Ghazaiabad: जमीन पर दबंगों का था कब्जा, सुनवाई नहीं, किसान ने अफसरों के सामने काट ली नस… मौत से मचा हड़कंप
सुशील कुमार की डिडोली में आबादी के बीच जमीन थी, जिस पर कुछ लोगों ने कब्जा कर रखा है। वह लंबे समय से अधिकारियों से जमीन की पैमाइश कराने की मांग करता आ रहे थे। अनेकों बार समाधान दिवस में शिकायत दर्ज करा चुके थे। बावजूद इसके अधिकारी शिकायत को गंभीरता से नहीं ले रहे थे। शनिवार को भी किसान शिकायत लेकर तहसील परिसर में संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे। अधिकारियों से जमीन की पैमाइश की मांग की। आरोप है कि अधिकारियों ने पुराना रटा रटाया जवाब दिया कि जल्द पैमाइश कराई जाएगी।
अधिकारियों का जवाब सुनकर उठाया खौफनाक कदम
अधिकारियों का जवाब सुनते ही पीड़ित किसान भावुक हो गए। जेब से ब्लेड निकालकर हाथ की नस काट डाली। यह देख अधिकारी और कर्मचारी दंग रह गए। नस कटते ही वह बेसुध हो गए और वहीं गिर पड़े। गंभीर हालत में मेरठ रेफर किया गया, वहां उनकी मौत हो गई। सूचना पाकर एडीएम ऋतु सुहास तहसील में पहुंचीं और जानकारी लेने के बाद अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए।
250 गज जमीन पर था कब्जा
सुशील कुमार अपनी पत्नी परिणीति त्यागी, बेटे रविश त्यागी, गोलू व बेटी मोना के साथ रहते थे। 30 साल पहले उन्होंने अपनी कृषि भूमि बेच दी थी। गांव डिडोली में उनके नाम पर आबादी में एक हजार गज भूमि थी। आरोप था कि दबंगों ने लगभग 250 गज भूमि पर अवैध कब्जा कर रखा है।
रुका पड़ा था बैनामा
2020 में सुशील ने जमीन बेचने के लिए गांव के ही रहने वाले व्यक्ति से सौदा किया था, लेकिन जमीन कब्जा मुक्त नहीं होने के कारण बैनामा नहीं हो पा रहा था। पिछले 3 साल से वह इसी मामले में अधिकारियों के चक्कर लगा रहे थे। परिवार की मानें तो मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी कई बार शिकायत कर चुके थे, लेकिन किसी भी अधिकारी ने समाधान नहीं किया।
गाजियाबाद की एडीएम ऋतु सुहास ने कहा कि सुशील की शिकायत पर लेखपाल ने कोर्ट में मुकदमा दायर करने के लिए कहा था। इस मामले की जांच की जा रही है। जांच में यदि लापरवाही सामने आई तो संबंधित कर्मी या अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।