जी-20 के विदेशी मेहमानों को खजुराहो में मिलेगी चोरी गई सांस्कृतिक धरोहरों की वापसी की झलक

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जी-20 के विदेशी मेहमानों को खजुराहो में मिलेगी चोरी गई सांस्कृतिक धरोहरों की वापसी की झलक


जी-20 के विदेशी मेहमानों को खजुराहो में मिलेगी चोरी गई सांस्कृतिक धरोहरों की वापसी की झलक

नई दिल्ली: भारत हमेशा से समृद्ध और अमूल्य सांस्कृतिक धरोहरों का खजाना रहा है। इसीलिए भारतीय (G-20 Cultural Meet) कलात्मक चीजों के प्रति विदेशियों की ललक रही है। अपने देश से तमाम बेशकीमती कलात्मक धरोहरें चोरी होती रही है। एनडीए सरकार के आने के बाद से अपने यहां चोरी होकर या दूसरे तरीके से विदेशों में पहुंचीं भारतीय धरोहरों की वापसी के सिलसिले में तेजी आई है। दुनिया के तमाम कोनों से घर लौटी कलात्मक वस्तुओं की झलक जी-20 देशों के विदेशी प्रतिनिधि आगामी 22 से 25 फरवरी तक खजुराहो में ले सकेंगे, जहां संस्कृति पर जी-20 देशों के वर्किंग ग्रुप की पहली मीटिंग होने जा रही है।

यह जानकारी केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के सचिव गोविंद मोहन ने दी। इस बैठक की थीम ही ‘सांस्कृतिक संपदा का संरक्षण और घर वापसी’ है। दरअसल, संस्कृति पर आधारित जी-20 के तहत चार वर्किंग ग्रुप की बैठक देश के अलग-अलग हिस्सों में होगी। मोहन का कहना था कि पहली बैठक खजुराहो, दूसरी भुवनेश्वर, तीसरी हम्पी में होगी, जबकि चौथी बैठक का स्थल अभी तय नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि इन सभी बैठकों का आयोजन भारत में मौजूद यूनेस्को धरोहरों की पृष्ठभूमि में किया जाएगा।

इसके साथ ही चारों बैठकों के लिए अलग-अलग थीम रखी गई है। अन्य थीमों में ‘सतत भविष्य के लिए जीवंत विरासत को संजोना’, ‘संस्कृति, सृजनात्मक उद्योग और रचनात्मक इकोमनी का प्रचार’ और ‘संस्कृति के प्रचार व संरक्षण के लिए डिजिटल तकनीक का फायदा लेना’ विषय शामिल हैं। मंत्रालय की संयुक्त सचिव लिली पांड्या ने आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि खजुराहो में सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ मेहमानों को यहां के कला संगीत, संस्कृति व वन्यजीवन की झलक दी जाएगी। जहां खजुराहो के विश्व प्रसिद्ध मंदिर में प्रसिद्ध खजुराहो डांस फेस्टिवल का आयोजन होगा। वहीं मेहमानों को पन्ना टाइगर रिजर्व भी ले जाया जाएगा।

इस आयोजन का बड़ा आकर्षण भारत से तस्करी और जबरन ले जाई गई मूर्तियों और कलाकृतियों की घर वापसी से जुड़ी प्रदर्शनी रहेगी। पांड्या का कहना था कि इस प्रदर्शनी में घर लौटी लगभग 23 से 25 कलाकृतियों को प्रदर्शित किया जाएगा। प्रदर्शनी का उद्धाटन केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी व मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान करेंगे। घर वापसी वाली मूर्तियों में सबसे विशेष है तोते के साथ महिला की मूर्ति। यह मूर्ति खजुराहो से ही चोरी हुई थी, लेकिन केंद्र सरकार की कोशिशों से यह फिर खजुराहो लौट आई है।

गोविंद मोहन ने कहा कि संस्कृति को लेकर होने वाले जी-20 के चार वर्किंग ग्रुप की बैठकों के जरिए भारत संस्कृति को विश्व स्तर पर सर्वहित के लिए प्रयोग की राह बनाएगा। विश्व की भावी संस्कृति नीतियों पर पहल करेगा । भारत को लगता है कि जब दुनिया के तमाम देश एक दूसरे की संस्कृति और उसके सांस्कृतिक महत्व को समझेंगे। साल 2030 तक सांस्कृतिक कलाकृतियों और अन्य सांस्कृतिक धरोहरों की तस्करी में कमी आएगी। इन बैठकों में जी-20 देश एक-दूसरे के साथ न सिर्फ अपनी सांस्कृतिक संपदा संबंधी ज्ञान और जानकारी भी साझा करेंगें, बल्कि इससे संस्कृति संबंधी जो भी अंतरराष्ट्रीय विवाद हैं, उन्हें भी सुलझाने में मदद मिलेगी।
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