स्वार्थ के कारण देश हित को नुकसान पहुंचाने वाली प्रवृत्ति न पालें- देखें वीडियो | Mohan Bhagwat unveiled the statue of Veerangana Durgavati in Majhgawan | Patrika News

7
स्वार्थ के कारण देश हित को नुकसान पहुंचाने वाली प्रवृत्ति न पालें- देखें वीडियो | Mohan Bhagwat unveiled the statue of Veerangana Durgavati in Majhgawan | Patrika News


स्वार्थ के कारण देश हित को नुकसान पहुंचाने वाली प्रवृत्ति न पालें- देखें वीडियो | Mohan Bhagwat unveiled the statue of Veerangana Durgavati in Majhgawan | Patrika News

सतना। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल आए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर संघ चालक मोहन भागवत शनिवार को रेवांचल एक्सप्रेस में सतना पहुंचें। यहां सर्वप्रथम भागवत सतना स्थित संघ कार्यालय नारायण कुटी में पहुंचे, जहां उन्होंने संघ के पदाधिकारियों से मुलाकात की।

इसके पश्चात वे मझगवां में वीरांगना दुर्गावती की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे। भागवत को यहां जानकीकुंड और आरोग्यधाम में आयोजित कार्यक्रम में भी शामिल होना है। वहीं जो सूचना समाने आ रही है उसके अनुसार मोहन भागवत शनिवार रात चित्रकूट में विश्राम करने के पश्चात रविवार को प्रयागराज रवाना हो जाएंगे।

भागवत करीब 11:30 बजे वे सतना के मझगवां स्थित कृषि विग्रह केंद्र पहुंचें, जिसके बाद वे मझगवां में आयोजित वीरांगना दुर्गावती की 500वीं जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए भागवत ने यहां रानी दुर्गावती की प्रतिमा का अनावरण किया। साथ ही वीरांगना रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए।

यहां आम जनसभा को संबोधित करने के दौरान भागवत करीब 5 मिनट से भी अधिक समय तक वीरांगना रानी दुर्गावती के चरित्र व शौर्य पर ही चर्चा करते रहे। संबोधन के दौरान डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि विदेशी हमलावरों को कई बार रानी दुर्गावती ने नाकों चने चबवाये थे, लेकिन अपनों ने ही उन्हें धोखा दिया।

रानी दुर्गावती किसी की वीरता से कभी भी नहीं हारी, बल्कि उनके साथ विश्वासघात हुआ था। यहां उन्होंने ये भीे कहा कि रानी दुर्गावती को याद करते हुए हमें एक बात अवश्य सीखनी चाहिए, कि अपने छोटे-छोटे स्वार्थ के कारण कभी भी देश हित को नुकसान पहुंचाने वाली प्रवृत्ति हमारे अंदर ना आए।

वहीं इससे पहले डॉ. मोहन भागवत के आगमन को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। इस कार्यक्रम के दौरान स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव की प्रदर्शनी, साधु-संतों के दर्शन, ग्रामीण क्षेत्र की विरासत परंपरा पर सांस्कृतिक कार्यक्रम व पोषक अनाजों की उपयोगिता पर प्रदर्शनी भी लगाई गई।

उन्होंने कहा कि यह स्थान हमारे लिए किसी तपोभूमि से कम नहीं है उन्होंने नानाजी देशमुख के बारे में कहा कि इस धरती पर उन्होंने साधना की है। भगवत ने कहा कि जब बात राष्ट्रहित की हो तो हमें अपना पराया से ऊपर उठकर राष्ट्र हित के बारे में सोचना चाहिए । इस आयोजन के दौरान यहां सैकड़ों की संख्या में आम लोग, संघ के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में भाजपा के जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। वहीं इस कार्यक्रम के बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत चित्रकूट के लिए रवाना हो गए, जहां वे डीआरआई में रात्रि विश्राम करने के बाद रविवार को प्रयागराज के लिए प्रस्थान करेंगे।



Source link