Analysis: PM Modi से ‘गुरिल्ला लड़ाई’ लड़ना चाहते हैं नीतीश कुमार, 2024 में आमने-सामने नहीं भिड़ेंगे?
‘बदलाव चाहते है’ नीतीश के बयान का मतलब
तू प्यार है किसी और का तूझे चाहता कोई और है… फिल्म दिल है कि मानता नहीं का ये गाना तो आपने सुना ही होगा। इस गाने में प्रेमी प्रेमिका से कहता है तुम किसी और की प्यार हो, लेकिन तूझे कोई और चाहता है। शायद पीएम की कुर्सी को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं में यही चल रहा है। इच्छा तो नहीं है लेकिन….। रविवार को नीतीश कुमार ने भी साफ-साफ कहा हमारी व्यक्तिगत इच्छा नहीं है, हम तो बदलाव चाहते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि जब इच्छा नहीं है तो बदलाव कैसे?
तो पीएम मोदी से आमने-सामने की लड़ाई नहीं चाहते नीतीश?
नीतीश कुमार के बयान से तो साफ है कि नीतीश कुमार नहीं चाहते हैं कि सियासी मौदान में पीएम मोदी से दो-दो हाथ करना पड़े। अगर दो-दो हाथ करना चाहते तो लड़ाई लड़ते। इच्छा को नहीं मारते। फ्रंट पर आकर कहते, हां हम लड़ेंगे लड़ाई लेकिन ऐसा वो कह नहीं रहे हैं। मैदान में उतरने से पहले ही हथियार डाल दे रहे हैं और कह रह हैं कि हमारी तो इच्छा ही नहीं है। हम तो केवल चाहते हैं कि बदलाव हो।
तो कैसे बदलाव होगा?
अब सवाल उठता है कि बदलाव कैसे होगा? प्यार भी करते हैं लेकिन इजहार नहीं करेंगे। एकतरफा प्यार से प्यार मिलने से रहा। अगर ऐसा होता है तो भाकपा माले के मंच से साफ-साफ कह देते कि 2024 का चुनाव हमलोग राहुल गांधी के नेतृत्व में लड़ेंगे, लेकिन आपने ऐसा नहीं कहा। शायद कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का इशारा इसी ओर था। सलमान खुर्शीद ने कहा कि जो आप चाह रहे हैं वही कांग्रेस भी चाह रही है।
सलमान खुर्शीद का इशारा तो समझिए
नीतीश जी ! सलमान खुर्शीद का इशारा समझिए। कांग्रेस चाहती है कि बीजेपी विरोधी पार्टियां राहुल गांधी के नेतृत्व में 2024 लोकसभा चुनाव लड़े। वहीं, जेडीयू चाहती है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाए, और सभी दल नीतीश कुमार को अपना नेता माने। यही कारण है कि सलमान खुर्शीद ने मंच से प्यार महोब्बत की बात करने लगे। उन्होंने कहा कि प्यार में एक समस्या होती है कि पहले आई लव यू कौन बोलेगा। इस दौरान सलमान खुर्शीद कहते हैं कि जो अनुभवी होते हैं, वह सोच विचार करते हैं और पीछे हो जाते हैं, लेकिन जिन्हें अनुभव की कमी रहती है, वह तुरंत अपनी बात को जुबां पर ले आते हैं। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का इशारा किस ओर था, ये तो मंच पर बैठे नीतीश-तेजस्वी समझ गए होंगे। कांग्रेस अनुभवी पार्टी है। कांग्रेस के पास अनुभवी नेता हैं। सभी राज्यों में कैडर कार्यकर्ता हैं। सोच विचार करेंगे। अगर अच्छा लगेगा तो आई लव यूं कहेंगे, नहीं तो बैक हो जाएंगे।
नीतीश कुमार ने क्या कहा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अगर सभी विरोधी दल एक साथ चले तो बीजेपी 100 सीट के नीचे आ जाएगी। नीतीश कुमार ने कहा कि देश में व्यापक विपक्षी एकता का निर्माण हो, यह समय की मांग है। हम कांग्रेस के जवाब का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने मंच पर बैठे कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद से कहा कि यह संदेश कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचा दिया जाए। यदि हम सभी मिलकर चले तो भाजपा 100 के नीचे आ जाएगी। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बिहार में तो कोई दिक्कत नहीं है। हम चाहते हैं कि देश में अधिक से अधिक पार्टी एकजुट हों।
मंच से नीतीश ने बताई अपनी ख्वाहिश
नीतीश कुमार ने भाकपा माले के मंच से कहा कि हमारी एक ही ख्वाहिश है देश को एकजुट करना। देश को अलग करने वाली ताकतों को खत्म करना। हम पहले भी साथ चले थे और एक बार फिर साथ चल रहे हैं। इस दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि लगभग साल भर पहले बीजेपी से अलग होने की बात हमारी पार्टी में चल रही थी। लास्ट में हम उनसे अलग हो गए। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर काम कर रहे हैं। अब अधिक से अधिक पार्टियों को एकजुट करके लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे, तभी बीजेपी से देश को मुक्ति मिलेगी।
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