कई बेरोजगार, कुछ सिर धुन रहे… राजस्थान में बोर्ड एग्जाम पर ‘नेटबंदी’ के फरमान ने लाखों को कर दिया परेशान

26
कई बेरोजगार, कुछ सिर धुन रहे… राजस्थान में बोर्ड एग्जाम पर ‘नेटबंदी’ के फरमान ने लाखों को कर दिया परेशान

कई बेरोजगार, कुछ सिर धुन रहे… राजस्थान में बोर्ड एग्जाम पर ‘नेटबंदी’ के फरमान ने लाखों को कर दिया परेशान


जयपुर: राजस्थान सरकार ने 10 फरवरी को गिग वर्कस को बड़े सपने दिखाए। करीब 4 लाख ऐस युवाओं के लिए 200 करोड़ रुपए का कल्याण कोष बनाने की घोषणा की। लेकिन इस घोषणा के 15 दिन बाद ही इनमें से अधिकांश बेरोजगार हो गए। पिछले तीन दिन से इनकी रोजी-रोटी बंद है। वजह, प्रदेश में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं ठप होना है। गिग वर्कर्स यानी ओला, उबर, स्विगी, जोमैटो, अमेजन आदि कंपनियों के लिए काम करने वाले बिना इंटरनेट बेरोजगार हैं। जयपुर में अगले दो दिन और ऐसे ही हालात रहने वाले हैं। पढ़ें… गिग वर्कर्स की बेरोजगारी से परे आमजन कैसे जुझ रहा है सरकारी नेटबंदी से… जो लोग ऑनलाइन सेवाओं से जुड़े हैं वो सिर धुन रहे हैं… खुद अपने ही बाल नोंच रहे हैं…

ओला, उबर, जोमैटो, अमेजन सेवाएं बंद

जयपुर समेत प्रमुख 11 शहरों में 25 फरवरी से गिग वर्कर्स परेशान है। उनकी सेवाएं बंद हैं। इनमें ओला, उबर, स्विगी, जोमैटो, अमेजन आदि कंपनियों के लिए काम करने वाले युवा बेरोजगार हो गए हैं। इनकी संख्या करीब 4 लाख बताई जा रही है।

इंटरनेट बंद तो खबरें बंद! सोशल मीडिया क्रिएटर परेशान

इंटरनेट बंद तो खबरें बंद! सोशल मीडिया क्रिएटर परेशान

इंटरनेट बंद तो खबरें बंद! सोशल मीडिया क्रिएटर परेशान
राजस्थान के प्रमुख शहरों में सामान्य जन जीवन बिना इंटरनेट प्रभावित है। यहां तक कि वर्कफ्रॉम होम और ऑनलाइन काम करने वाले पत्रकार भी स्थानीय खबरें नहीं भेज पा रहे हैं। यहां तक कि सोशल मीडिया क्रिएटर्स भी परेशान हैं। वो अपना डिजिटल कंटेंट नहीं बना पा रहे हैं और न ही अपलोड कर पा रहे हैं।

सफर मुश्किल, कैब बंद, बाइक टैक्सी भी नहीं

सफर मुश्किल, कैब बंद, बाइक टैक्सी भी नहीं

जयपुर समेत प्रमुख शहरों में सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट में अब सबसे अहम भूमिका कैब और बाइक कैब निभा रही हैं। लेकिन मोबाइल इंटरनेट बंद होने के चलते ये सभी सेवाएं ठप हैं। उबर, ओला और रेपिडो बाइक टैक्सी का संचालन बंद पड़ा है। ऐसे में राजधानी जयपुर में भी आमजन परेशान है।

बिना इंटरनेट ‘गूगल बाबा’ नहीं दिख रहा राह

बिना इंटरनेट गूगल बाबा नहीं दिख रहा राह

गूगल मैप के भरोसे रहने वाले जयपुर में 15 साल पीछे चले गए। 2008 तक बिना गूगल मैप के एड्रेस पर पहुंचने का एक जरिया होता था नुक्कड़ की दुकान, पान वाले या चाय की थड़ी पर पता पूछना। लेकिन समय से साथ इनकी जगह गूगल ने ले ली। लेकिन पिछले तीन दिन से जयपुरवासी फिर से 15 साल पीछे पहुंच गए। बिना इंटरनेट गूगल रास्ता नहीं बता रहा।

हजारों मेहमान, बिना इंटरनेट परेशान, परीक्षा सेंटर ढुंढ़ना भी नहीं आसान

हजारों मेहमान, बिना इंटरनेट परेशान, परीक्षा सेंटर ढुंढ़ना भी नहीं आसान

जयपुर में शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए 187 एग्जाम सेंटर बनाए गए हैं। ये शहर के अलग-अलग इलाकों में हैं। ऐसे में दूर-दराज से आने वाले परीक्षार्थी यहां तक पहुंचने के लिए टैक्स, कैब और बाइक टैक्स के भरोसे थे। लेकिन इंटरनेट बंद करने के चलते ये सेवाएं काम नहीं आ सकी। शहर में हजारों युवा और उनके परिजन अपने परिचितों के यहां भी बिना गूगल मैप लॉकेशन के पता ढुढ़ने में परेशान हो रहे हैं। वहीं सोमवार से शुरू हुए सीबीएसई 10वीं बोर्ड परीक्षा के लिए भी हजारों बच्चों और उनके पेरेंट्स अगल अलग स्कूल सेंटर्स पर पहुंचने में खासे परेशान दिखे।

छोटे कारोबारी, या खुदरा बिक्रेता, सब धंधा प्रभावित

छोटे कारोबारी, या खुदरा बिक्रेता, सब धंधा प्रभावित

सब्जी मंडी हो या किराणा दुकान, छोटे कारोबारी से खुदरा विक्रेता तक मोबाइल इंटरनेट बंद होने से प्रभावित है। गौतम किराणा स्टोर के रवि शर्मा बताते हैं कि पिछले तीन दिनों में कई दर्जन ग्राहक महज इस लिए लौट गए किए कैश लाए नहीं थे और QR कोड से ऑनलाइन पेमेंट हुआ नहीं। वहीं कुछ कारोबारियों का कहना है कि बकाया चुकाने में देरी के पीछे पार्टियों ऑनलाइन पेमेंट अटकने की वजह बता रहे हैं।

ऑनलाइन पढ़ाई बंद, बच्चे भी नोच रहे बाल

ऑनलाइन पढ़ाई बंद, बच्चे भी नोच रहे बाल

राजस्थान में शिक्षक भर्ती परीक्षा ही नहीं अन्य दर्जनों प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी ऑनलाइन हो रही है। बड़े बड़ें संस्थान अपने मोबाइल एप पर या यूट्यूब पर क्लासेज ले रहे हैं। लेकिन इंटरनेट बंदी के चलते हजारों युवाओं की पढ़ाई चौपट हो रही है। वहीं छोटे बच्चों से जुड़ी समस्या भी सामने आई है। कुछ पेरेंट्स का कहना है कि ऑलाइन गेम की लत वाले बचे अपने ही बाल नोंच रहे हैं। इंटरनेट नहीं चलने से अधिकांश गेम नहीं चल रहे है।

शॉपिंग मॉल का धंधा प्रभावित, शॉपिंग कार्ट छोड़ लौट रहे ग्राहक

शॉपिंग मॉल का धंधा प्रभावित, शॉपिंग कार्ट छोड़ लौट रहे ग्राहक

रिलांयस स्टोर से घर के सामान की खरीदारी करने में एक ग्राहक को 1 घंटा लगा। बिलिंग काउंटर पर पहुंचा तो पता चला ऑनलाइन भुगतान नहीं कर सकता। क्योंकि मोबाइल पर इंटरनेट नहीं चल रहा है। उसे शॉपिंग कार्ट यूं ही छोड़ लौटना पड़ा। कमला नेहरु नगर निवासी मनोज कुमावत की तरह जयपुर में अगले दो दिन बड़ी स्टोर्स में ऐसे ही परेशानी देखी जा सकती है। क्योंकि अगले दो दिन और यहां इंटरनेट बंद रहने वाला है।

हाईवे पर फास्टैग बनना बंद

हाईवे पर फास्टैग बनना बंद

हाईवे किनारे टोल प्लाजा के पास तत्काल फास्टैग बनाने वाली दुकानें हट चुकी हैं। पिछले तीन दिनों से उनका धंधा चौपट हो चुका है। वाहन चालकों को तत्काल फास्टैग बनाकर देने वाले ये बैंक एजेंट अब बिना मोबाइल इंटरनेट के काम नहीं कर पा रहे।

राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News