Bihar BJP: ‘RJDfied की चपेट में CM नीतीश, राजनीतिक तबीयत इतनी खराब कि कुशवाहा से भी लग रहा डर’
2000 कार्यकर्ताओं के लिए इंतजाम
उपेंद्र कुशवाहा की ओर से आयोजित जेडीयू कार्यकर्ताओं के खुला अधिवेशन में 2000 कार्यकर्ताओं का इंतजाम है। कुशवाहा के करीबी ने बताया कि बिहार के सभी जिलों से जेडीयू कार्यकर्ता पहुंचे हैं। जिनकी संख्या 2000 से ऊपर है। सभी कार्यकर्ताओं के खाने-पीने और रहने का इंतजाम भी किया गया है। बताया गया कि ये खुला अधिवेशन जेडीयू को फिर से बिहार का नंबर वन पार्टी बनाने की दिशा में काम करने के लिए बुलाया गया है। पार्टी के भीतर कुछ नेता बड़े पद पर बैठे हुए हैं लेकिन वो पार्टी और मुख्यमंत्री को कमजोर करने की कोशिश में दिन-रात लगे रहते हैं। इस अधिवेशन में वैसे ही नेताओं को चिन्हित कर उन्हें पार्टी से निकालने या फिर उन्हें हिदायत देने के बाद पार्टी को मजबूत करने की दिशा में कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए जाएंगे।
कुशवाहा के खुला अधिवेशन में MLC पहुंचे
कुशवाहा के दो दिवसीय खुला अधिवेशन को पार्टी ने असंवैधानिक बताया है। वहीं, जेडीयू विधान पार्षद रामेश्वर महतो इसमें उपेंद्र कुशवाहा के साथ बैठे दिखाई दिए। इसके अलावा महात्मा फुले संगठन से जुड़े लोग और समता पार्टी से जुड़े लोगों का भी भारी जमघट उपेंद्र कुशवाहा के खुला अधिवेशन में देखने को मिली। इस संदर्भ में उपेंद्र कुशवाहा से जब बात करने की कोशिश की गई तो पता चला कि वो सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने खुला अधिवेशन के विषय में पूरी जानकारी जनता के सामने रखेंगे। हालांकि उपेंद्र कुशवाहा के करीबी नेता ने बताया कि जेडीयू के कई विधायकों और वरिष्ठ नेताओं ने इस दो दिवसीय खुला अधिवेशन का समर्थन किया है।
ललन सिंह ने कुशवाहा को पढ़ाया पार्टी का संविधान
पूरे मामले पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि पार्टी संविधान के अनुसार किसी भी प्रकार की बैठक बुलाने का हक सिर्फ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने ये भी कहा कि पार्टी आज भी उपेंद्र कुशवाहा की काफी इज्जत करती है। उपेंद्र कुशवाहा का सम्मान करते हुए ही जेडीयू ने उन्हें संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया था। लेकिन वही उपेंद्र कुशवाहा आजकल दिल्ली का चक्कर ज्यादा लगा रहे हैं। ललन सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जरा पता लगाइए उपेंद्र कुशवाहा का दिल्ली में कोई दाल गला है या नहीं।
‘RJD से लगी बीमारी का परिणाम भुगत रहे नीतीश’
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक और प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल का कहना है कि नीतीश कुमार आरजेडी’फाइड’ नाम की बीमारी से ग्रसित हैं। जिस प्रकार टाइफाइड की बीमारी में किसी व्यक्ति का शरीर टूट जाता है और वो कमजोर हो जाता है, इसी प्रकार नीतीश कुमार आरजेडी’फाइड’ नाम की बीमारी से जूझ रहे हैं। वो मानसिक तौर पर कमजोर हो गए हैं। उनकी पार्टी भी टूट के कगार पर पहुंच चुकी है। नीतीश कुमार में निर्णय लेने की क्षमता खत्म हो चुकी है। मुख्यमंत्री इतने कमजोर हो चुके हैं कि वो उपेंद्र कुशवाहा पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई करने से डर रहे हैं। उपेंद्र कुशवाहा पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई की गई तो जेडीयू का आरजेडी में विलय कराने का समझौता खत्म हो जाएगा। इसके पहले ही पार्टी के कई विधायक टूटकर उपेंद्र कुशवाहा के साथ चले जाएंगे। रविवार की बैठक में जेडीयू के एक एमएलसी शामिल हुए थे लेकिन सोमवार को कई और विधायक भी उपेंद्र कुशवाहा के खुला अधिवेशन में शामिल हो सकते हैं। जेडीयू के ज्यादातर विधायक उपेंद्र कुशवाहा के साथ हैं और उनका पर्दे के पीछे से खुला अधिवेशन को समर्थन जारी है।