ये देश का सबसे बड़ा आतंकी! मंसूबे इतने नापाक की 40 से ज्यादा बम धमाकों में हाथ, पढ़ें 3 शादियां करने वाले टुंडा की कहानी
Abdul Karim Tunda, Lashkar-e-Taiba terrorist: राजस्थान की एक स्पेशल कोर्ट ने 1993 में हुए सीरियल बम ब्लास्ट मामले में गुरुवार को सुनवाई हुई। इस सीरियल ब्लास्ट के सरगना पर देश में 40 जगह ब्लास्ट का आरोप है। नापाक मंसूबे रखने वाले इस आतंकी का नाम सैयद अब्दुल करीम टुंडा है।
हाइलाइट्स
- 3 शादियां और 7 बच्चे पैदा करने वाला आतंकी टुंडा की टेरर स्टोरी
- टुंडा ने एक ही दिन में 5 शहरों में किए थे बम ब्लास्ट
- 6 दिसंबर 1993 को बाबरी मस्जिद विध्वंस की पहली बरसी पर किए थे ब्लास्ट
कई शहरों में हुए बम धमाकों का मास्टर माइंड रहा है टुंडा
1993 से लेकर 1998 तक देश के कई शहरों में हुए बम धमाकों का मास्टर माइंड अब्दुल करीम टुंडा ही था। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, आंध्रप्रदेश और महाराष्ट्र में हुई कई आतंकी घटनाओं में टुंडा का हाथ था। टुंडा आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा का प्रमुख भी रहा है। उसने धार्मिक कट्टरता के चलते आतंकियों की नई फौज तैयार कर ली थी। टुंडा के आतंकी संगठन की फंडिंग विदेशों से होती थी। केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों की जांच में पता चला कि टुंडा का नेटवर्क कई देशों तक फैला हुआ था।
टुंडा ने तीन शादियां की है जिनसे उसके 7 बच्चे पैदा किए
टुंडा उत्तर प्रदेश के पिलाखुवा इलाके का रहने वाला है। उसने तीन शादियां की है जिनसे उसके 7 बच्चे पैदा हुए हैं। बताया जाता है कि आतंकी संगठन चलाने से पहले वह होम्योपैथी दवाइयों की दुकान चलाता था। इसी बीच वह पाकिस्तानी आतंकी संगठनों के संपर्क में आया और बम बनाना सीख गया था। टुंडा को बम बनाने में महारथ हासिल हो गई। वह कुछ ही दिनों में खतरनाक बम बना देता था। बम बनाने के दौरान हुए ब्लास्ट में टुंडा का बायां हाथ टूट गया था। हाथ कटने के बाद से ही उसे टुंडा नाम से जाना जाने लगा।
ब्लास्ट की घटना में खुद शामिल नहीं होता था टुंडा
टुंडा इतना शातिर दिमाग था कि आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए वह खुद कहीं नहीं जाता था। इसी कारण जांच एजेंसियों को पर्याप्त सबूत और गवाह नहीं मिलते। इस वजह से वह सजा पाने से बचने में कामयाब रहा। वर्ष 1997 में रोहतक में दो जगह बम ब्लास्ट किए गए। मास्टर माइंड टुंडा ही था। वर्ष 1998 में हैदराबाद बम ब्लास्ट की प्लानिंग भी टुंडा ने ही की थी। इन दोनों मामलों में टुंडा कोर्ट से बरी हो गया। लम्बी कानूनी प्रक्रिया के बाद ऐसा कोई गवाह नहीं मिला जिसने टुंडा को आतंकी घटना कारित करने वाले स्थान पर देखा हो। साजिश भले ही टुंडा ने रची हो लेकिन सीधे तौर पर सामने नहीं आने के कारण वह कानूनी पैचीदगियों से बच जाता।
अजमेर की टाडा कोर्ट में चल रही है सुनवाई
देश में हुए कुल 40 बम धमाकों में अब्दुल करीम टुंडा का हाथ बताया जा रहा है। देश के अलग अलग राज्यों में 33 मुकदमें टुंडा के खिलाफ दर्ज हैं। अगस्त 2013 में उसे गिरफ्तार किया गया। देश में तीन शहरों अजमेर, श्रीनगर और मुम्बई में स्पेशल टाडा कोर्ट हैं जहां विशेष मामलों की सुनवाई होती है। वर्ष 1993 में देश के पांच शहरों में एक साथ हुए बम ब्लास्ट के मामले की सुनवाई अजमेर की टाडा कोर्ट में चल रही है। फिलहाल टुंडा अजमेर की हाई सेक्युरिटी जेल में बंद है।
रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़
जानिए क्या है लश्कर के ‘बम एक्सपर्ट’ टुंडा का चूरन कनेक्शन
आसपास के शहरों की खबरें
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप