Mukesh Ambani: पिता थे मुकेश अंबानी के पहले बॉस, बेटे की सैलरी है रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन से ज्यादा h3>
नई दिल्ली:मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) आईपीएल की सबसे सफल टीमों में से एक है। इस टीम का मालिकाना हक भारत और एशिया के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के पास है। लेकिन इसका डे टु डे वर्क निखिल मेसवानी (Nikhil Meswani) देखते हैं। मेसवानी भले ही सुर्खियों से दूर रहते हैं लेकिन उनकी सैलरी मुकेश अंबानी से भी ज्यादा है। मेसवानी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industies) में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी है और इसकी सफलता में मेसवानी के परिवार की भी अहम भूमिका है। निखिल मेसवानी के भाई हीतल मेसवानी भी रिलायंस इंडस्ट्रीज में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। मेसवानी भाइयों के पिता रसिकलाल मेसवानी रिलायंस के संस्थापक धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani) की बड़ी बहन त्रिलोचना बेन के बेटे थे। रिलायंस को इस मुकाम तक पहुंचाने में रसिकभाई मेसवानी की भी अहम भूमिका रही है।
रसिकभाई के बेटे निखिल आर मेसवानी और हितल आर मेसवानी रिलायंस में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। इन दोनों भाइयों को मुकेश अंबानी का दायां हाथ माना जाता है। निखिल 1986 में रिलायंस से जुड़े थे और एक जुलाई 1988 से वह कंपनी में पूर्णकालिक डायरेक्टर हैं। वह रिलायंस के पेट्रोकेमिकल डिविजन का काम देखते हैं। फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में उनकी कमाई 24 करोड़ रुपये रही। अंबानी ने 10 साल से अपनी सैलरी 15 करोड़ रुपये पर सीमित रखी है। कोरोना महामारी के कारण उन्होंने पिछले दो साल से कोई पैसा नहीं लिया है।
पिता थे मुकेश अंबानी के पहले बॉस
मेसवानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की सफलता में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने प्रोजेक्ट ऑफिसर के रूप में अपना करियर शुरू किया था और फिर तेजी से सफलता की सीढ़िया चढ़ते हुए एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बन गए। जामनगर रिफाइनरी समेत कंपनी की कई बड़ी परियोजनाओं में मेसवानी ने अहम भूमिका निभाई है। टेलिकॉम और रिटेल सेक्टर में रिलायंस की एंट्री में उनकी भूमिका अहम रही है। मेसवानी को सुर्खियों से दूर रहकर चुपचाप अपना काम करने वाला शख्स माना जाता है। उनके पिता रसिकभाई मेसवानी भी सुर्खियों से दूर रहते थे।
एक इंटरव्यू में मुकेश अंबानी ने रसिकभाई मेसवानी को अपना पहला बॉस बताया था। उन्होंने कहा था, ‘यह 1981 की बात है। रसिकभाई मेसवानी मेरे पहले बॉस थे। उस जमाने में मैनेजमेंट का स्टाइल काफी ओपन हुआ करता था। हम एकदूसरे के कैबिन में जा सकते थे, मीटिंग में शामिल हो सकते थे और किसी भी चर्चा में शामिल हो सकते थे। मेरे पिता ने इसे बढ़ावा दिया था। लेकिन जब मैं औपचारिक रूप से रिलायंस से जुड़ा तो उन्होंने कहा कि तुम्हें एक बॉस की जरूरत है। इस तरह रसिकभाई मेरे बॉस बन गए। वह हमारा पॉलिस्टर का बिजनस देख रहे थे। यह नया बिजनस था।’
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रसिकभाई के बेटे निखिल आर मेसवानी और हितल आर मेसवानी रिलायंस में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। इन दोनों भाइयों को मुकेश अंबानी का दायां हाथ माना जाता है। निखिल 1986 में रिलायंस से जुड़े थे और एक जुलाई 1988 से वह कंपनी में पूर्णकालिक डायरेक्टर हैं। वह रिलायंस के पेट्रोकेमिकल डिविजन का काम देखते हैं। फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में उनकी कमाई 24 करोड़ रुपये रही। अंबानी ने 10 साल से अपनी सैलरी 15 करोड़ रुपये पर सीमित रखी है। कोरोना महामारी के कारण उन्होंने पिछले दो साल से कोई पैसा नहीं लिया है।
पिता थे मुकेश अंबानी के पहले बॉस
मेसवानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की सफलता में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने प्रोजेक्ट ऑफिसर के रूप में अपना करियर शुरू किया था और फिर तेजी से सफलता की सीढ़िया चढ़ते हुए एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बन गए। जामनगर रिफाइनरी समेत कंपनी की कई बड़ी परियोजनाओं में मेसवानी ने अहम भूमिका निभाई है। टेलिकॉम और रिटेल सेक्टर में रिलायंस की एंट्री में उनकी भूमिका अहम रही है। मेसवानी को सुर्खियों से दूर रहकर चुपचाप अपना काम करने वाला शख्स माना जाता है। उनके पिता रसिकभाई मेसवानी भी सुर्खियों से दूर रहते थे।
एक इंटरव्यू में मुकेश अंबानी ने रसिकभाई मेसवानी को अपना पहला बॉस बताया था। उन्होंने कहा था, ‘यह 1981 की बात है। रसिकभाई मेसवानी मेरे पहले बॉस थे। उस जमाने में मैनेजमेंट का स्टाइल काफी ओपन हुआ करता था। हम एकदूसरे के कैबिन में जा सकते थे, मीटिंग में शामिल हो सकते थे और किसी भी चर्चा में शामिल हो सकते थे। मेरे पिता ने इसे बढ़ावा दिया था। लेकिन जब मैं औपचारिक रूप से रिलायंस से जुड़ा तो उन्होंने कहा कि तुम्हें एक बॉस की जरूरत है। इस तरह रसिकभाई मेरे बॉस बन गए। वह हमारा पॉलिस्टर का बिजनस देख रहे थे। यह नया बिजनस था।’
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