पटना से दिल्ली तक लालू का ‘माया’ जाल? 24 ठिकानों पर हलकान रही ED; बेटा-बेटी-समधी-दामाद लपेटे में
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की विशेष टीम ने नौकरी के बदले जमीन लेने के मामले में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद की बेटियों, नजदीकी राजद नेता और करीबियों के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इसमें पटना के अलावा दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, रांची और मुंबई के 24 ठिकानों को खंगाला। पटना में अबु दोजाना और उनके सीए नायक के पांच ठिकानों पर सुबह से लेकर देर शाम तक छापेमारी की गई। इसमें फुलवारीशरीफ के हारूण कॉलोनी में अबु दोजाना के आलीशान मकान तथा एसपी वर्मा रोड में उनके कार्यालय, डाक बंगला चौराहा पर पटना वन मॉल समेत चार ठिकानों और उनके सीए के बुद्धा कॉलोनी स्थित घर में तलाशी ली गई। इन सभी स्थानों से बड़ी संख्या में जमीन-जायदाद से संबंधित दस्तावेजों, विभिन्न संस्थानों में निवेश से संबंधित कागजात और बड़ी संख्या में बैंक के खाते बरामद किए गए हैं।
इसके अलावा दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, रांची और मुंबई में मौजूद उनकी बेटियों मीसा भारती, रागिनी यादव, चंदा यादव और हेमा यादव के ठिकानों पर भी सघन तलाशी ली गई। दिल्ली एनसीआर इलाके में मीसा भारती एवं रागिनी यादव के सैनिक कॉलोनी स्थित फॉर्म हाउस, एमएमएच-4 में मौजूद बंगला, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित कोठी समेत अन्य पॉश इलाकों में मौजूद 19 से अधिक ठिकानों की तलाशी ली गई। इस दौरान कई स्थानों से बड़ी संख्या में कागजात बरामद हुए हैं। इन सभी की जांच के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट होगी।
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यह है मामला
मामला तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के कार्यकाल से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि जमीन लेकर दो दर्जन से अधिक लोगों को रेलवे में ग्रुप-सी एवं डी में नौकरियां दी गईं थी। इस मामले में सीबीआई ने पिछले वर्ष केस दर्ज किया था। इसके बाद ईडी ने भी सीबीआई की एफआईआर को आधार बनाते हुए ईसीआईआर दर्ज कर छापेमारी की कार्रवाई की है। इसमें पीएमएलए से जुड़े मामले की जांच ईडी कर रही है।
इससे पहले सीबीआई भी कर चुकी जांच
सीबीआई ने इस मामले में आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत लालू और उनके परिजनों के खिलाफ केस दर्ज किया है। लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, मीसा भारती, उनके करीबी भोला यादव समेत 14 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। इस मामले में सीबीआई आरोपपत्र भी दायर कर चुकी है। जांच एजेंसी ने लालू प्रसाद से दिल्ली स्थित मीसा भारती के सरकारी आवास तथा राबड़ी देवी से पटना के 10 सर्कुलर रोड स्थित सरकारी आवास में इसी सप्ताह 6 मार्च को चार घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी।
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तीन आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
इस मामले में सीबीआई अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहने के दौरान उनके विशेष कार्य अधिकारी रहे भोला यादव के अलावा रेलवे के कर्मचारी हृदयानंद चौधरी और एक अन्य व्यक्ति धर्मेंद्र राय शामिल हैं। भोला यादव वर्तमान में बेल पर हैं।