घमंड के कारण टूटी थी मधुबाला और दिलीप कुमार की सगाई, 9 साल के प्यार का अंत दे गया उम्रभर का दर्द h3>
मधुबाला। भारतीय सिनेमा की वो अदाकारा, जो पलके उठाकर देख ले तो ऐसा लगे जैसे दुनिया थम सी गई है। मधुबाला सिर्फ खूबसूरत नहीं थीं, बल्कि सुंदरता की मिसाल हैं। उनके जैसा न कोई अब तक हुआ है और शायद न कभी हो। यह दिलचस्प है कि जिस मधुबाला का जन्म प्यार के दिन यानी 14 फरवरी की तारीख हो हुआ, उनकी खुद की रोमांटिक लाइफ कई कांटों भरे रास्तों से होकर गुजरी थी। मधुबाला का असली नाम मुमताज जहां बेगम देहलवी था। महज 36 साल की उम्र में इस दुनिया से विदा लेने वाली मधुबाला ने 1960 में किशोर कुमार से शादी की, लेकिन इसके 9 साल बाद 23 फरवरी 1969 को वह चल बसीं। मधुबाला की लव लाइफ में यूं तो पहला नाम एक्टर प्रेमनाथ का था, लेकिन उनका यह रिश्ता महज 6 महीने चला। इसके बाद मधुबाला की जिंदगी में आए युसूफ खान उर्फ दिलीप कुमार। ‘मुगल-ए-आजम’ में सलीम बनकर दिलीप कुमार और अनारकली बनी मधुबाला ने पर्दे पर जो जादू बिखेरा था, असल जिंदगी में भी दोनों की जोड़ी ऐसी ही थी। लेकिन 9 साल तक साथ रहने के बाद दोनों की राहें जुदा हो गईं। कहने वाले कहते हैं इस ब्रेकअप ने मधुबाला को अंदर तक बुरी तरह से तोड़ दिया था। Tuesday Tadka में आज बात मधुबाला और दिलीप कुमार की अनकही प्रेम कहानी की।
Madhubala First Love Affair:मधुबाला मुसलमान थीं। हमारा भारतीय समाज चाहे लाख आपसी समरसता की बात कर ले, लेकिन सच यही है कि जब बात रोटी और बेटी देने की आती है तो जात और धर्म सब देखे जाने लगते हैं। मधुबाला के पहले प्यार के साथ भी ऐसा ही हुआ था। प्रेमनाथ से उनका रिश्ता 6 महीने में ही इसलिए टूट गया, क्योंकि दोनों के धर्म अलग-अलग थे। प्रेमनाथ चाहते थे कि मधुबाल हिंदू धर्म अपना ले। लेकिन पर्दे के लिए नाम बदलना और धर्म बदलना दो अलग-अलग बातें हैं। प्रेमनाथ के बाद मधुबाला की जिंदगी में दिलीप कुमार आए। दोनों के बीच प्यार के बीज फिल्म ‘तराना’ के सेट पर फूटे थे। इसके बाद इस जोड़ी ने ‘संगदिल’, ‘अमर’ और ‘मुगल-ए-आजम’ में काम किया। यह नौ साल लंबा अफेयर था।
‘तराना’ फिल्म में मधुबाला और दिलीप कुमार
मधुबाला के पिता ने कहा- मुझे बेटी को ग्वालियर नहीं भेजना
Madhubala and Dilip Kumar Love Story:बताया जाता है कि दिलीप कुमार और मधुबाला ने सगाई भी कर ली थी। बस अब निकाह पढ़ा जाना बाकी था। लेकिन तभी 9 साल के बाद यह रिश्ता टूट गया। समझा जाता है कि ऐसा दिलीप कुमार और मधुबाला के पिता के बीच मतभेदों के कारण हुआ। इस चक्कर में मीडिया के सामने और यहां तक कि कोर्टरूम में भी खूब ड्रामा हुआ था। दिलीप और मधुबाला दोनों ने तब निर्माता बीआर चोपड़ा की फिल्म ‘नया दौर’ साइन की थी। ग्वालियर में फिल्म के लिए 40 दिनों की शूटिंग होनी थी। दोनों लीड एक्टर्स को इसके लिए साइनिंग अमाउंट भी दिया गया था। लेकिन तभी मधुबाला के पिता अताउल्लाह खान ने बेटी को ग्वालियर भेजने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि बेटी के लिए यह सुरक्षित नहीं है। मधुबाला के पिता चाहते थे कि फिल्म की शूटिंग मुंबई में ही स्टूडियो में हो। पर यह बात डायरेक्टर बीआर चोपड़ा को मंजूर नहीं थी।
कोर्ट पहुंचा मामला, रिश्तों में आ गई दूरियां
आखिरकार, ‘नया दौर’ फिल्म से मधुबाला को हटा दिया गया और उनकी जगह वैजयंतीमाला ने ले ली। अताउल्लाह खान ने कॉन्ट्रैक्ट तोड़ने के लिए बीआर चोपड़ा के खिलाफ केस दर्ज कर दिया। जवाब में बीआर चोपड़ा ने भी काउंटर मुकदमा दायर किया। इस कोर्ट के कारण मधुबाला और दिलीप कुमार का रिश्ता भी गेहूं में घुन की तरह पिसनने लगा। दोनों के रिश्ते में कड़वाहट आ गई। मधुबाला के परिवार वाले हमेशा इस अचरच में रहे कि आखिर दिलीप कुमार ने तब मधुबाला का साथ क्यों नहीं दिया।
दिलीप कमार और मधुबाला
मधुबाला चाहती थीं उनके पता से माफी मांगे दिलीप कुमार
Madhubala and Dilip Kumar Breakup: ऐसा कहा जाता है कि दिलीप कुमार और मधुबाला शादी करने के लिए तैयार थे। लेकिन दिलीप कुमार ने यह शर्त रखी थी कि एक्ट्रेस को अपने पिता को छोड़ना होगा। जबकि मधुबाला चाहती थीं कि दिलीप कुमार उनके पिता अताउल्लाह खान से माफी मांगें। कोर्ट-कचहरी के चक्कर में दोनों के रिश्ते में खटास इस कदर घुल गई थी कि दोनों में से कोई समझौते के लिए तैयार नहीं था। अभिमान और घमंड की यह लड़ाई इस हद तक पहुंची कि आखिर दोनों का 9 साल पुराना प्यार खत्म हो गया।
‘मुगल-ए-आजम’ के दौरान बंद थी बातचीत
दिलीप कुमार अपनी बायोग्राफी में लिखते हैं, ‘मुगल-ए-आजम की आधी शूटिंग हम दोनों ने ऐसे वक्त में की, जब हम बात नहीं कर रहे थे। फिल्म में हमारे होठों के बीच आने वाले पंख वाले क्लासिक सीन तो तब शूट हुआ, जब हमने एक-दूसरे का अभिवादन करना भी पूरी तरह से बंद कर दिया था। हमने फिल्म की शूटिंग दो पेशेवर की तरह की, जो अपने कमिटमेंट को पूरा करना चाहते थे। मुझे लगता है कि दो कलाकारों के बीच असल जिंदगी में ऐसे रिश्ते के बावजूद हमने जिस परफेक्शन के साथ फिल्म की शूटिंग की, यह फिल्म के इतिहास में कलाकारों के लिए सबक है। हमने व्यक्तिगत मतभेदों को अलग रखा और पूरी शिद्दत से फिल्म के हर फ्रेम को डायरेक्टर के विजन के हिसाब से खूबसूरत, आकर्षक और कामुक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।’
मुगल-ए-आजम में दिलीप कुमार और मधुबाला
दिलीप कुमार ने आत्मकथा में दी सफाई
मधुबाला संग अपने रिश्ते के टूटने की बानगी देते हुए दिलीप कुमार लिखते हैं, ‘जैसा लोग सोचते हैं, बात उससे उलट थी। मधुबाला के पिता अताउल्लाह खान बेटी संग मेरी शादी के खिलाफ नहीं थे। उनकी अपनी प्रोडक्शन कंपनी थी। वह तो एक ही छत के नीचे दो सितारों को पाकर बहुत खुश थे। लेकिन अगर मैंने अपने नजरिए से इस पूरे बिजनस को नहीं देखा होता, तो वही होता जो वो चाहते थे। यानी दिलीप कुमार और मधुबाला अपने करियर के अंत तक हाथों में हाथ डाले गाना गाते रहते। जब मुझे मधु से उनके पिता की योजनाओं के बारे में पता चला, तो मैंने दोनों को समझाया। उन्हें बताया कि काम करने और प्रोजेक्ट चुनने का मेरा अपना तरीका है और मैं इसमें कोई ढिलाई नहीं दिखाऊंगा, भले ही वह मेरा अपना प्रोडक्शन हाउस ही क्यों न हो।’
प्यार की राह में आया अभिमान और घमंड
दिलीप कुमार लिखते हैं कि उनकी इस बात ने मधुबाला के पिता को नाराज कर दिया। इसके बाद उन्होंने अपनी बेटी मुधबाला को पूरी तरह से भरोसा दिला दिया कि दिलीप कुमार एक असभ्य और गुस्ताख इंसान है। दिलीप कुमार लिखते हैं, ‘मैंने मधु से अपनी बात पूरी ईमानदारी से कही। मैंने उससे कहा कि मेरा मतलब किसी के अपमान से नहीं है और यह उनके लिए भी एक कलाकार के तौर पर आजादी होगी। लेकिन स्वाभाविक रूप से वह अपने पिता की बात से अधिक सहमत थी। वह मुझे समझाने की कोशिश में लगी रही कि एक बार शादी हो जाने के बाद यह सब सुलझ जाएगा। लेकिन मेरी भविष्यवाणी यह थी कि मैं इसमें फंस जाऊंगा। मैंने अपने करियर में जो भी मेहनत की, जितना भी समर्पण दिया था, वह सब किसी और के हुक्म और रणनीतियों का गुलाम बन जाएगा। मैंने उसके पिता से भी इस बारे में बात की। मधु हम दोनों के बीच बिल्कुल तटस्थ रही। यह सब बहुत बुरा था। क्योंकि यकीनन हम एक अंत की ओर बढ़ रहे थे। इसलिए, परिस्थितियों देखते हुए हमने यही सही समझा कि शादी के फैसले को छोड़ देते हैं।’
किशोर कुमार और मधुबाला
मधुबाला के लिए रीबाउंड लव की तरह थे किशोर कुमार
Madhubala and Kishore Kumar: दिलीप कुमार से रिश्ता टूटने के बाद मधुबाला टूट गई थीं। एक रीबाउंड के तौर पर उनकी जिंदगी में इसके बाद सिंगर किशोर कुमार की एंट्री हुई, जो खुद रूमा देवी गुहा ठाकुरता के साथ तलाक के दौर से गुजर रहे थे। दोनों ने करीब तीन साल डेटिंग की और फिर 1960 में शादी करने का फैसला किया। तब मधुबाला की उम्र महज 27 साल थी। शादी के बाद दोनों लंदन गए, जहां डॉक्टर ने बताया कि मधुबाला के पास जिंदगी के महज 2 साल बचे हैं। किशोर कुमार ने इसके बाद यह कहकर मधुबाला को उनके पिता के घर छोड़ दिया कि वह आउटडोर लोकेशंस पर रहते हैं, ऐसे में बीमार पत्नी की देखभाल नहीं कर पाएंगे। फासला बढ़ता गया और किशोर कुमार दो महीने में एक बार मधुबाला से मिलने आते थे।
मधुबाला की फाइल फोटो
ताउम्र प्यार के लिए तरसती रही, मोहब्बत की तारीख पर पैदा होने वाली
Madhubala Death:मधुबाला को दिल में छेद होने की खबर पहली बार 1957 में हुई थी। वह राज कपूर के साथ चेन्नई में एसएस वासन की फिल्म ‘चालक’ की शूटिंग कर रही थीं। तब सेट पर ही उन्हें खून की उल्टी हुई और वह बेहोश हो गईं। तब उम्र महज 24 साल थी। मधुबाला को तीन महीने के लिए बेड रेस्ट की सलाह दी गई थी, लेकिन एक्ट्रेस नहीं चाहती थीं कि उनकी वजह से काम का नुकसान हो। इसलिए उन्होंने शूट करना जारी रखा। ‘मुगल-ए-आजम’ की शूटिंग के दौरान भी उनकी तबीयत बिगड़ी थी। आखरिर में अपने 36वें जन्मदिन के 8 दिन बाद ही 23 फरवरी, 1969 को मधुबाला का निधन हो गया। मधुबाला, जिसका जन्म प्यार और मोहब्बत की तारीख को हुआ, वह उम्रभर एक ऐसे प्यार के लिए तरसती रही, जो हर हाल में उसका साथ दे। न तो प्रेमनाथ, न दिलीप कुमार और न ही किशोर कुमार इस काबिल थे कि मधुबाला को वह एहसास दे सके।
Madhubala First Love Affair:मधुबाला मुसलमान थीं। हमारा भारतीय समाज चाहे लाख आपसी समरसता की बात कर ले, लेकिन सच यही है कि जब बात रोटी और बेटी देने की आती है तो जात और धर्म सब देखे जाने लगते हैं। मधुबाला के पहले प्यार के साथ भी ऐसा ही हुआ था। प्रेमनाथ से उनका रिश्ता 6 महीने में ही इसलिए टूट गया, क्योंकि दोनों के धर्म अलग-अलग थे। प्रेमनाथ चाहते थे कि मधुबाल हिंदू धर्म अपना ले। लेकिन पर्दे के लिए नाम बदलना और धर्म बदलना दो अलग-अलग बातें हैं। प्रेमनाथ के बाद मधुबाला की जिंदगी में दिलीप कुमार आए। दोनों के बीच प्यार के बीज फिल्म ‘तराना’ के सेट पर फूटे थे। इसके बाद इस जोड़ी ने ‘संगदिल’, ‘अमर’ और ‘मुगल-ए-आजम’ में काम किया। यह नौ साल लंबा अफेयर था।
‘तराना’ फिल्म में मधुबाला और दिलीप कुमार
मधुबाला के पिता ने कहा- मुझे बेटी को ग्वालियर नहीं भेजना
Madhubala and Dilip Kumar Love Story:बताया जाता है कि दिलीप कुमार और मधुबाला ने सगाई भी कर ली थी। बस अब निकाह पढ़ा जाना बाकी था। लेकिन तभी 9 साल के बाद यह रिश्ता टूट गया। समझा जाता है कि ऐसा दिलीप कुमार और मधुबाला के पिता के बीच मतभेदों के कारण हुआ। इस चक्कर में मीडिया के सामने और यहां तक कि कोर्टरूम में भी खूब ड्रामा हुआ था। दिलीप और मधुबाला दोनों ने तब निर्माता बीआर चोपड़ा की फिल्म ‘नया दौर’ साइन की थी। ग्वालियर में फिल्म के लिए 40 दिनों की शूटिंग होनी थी। दोनों लीड एक्टर्स को इसके लिए साइनिंग अमाउंट भी दिया गया था। लेकिन तभी मधुबाला के पिता अताउल्लाह खान ने बेटी को ग्वालियर भेजने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि बेटी के लिए यह सुरक्षित नहीं है। मधुबाला के पिता चाहते थे कि फिल्म की शूटिंग मुंबई में ही स्टूडियो में हो। पर यह बात डायरेक्टर बीआर चोपड़ा को मंजूर नहीं थी।
कोर्ट पहुंचा मामला, रिश्तों में आ गई दूरियां
आखिरकार, ‘नया दौर’ फिल्म से मधुबाला को हटा दिया गया और उनकी जगह वैजयंतीमाला ने ले ली। अताउल्लाह खान ने कॉन्ट्रैक्ट तोड़ने के लिए बीआर चोपड़ा के खिलाफ केस दर्ज कर दिया। जवाब में बीआर चोपड़ा ने भी काउंटर मुकदमा दायर किया। इस कोर्ट के कारण मधुबाला और दिलीप कुमार का रिश्ता भी गेहूं में घुन की तरह पिसनने लगा। दोनों के रिश्ते में कड़वाहट आ गई। मधुबाला के परिवार वाले हमेशा इस अचरच में रहे कि आखिर दिलीप कुमार ने तब मधुबाला का साथ क्यों नहीं दिया।
दिलीप कमार और मधुबाला
मधुबाला चाहती थीं उनके पता से माफी मांगे दिलीप कुमार
Madhubala and Dilip Kumar Breakup: ऐसा कहा जाता है कि दिलीप कुमार और मधुबाला शादी करने के लिए तैयार थे। लेकिन दिलीप कुमार ने यह शर्त रखी थी कि एक्ट्रेस को अपने पिता को छोड़ना होगा। जबकि मधुबाला चाहती थीं कि दिलीप कुमार उनके पिता अताउल्लाह खान से माफी मांगें। कोर्ट-कचहरी के चक्कर में दोनों के रिश्ते में खटास इस कदर घुल गई थी कि दोनों में से कोई समझौते के लिए तैयार नहीं था। अभिमान और घमंड की यह लड़ाई इस हद तक पहुंची कि आखिर दोनों का 9 साल पुराना प्यार खत्म हो गया।
‘मुगल-ए-आजम’ के दौरान बंद थी बातचीत
दिलीप कुमार अपनी बायोग्राफी में लिखते हैं, ‘मुगल-ए-आजम की आधी शूटिंग हम दोनों ने ऐसे वक्त में की, जब हम बात नहीं कर रहे थे। फिल्म में हमारे होठों के बीच आने वाले पंख वाले क्लासिक सीन तो तब शूट हुआ, जब हमने एक-दूसरे का अभिवादन करना भी पूरी तरह से बंद कर दिया था। हमने फिल्म की शूटिंग दो पेशेवर की तरह की, जो अपने कमिटमेंट को पूरा करना चाहते थे। मुझे लगता है कि दो कलाकारों के बीच असल जिंदगी में ऐसे रिश्ते के बावजूद हमने जिस परफेक्शन के साथ फिल्म की शूटिंग की, यह फिल्म के इतिहास में कलाकारों के लिए सबक है। हमने व्यक्तिगत मतभेदों को अलग रखा और पूरी शिद्दत से फिल्म के हर फ्रेम को डायरेक्टर के विजन के हिसाब से खूबसूरत, आकर्षक और कामुक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।’
मुगल-ए-आजम में दिलीप कुमार और मधुबाला
दिलीप कुमार ने आत्मकथा में दी सफाई
मधुबाला संग अपने रिश्ते के टूटने की बानगी देते हुए दिलीप कुमार लिखते हैं, ‘जैसा लोग सोचते हैं, बात उससे उलट थी। मधुबाला के पिता अताउल्लाह खान बेटी संग मेरी शादी के खिलाफ नहीं थे। उनकी अपनी प्रोडक्शन कंपनी थी। वह तो एक ही छत के नीचे दो सितारों को पाकर बहुत खुश थे। लेकिन अगर मैंने अपने नजरिए से इस पूरे बिजनस को नहीं देखा होता, तो वही होता जो वो चाहते थे। यानी दिलीप कुमार और मधुबाला अपने करियर के अंत तक हाथों में हाथ डाले गाना गाते रहते। जब मुझे मधु से उनके पिता की योजनाओं के बारे में पता चला, तो मैंने दोनों को समझाया। उन्हें बताया कि काम करने और प्रोजेक्ट चुनने का मेरा अपना तरीका है और मैं इसमें कोई ढिलाई नहीं दिखाऊंगा, भले ही वह मेरा अपना प्रोडक्शन हाउस ही क्यों न हो।’
प्यार की राह में आया अभिमान और घमंड
दिलीप कुमार लिखते हैं कि उनकी इस बात ने मधुबाला के पिता को नाराज कर दिया। इसके बाद उन्होंने अपनी बेटी मुधबाला को पूरी तरह से भरोसा दिला दिया कि दिलीप कुमार एक असभ्य और गुस्ताख इंसान है। दिलीप कुमार लिखते हैं, ‘मैंने मधु से अपनी बात पूरी ईमानदारी से कही। मैंने उससे कहा कि मेरा मतलब किसी के अपमान से नहीं है और यह उनके लिए भी एक कलाकार के तौर पर आजादी होगी। लेकिन स्वाभाविक रूप से वह अपने पिता की बात से अधिक सहमत थी। वह मुझे समझाने की कोशिश में लगी रही कि एक बार शादी हो जाने के बाद यह सब सुलझ जाएगा। लेकिन मेरी भविष्यवाणी यह थी कि मैं इसमें फंस जाऊंगा। मैंने अपने करियर में जो भी मेहनत की, जितना भी समर्पण दिया था, वह सब किसी और के हुक्म और रणनीतियों का गुलाम बन जाएगा। मैंने उसके पिता से भी इस बारे में बात की। मधु हम दोनों के बीच बिल्कुल तटस्थ रही। यह सब बहुत बुरा था। क्योंकि यकीनन हम एक अंत की ओर बढ़ रहे थे। इसलिए, परिस्थितियों देखते हुए हमने यही सही समझा कि शादी के फैसले को छोड़ देते हैं।’
किशोर कुमार और मधुबाला
मधुबाला के लिए रीबाउंड लव की तरह थे किशोर कुमार
Madhubala and Kishore Kumar: दिलीप कुमार से रिश्ता टूटने के बाद मधुबाला टूट गई थीं। एक रीबाउंड के तौर पर उनकी जिंदगी में इसके बाद सिंगर किशोर कुमार की एंट्री हुई, जो खुद रूमा देवी गुहा ठाकुरता के साथ तलाक के दौर से गुजर रहे थे। दोनों ने करीब तीन साल डेटिंग की और फिर 1960 में शादी करने का फैसला किया। तब मधुबाला की उम्र महज 27 साल थी। शादी के बाद दोनों लंदन गए, जहां डॉक्टर ने बताया कि मधुबाला के पास जिंदगी के महज 2 साल बचे हैं। किशोर कुमार ने इसके बाद यह कहकर मधुबाला को उनके पिता के घर छोड़ दिया कि वह आउटडोर लोकेशंस पर रहते हैं, ऐसे में बीमार पत्नी की देखभाल नहीं कर पाएंगे। फासला बढ़ता गया और किशोर कुमार दो महीने में एक बार मधुबाला से मिलने आते थे।
मधुबाला की फाइल फोटो
ताउम्र प्यार के लिए तरसती रही, मोहब्बत की तारीख पर पैदा होने वाली
Madhubala Death:मधुबाला को दिल में छेद होने की खबर पहली बार 1957 में हुई थी। वह राज कपूर के साथ चेन्नई में एसएस वासन की फिल्म ‘चालक’ की शूटिंग कर रही थीं। तब सेट पर ही उन्हें खून की उल्टी हुई और वह बेहोश हो गईं। तब उम्र महज 24 साल थी। मधुबाला को तीन महीने के लिए बेड रेस्ट की सलाह दी गई थी, लेकिन एक्ट्रेस नहीं चाहती थीं कि उनकी वजह से काम का नुकसान हो। इसलिए उन्होंने शूट करना जारी रखा। ‘मुगल-ए-आजम’ की शूटिंग के दौरान भी उनकी तबीयत बिगड़ी थी। आखरिर में अपने 36वें जन्मदिन के 8 दिन बाद ही 23 फरवरी, 1969 को मधुबाला का निधन हो गया। मधुबाला, जिसका जन्म प्यार और मोहब्बत की तारीख को हुआ, वह उम्रभर एक ऐसे प्यार के लिए तरसती रही, जो हर हाल में उसका साथ दे। न तो प्रेमनाथ, न दिलीप कुमार और न ही किशोर कुमार इस काबिल थे कि मधुबाला को वह एहसास दे सके।