अहिल्या देवी चौराहा के पास रोड के साथ धंस गई स्कूल बस, एक साल में चौथी बार हुआ धंसाव, जिम्मेदार अब भी बेफिक्र | School bus collapses along the road near Ahilya Devi Chauraha, collaps | Patrika News
छह घंटे बाद शुरू किया सुधार, 16 एमएम की 40 साल पुरानी लाइन के लीकेज से धंस गया बेस, सुबह छह बजे की घटना
भोपाल. 1100 क्वार्टर से अहिल्या देवी चौराहे की ओर वाला रास्ता सुबह अचानक धंस गया। यहां से सुबह स्कूल बस गुजर रही थी। सड़क के साथ बस के पहिएं जमीन में चले गए।
अहिल्या देवी चौराहा के पास रोड के साथ धंस गई स्कूल बस, एक साल में चौथी बार हुआ धंसाव, जिम्मेदार अब भी बेफिक्र
– छह घंटे बाद शुरू किया सुधार, 16 एमएम की 40 साल पुरानी लाइन के लीकेज से धंस गया बेस, सुबह छह बजे की घटना
भोपाल. 1100 क्वार्टर से अहिल्या देवी चौराहे की ओर वाला रास्ता सुबह अचानक धंस गया। यहां से सुबह स्कूल बस गुजर रही थी। सड़क के साथ बस के पहिएं जमीन में चले गए।
आसपास वालों का कहना है कि गनीमत रही कि बस पलटी नहीं। यहां महज 50 मीटर आगे चौराहा होने से बस की गति कम थी, इसलिए वह वहीं थम गई। यदि गति तेज होती तो बस अचानक हुए गड्ढ़े से पलट सकती थी। बच्चों की बस में बड़ा हादसा हो सकता था। सुबह छह बजे रोड धंसने के बावजूद 11 बजे तक निगम का अमला नहीं पहुंचा था। यहां दोपहर करीब 12 बजे काम शुरू किया गया। बीते एक साल में सड़क धंसाव का यह चौथा मामला है, बावजूद इसके जिम्मेदार एजेंसी पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। निगम के अफसर हर बार ठेका एजेंसी को बचाते हुए ही नजर आए।
बताया जा रहा है कि यहां रोड के नीचे 16 एमएम की पानी की लाइन फूट गई थी। 40 साल पुरानी लाइन में लीकेज से सड़क का बेस धंस गया और ये उपर से बस का वजह होने से धंस गई। गौरतलब है कि हाल में ये रोड खोदकर नई लाइन बिछाई गई थी। यहां पानी की बड़ी लाइन बिछाने का दावा किया गया था, लेकिन बुधवार को जब रोड धंसी और इसे जेसीबी से खोदा गया तो यहां पुरानी व छोटी लाइन निकली। ऐसे में नई लाइन की स्थिति को लेकर भी जांच की बात सामने आ रही है।
ऐसे धंसी नई नवेली सड़कें, एजेंसी आरोपो से मुक्त
– 1 मई 2022 को चूनाभट्टी काली मंदिर के सामने शाहपुरा की ओर मुडऩे वाली रोड रात के अंधेरे में अचानक धंस गई। करीब तीन मीटर गहरा गड्ढो 20 फीट तक हो गया। कुछ लोगों की निगाह इसपर पड़ी तो निगम को कॉल किया और ट्रैफिक रोका। हालांकि तत्कालीन अपर आयुक्त जलकार्य रिजू बाफना ने इसे वाटर टेस्टिंग से धंसाव बताया। ठेका एजेंसी पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की।
– 29 जुलाई 2022 को भोपाल मंडीदीप के बीच कलियासोत नदी के बीच की पुलिया धंस गई। बाढ़ के फ्लो से स्थिति बनी। इसमें एमपीआरडीसी के तीन अफसरों के नाम आए थे, लेकिन कार्रवाई की। जिम्मेदार अफसर को अब भी भोपाल में महाप्रबंधक के पद पर काम कराया जा रहा है।
– 24 जुलाई 2022 को रंगमहल चौराहा पर रोड धंस गई। ये भी अचानक धंसी। इस व्यस्ततम चौराहा पर इससे बड़ा हादसा हो सकता था। जिम्मेदारी किसी की तय नहीं की।
– 26 दिसंबर 2021 को कोलार में निर्माणाधीन चार लेन सीमेंट कांक्रीट का लसरदार वल्लभभाई पटेल मार्ग एक भारी वाहन के दबाव से अचानक धंस गया। करीब 30 फीट तक की रोड डेढ़ फीट गहराई में धंस गई। कार्रवाई कुछ नहीं हुई।