Kashmiri Youth Sadition Case: कश्मीरी छात्रों के लिए कोई वकील खड़ा नहीं हो रहा, इनका गुनाह क्या है?

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Kashmiri Youth Sadition Case: कश्मीरी छात्रों के लिए कोई वकील खड़ा नहीं हो रहा, इनका गुनाह क्या है?

Kashmiri Youth Sadition Case: कश्मीरी छात्रों के लिए कोई वकील खड़ा नहीं हो रहा, इनका गुनाह क्या है?


आगरा: आगरा के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई करने वाले तीन कश्मीरी छात्रों की परेशानी लगातार बढ़ी हुई है। उनका केस लड़ने को कोई वकील तैयार नहीं हो रहा है। इस मामले में परेशान छात्रों के सामने पढ़ाई को पूरा करने का संकट है। हाई कोर्ट से आरोपी छात्रों ने केस खत्म करने का अनुरोध किया है। दरअसल, टी-20 विश्व कप के दौरान पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की भारत पर जीत के बाद इन तीनों छात्रों पर जश्न मनाने का आरोप लगा। इस मामले में तीनों छात्रों पर प्राथमिकी दर्ज की गई। देशद्रोह का आरोप लगा। आरोपियों की गिरफ्तारी की गई। शहर में गिरफ्तारी के बाद से करीब 15 महीने बाद इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश पर केस की फाइल सहारनपुर पहुंच गई है।

कश्मीरी छात्रों के पाकिस्तानी टीम की जीत पर जश्न मनाने के आरोपों पर पक्ष रखने के लिए आगरा के वकील तैयार नहीं हो रहे। उनके समर्थन में आगरा के वकील लड़ने को तैयार नहीं हो रहे हैं। आगरा के वकीलों ने घोषित कर दिया है कि वे अभियुक्त कश्मीरी युवाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करेंगे। कई वकीलों ने तो आरोपी छात्रों पर हमला भी किया था। इसके बाद आरोपियों ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर कर मामले को आगरा के बाहर स्थानांतरित करने की अपील की थी। 11 जनवरी को इस मामले में हाई कोर्ट ने आदेश पारित किया।

सहारनपुर कोर्ट में होगी सुनवाई

आगरा जिला बार काउंसिल के फैसले को देखते हुए अब सहारनपुर में केस पर सुनवाई होगी। नियम के अनुसार, सहारनपुर सीजेएम कोर्ट में इस मामले पर विधि अनुरूप सुनवाई होगी। सहारनपुर बार एसोसिएशन की ओर से इस संबंध में स्थिति साफ कर दी गई है। एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंद कुमार ने कहा कि सभी नागरिकों को न्याय पाने का अधिकार है। सहारनपुर के वकील कश्मीरी स्टूडेंट्स के पक्ष को रखेंगे। हमलोग उनके खिलाफ कोई प्रदर्शन नहीं करेंगे।

तीन छात्रों पर दर्ज हुआ था एफआईआर

तीन कश्मीरी छात्रों अरशद युसुफ, इनायत अल्ताफ शेख और शौकत अहमद गनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया था। इन लोगों पर वॉट्सऐप के स्टेटस में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के समर्थन में पोस्ट करने का आरोप लगा था। इस मामले में तीनों छात्रों को गिरफ्तार कर 27 अक्टूबर 2021 को जेल भेज दिया गया था। अब छात्र इस केस को खत्म करने की अपील कर रहे हैं।

इस मामले में आरोपी छात्र शौकत का कहना है कि हमने अपनी जमीन और अन्य संपत्तियों को इस केस को लड़ने के लिए बेच दिया। मैं पढ़ाई जारी रखना चाहता हूं। मेरा बीटेक फाइनल ईयर है। लेकिन, दो अन्य छात्र तो पढ़ाई भी छोड़ चुके हैं।

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