अभिषेक, दीपिका, सचिन, धोनी… उन्हें खबर भी नहीं होगी, यहां आधार-पैन बन गए! दिल्ली के ये ठग तो गजब हैं
एक के बाद दूसरा और जुड़ते गए ठगी के तार
शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की। बाबरपुर के छज्जूपुर निवासी सुनील कुमार को पकड़ा। इससे कई फर्जी दस्तावेज बरामद हुए। इसने बताया कि ये फर्जी दस्तावेज बाबरपुर के पुनीत और आसिफ से बनवाता है। पुलिस दोनों को भी अरेस्ट कर लिया। आरोपी सुनील ने खुलासा किया कि ठगी का ये तरीका उसने जयपुर के विश्व भास्कर शर्मा से सीखा है। इससे वो टेलिग्राम के एक ग्रुप के जरिए मिला था। एक अन्य आरोपी पंकज मिश्रा भी ऐसे ही गैंग से जुड़ा। दोनों को जयपुर से दबोच लिया गया।
कैसे अंजाम देते थे पूरी धोखाधड़ी?
जांच में पुलिस ने पाया कि जीएसटी नंबर ऑनलाइन दिख जाता है, जिसके बीच के दस नंबर पैन कार्ड के होते हैं। गैंग इसी नंबर का फर्जी पैन कार्ड और आधार कार्ड तैयार कर लेता था। इससे क्रेडिट कार्ड अप्लाई करते थे। क्रेडिट कार्ड जारी करने से पहले वेरिफिकेशन करते समय बैंक या कंपनी के लोग जैसे ही सिबिल चेक करने के लिए पैन कार्ड सिस्टम में डालते तो नामी हस्ती का रिकॉर्ड आ जाता है। शानदार सिबिल होने से वो लाखों की क्रेडिट लिमिट वाला कार्ड जारी हो जाता था। विडियो कॉल में वेरिफिकेशन होता तो ठग आधार और पैन कार्ड दिखा देते। आरोपी क्रेडिट से शॉपिंग और कैश को पेटीएम के जरिए अपने खातों में तेजी से ट्रांसफर कर देते थे।