाफ भ्रष्टाचार और सत्ता में आने के बाद जांच की बात कही थी। इसे लेकर भी उनके भतीजे संदीप दीक्षित नाराज हैं। हालांकि, अब यह कल बैठक के बाद ही पता चलेगा कि कांग्रेस केजरीवाल को समर्थन देगी अथवा नहीं।
अध्यादेश के खिलाफ किस-किस से समर्थन ले चुके केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल अब तक अध्यादेश के खिलाफ वोट करने की अपील को लेकर कई प्रमुख विपक्षी पार्टियों से मिल चुके हैं। उन्होंने दिल्ली में बिहार के सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, कोलकाता में सीएम ममता बनर्जी, महाराष्ट्र में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार और तेलंगावना के सीएम केसीआर से मुलाकात की है। बता दें कि इस बिल को लोकसभा के बाद राज्यसभा में पेश किया जाएगा। वहां बीजेपी को अपने सहयोगियों के अलावा बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस से समर्थन की उम्मीद होगी। वहीं केजरीवाल पूरे विपक्ष को एकजुट कर इस अध्यादेश के खिलाफ वोट करवाना चाहते हैं जिससे इसे वापस कराया जा सके।