25.47 की औसत और 22 वनडे में 2 फिफ्टी, क्या अब सूर्या होंगे टीम से OUT?
उनसे इसी तरह का प्रदर्शन अब तक वनडे इंटरनेशनल में नहीं देखने को मिला है जहां उनके नाम 22 मैच में महज दो हाफ सेंचुरी हैं। सर्वोच्च स्कोर 64 रन है। पिछले दो वनडे मैचों में वह लगभग एक ही तरह से पहली गेंद पर आउट हो गए। दोनों बार उन्हें मिचेल स्टार्क ने आउट किया। इन दो ‘गोल्डन डक’ को भूल भी जाएं तो उनके नाम उससे पहले की दस वनडे पारियों में 14, 31, 4,6, 34*, 4, 8, 9,13, 16 रन दर्ज हैं। जाहिर है, वनडे इंटरनेशनल की जरूरतों के हिसाब वह अभी तक अपने को ढाल नहीं पाए हैं। हालांकि, इसके बावजूद उन पर टीम मैनेजमेंट का भरोसा बना हुआ है।
सूर्यकुमार को पता है कि उन्हें वनडे में भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा। मैं कह चुका हूं कि क्षमतावान खिलाड़ियों को यह कभी नहीं लगना चाहिए कि उन्हें भरपूर मौके नहीं दिए गए।
रोहित शर्मा, कप्तान, भारतीय टीम
टीम मैनेजमेंट का समर्थन
दूसरे वनडे में ऑस्ट्रेलिया से 10 विकेट से मिली हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा से सूर्यकुमार के प्रदर्शन पर सवाल किया गया। इस पर उनका कहना था, ‘हमें श्रेयस अय्यर की वापसी के बारे में पता नहीं है। उसकी जगह खाली है तो हम सूर्य को ही उतारेंगे। उन्होंने सीमित ओवरों में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है और मैं कई बार कह चुका हूं कि जिसमें क्षमता है, उसे मौके मिलेंगे। उन्हें सात आठ या 10 मैच लगातार देने होंगे ताकि वह अधिक सहज हो सकें। अभी उन्हें किसी के चोटिल होने या उपलब्ध नहीं होने पर मौका मिल रहा है। टीम मैनेजमेंट का काम खिलाड़ियों को मौके देना है और जब लगे कि वह सहज नहीं है या रन नहीं बन रहे, तब इसके बारे में सोचेंगे।’
नंबर्स गेम
- 2 हाफ सेंचुरी हैं सूर्यकुमार यादव के नाम 22 वनडे इंटरनेशनल मैचों में
- 25.47 औसत से रन बनाए हैं सूर्यकुमार यादव ने अब तक वनडे इंटरनेशनल करियर में
स्टार्क ने 13 साल से नहीं बदला है अंदाज
भारत के खिलाफ दूसरे वनडे में पांच विकेट लेने के बाद ऑस्ट्रेलिया के फास्ट बोलर मिचेल स्टार्क ने कहा है कि पावरप्ले के ओवर्स में फुल लेंथ पर बोलिंग करने की उनकी योजना पिछले 13 सालों से नहीं बदली है। इसने उनको अच्छा रिजल्ट भी दिया है। स्टार्क सीरीज के शुरुआती दो वनडे मैचों में आठ विकेट ले चुके हैं। पावरप्ले के दौरान स्ट्राइक करने की उनकी क्षमता लगातार दिखी है।
दूसरे वनडे में स्टार्क के चार विकेट ओपनिंग स्पेल के दौरान आए। इस 33 वर्षीय पेसर ने कहा कि वह अपनी वह रणनीति नहीं बदलेंगे जिससे उन्हें 109 वनडे इंटरनेशनल मैचों में 219 विकेट मिले हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरी योजना 13 साल से नहीं बदली है। लंबे समय से मेरी भूमिका रही है कि मैं पावरप्ले में विकेट लेने की कोशिश करूं। कभी-कभी शायद मैं अधिक महंगा रहूं, लेकिन मैं सभी तरीकों से आउट करने की कोशिश करता हूं। पिछले दो मैचों में मेरा कोई नया गेम प्लान नहीं था।’