सुपर 30 वाले आनंद कुमार को मिला पद्मश्री, बोले- यह युवाओं को प्रेरित करेगा
आनंद कुमार ने बताया कि जब अवॉर्ड की घोषणा हुई तो सबसे ज्यादा मेरे उन बच्चों को खुशी हुई जो सुपर 30 के जरिए पढ़कर आज अच्छी-अच्छी जगहों पर हैं। उन्होंने कहा कि मेरे जैसे मामूली शिक्षक को पद्म अवॉर्ड मिलना यह बहुत बड़ी बात है। बिहार में और जिन दो लोगों को मिला है, वे भी इसके हकदार लोग हैं। देहात के लोग हैं, जमीनी लोग हैं। कॉमन मैन को पद्म अवॉर्ड मिलना यह देश के लिए अच्छी बात है। यह तमाम युवाओं में उत्साह भरने का काम करेगा। उनमें उम्मीद जगेगी कि अगर आप अच्छा काम करेंगे तो सरकार आपको प्रोत्साहन देगी। यह अच्छी परंपरा की शुरुआत है।
बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को दिग्गज समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव और मशहूर चिकित्सक दिलीप महलानाबिस को भी मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया। लेखक एवं परोपकार के कार्य से जुड़ीं सुधा मूर्ति, भौतिक विज्ञानी दीपक धर, उपन्यासकार एस.एल. भैरप्पा, प्रख्यात पार्श्व गायिका वाणी जयराम और वैदिक विद्वान त्रिदंडी चिन्ना जे. स्वामीजी को भी यहां राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
दीपक धर सांख्यिकीय भौतिकी में अपने लंबे शोध करियर के लिए जाने जाते हैं। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में सुधा मूर्ति की बेटी एवं ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता अगली कतार में विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ बैठी नजर आईं। राष्ट्रपति ने इस साल के गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 106 पद्म पुरस्कार दिए जाने को मंजूरी दी थी। बुधवार को कुल 52 पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया गया, जिनमें दो पद्म विभूषण, पांच पद्म भूषण और 45 पद्म श्री शामिल रहे। अन्य प्रतिष्ठित हस्तियों को 22 मार्च को पद्म पुरस्कार दिए गए थे।