कार में अंजलि का क्या फंसा था कि 12 किमी तक घिसटती चली गई थी? अब चला पता

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कार में अंजलि का क्या फंसा था कि 12 किमी तक घिसटती चली गई थी? अब चला पता

कार में अंजलि का क्या फंसा था कि 12 किमी तक घिसटती चली गई थी? अब चला पता

नई दिल्ली: नए साल के अवसर पर दिल्ली के कंझावला मर्डर केस ने राजधानी ही नहीं पूरे देस को झकझोर कर रख दिया था। इस घटना में 20 साल की अंजलि की जान चली गई थी। दोस्त निधि भी शक के दायरे में थी। आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई और दिल्ली पुलिस की किरकिरी भी। एक बार फिर से यह हिंट एंड रन मामला चर्चा में है। चर्चा में सवाल इस बात का है कि आखिर अंजलि के शरीर का वह कौन सा भाग था जो कार में फंसा था और वह 12 किलोमीटर तक घिसटती चली गई। इस सवाल का जवाब ताजा फोरेंसिक रिपोर्ट में हुआ है। नैशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी ने जो रिपोर्ट पेश की है उसमें यह बात सामने आई है कि अंजलि का टखना कार के बांए पहिए और एक्सल के बीच फंस गया जिस वजह से वह 12 किलोमीटर दूर तक घिसटती रही।

फोरेंसिक विश्वविद्यालय ने दिल्ली पुलिस को यह बताया
नैशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी ने दिल्ली पुलिस को इस हफ्ते के शुरू में एक रिपोर्ट पेश की है। इस रिपोर्ट में यह बताया गया है कि घटना के दिन अंजलि का टखना कार के सामने वाले बांए पहिए और एक्सल के बीच के गैप में फंस गया। इसके चलते अंजलि 12 किलोमीटर दूर तक घिसटती गई। इस घटना से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी है। दिल्ली पुलिस को घटना के बाद मिले सबूत किसी बिनाह पर नहीं पहुंच रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने NFSU को इसकी जिम्मेदारी सौंपी। 5 एक्सपर्टस की टीम ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर काम किया और इस नतीजे पर पहुंचे।

फोरेंसिक टीम ने यह सब कैसे किया

फोरेंसिक टीम ने मिस्ट्री हल करने के लिए तीन टेस्ट किए। सबसे पहले टीम ने अंजलि के समान हाइट और वजन का एक डमी बताए स्पॉट पर रखा। दूसरे टेस्ट में अंजलि के वजन और कद की एक महिला को कार के अंदर उसी अवस्था में रहने को कहा जिस अवस्था में उस दिन अंजलि थी। तीसरे टेस्ट में चलती कार के नीचे समान वजन का डमी रखा गया। सूत्रों ने बताया कि इन टेस्ट से अंजलि कार के नीचे कैसे आई इसका भी पता चल गया। एक्सपर्ट्स ने इसके बाद यह पता लगाने की कोशिश की अंजलि का पैर कार में कहां फंसा था।

एक्सपर्ट्स ने बताया कि कार के पास खून के धब्बों के अलावा पीड़िता के शरीर के भी कुछ निशान थे। इससे यह पता चलता है कि न केवल पैर फंसा था बल्कि एक्सल की मूवमेंट के चलते वह म मुड़ भी गया था। सूत्रों ने बताया कि फोरेंसिक टीम ने तीन पहलुओं से इस घटना की जांच की। टीम ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर उस पूरे रूट का सीसीटीवी वीडियो , कार की स्पीड का अध्यन और कार कहां और कब मुड़ी इसकी स्टडी की। इसके अलावा टीम ने महिला के शरीर को भी चेक किया जिससे यह चोट के बारे में पता चल सके। इसके अलावा फोरेंसिक टीम ने डमी से निकली थ्योरी को टेस्ट किया जिससे कार और महिला की बॉडी के बारे में अध्यन किया जा सके।

आपको बता दें कि नए साल के दिन जब पूरी दिल्ली जश्न मना रही थी तब बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में एक हिंट एंड रन केस हुआ था। अंजलि नाम की 20 साल की लड़की को एक कार ने टक्कर मार दी। यहीं नहीं टक्कर के बाद कार के साथ 12 किलोमीटर तक अंजलि घिसटती रही जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। आरोपियों ने बताया था कि उन्हें इस बात का पता ही नहीं चल पाया कि उनकी कार के नीचे किसी महिला का शव था। दिल्ली पुलिस की लापरवाही पर भी सवाल उठे और दोस्त निधि के बयानों ने भी कई सवाल खड़े किए थे।

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