पढ़ें, आंचल कक्ष में सो रहे पुरुष, पुलिस सहायता केंद्र में एजेंटों का कब्जा, प्रतीक्षालय में दुकानदारों का रखा सामान | Men sleeping in Aanchal room, agents occupied in police help center | Patrika News
भोपालPublished: Jan 19, 2023 08:39:23 pm
शहर के कोठीबाजार स्थित सरकारी बस स्टैंड का नगरपालिका की अनेदखी की वजह से पूरी तरह निजीकरण हो गया है। निजी बसों के एजेंटों ने बस स्टैंड के यात्री प्रतीक्षालय के अंदर तक गुठियां लगाकर कब्जा कर लिया है। यहीं नहीं जहां बसों को खड़ा होना चाहिए वहां भी गुठियां लगाकर अतिक्रमण किया गया है।
Knuckles installed inside the waiting room
बैतूल। शहर के कोठीबाजार स्थित सरकारी बस स्टैंड का नगरपालिका की अनेदखी की वजह से पूरी तरह निजीकरण हो गया है। निजी बसों के एजेंटों ने बस स्टैंड के यात्री प्रतीक्षालय के अंदर तक गुठियां लगाकर कब्जा कर लिया है। यहीं नहीं जहां बसों को खड़ा होना चाहिए वहां भी गुठियां लगाकर अतिक्रमण किया गया है। ऐसे में यात्री बसों का संचालन में दिक्कतें आ रही है। वहीं यात्रियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बस स्टैंड के अंदर महिला बाल विकास विभाग ने जो आंचल कक्ष बनाया हैं उस पर पुरुषों का कब्जा है। पुलिस सहायता केंद्र और अमृत बसों के लिए बनाए गए टिकट बुकिंग काउंटर पर भी निजी बसों के एजेंटों ने कब्जा कर लिया है। बस स्टैंड की इस स्थिति को देखते हुए यात्रियों का कहना था कि अब तो यह सूरत बदलनी चाहिए।
बसों की जगह गुमठियां का कब्जा
बस स्टैंड पर बसों के खड़े होने के लिए अलग-अलग स्थान तय किए गए हैं, लेकिन जहां बसों को खड़ा होना चाहिए वहां निजी बसों के एजेंटों ने अपनी गुमठियां लगा ली है। जिसके कारण बसें अपनी जगह खड़ी न होकर स्टैंड पर आड़ी-तिरछी खड़ी रहती है। इससे अन्य बसों को निकलने में भी दिक्कतें आती है। कई बार बस स्टैंड के अंदर ही जाम लग जाता है।
पुलिस सहायता केंद्र पर भी कब्जा
बस स्टैंड पर यात्रियों की सुरक्षा और सहायता के लिए पुलिस सहायता केंद्र का निर्माण नगरपालिका ने कराया था लेकिन आज तक इस सहायता केंद्र पर पुलिसकर्मियों की तैनाती नहीं हो सकी। सालों से सहायता केंद्र लावारिस हालत में पड़ा होने के कारण निजी बस एजेंटों ने इस पर कब्जा कर लिया है। यहां गैस सिलेंडर सहित अन्य सामान जमा कर रखा गया है।
यात्री प्रतीक्षालय के अंदर ही खोल दी दुकान
बस स्टैंड के अंदर यात्री प्रतीक्षालय में लोगों ने कब्जा कर अस्थाई तौर पर दुकानें लगा ली है। प्रतीक्षालय में जहां से लोग आवागमन करते हैं वहीं रास्ते पर ही दुकानें लगाई गई है। जिसके कारण भीड़ होने पर यात्रियों को असुविधा और परेशानी का सामना तक करना पड़ता है। फल वालों के ठेले तक यात्री प्रतीक्षालय के अंदर ही खड़े नजर आते हैं। ऐसा लगता है कि नगरपालिका ने इन्हें स्थाई तौर पर कारोबार करने की अनुमति दी है।
महिलाओं के आंचल कक्ष में पुरुषों का कब्जा
महिला एवं बाल विकास विभाग ने बस स्टैंड के यात्री प्रतिक्षालय में आंचल कक्ष का निर्माण कराया था। ताकि महिलाएं नवजात को स्तनपान करा सके। इस आंचल कक्ष का मंत्री ने लोकार्पण भी किया था, लेकिन अब आंचल कक्ष में पुरुषों का कब्जा है। कक्ष के अंदर पुरुष नशे की हालत में सोए हुए मिलते हैं। आंचल कक्ष भी बदहाल हो चुका हैं। दरवाजा भी उखड़ चुका हैं। ऐसे में महिलाओं के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
प्रतीक्षालय के अंदर ही लगा ली गुमठियां
बस स्टैंड के अंदर यात्रियों के बैठने के लिए वैसे तो पर्याप्त जगह नहीं है। ज्यादातर यात्री बसों के इंतजार में खड़े नजर आते हैं। प्रतीक्षालय में जो खाली जगह बची हैं वहां भी निजी बसों के एजेंटों ने अपनी गुमठियां लगा ली है। करीब पांच से छह गुमठियां प्रतीक्षालय के अंदर ही मौजूद हैं। इन गुमठियों में बैठकर एजेंट निजी बसों के लिए बुकिंग करते हैं। प्रतीक्षालय में गुमठियों के लगे होने से आवागमन में भी दिक्कते आती है।
उद्घोषणा कक्ष बंद, महिला प्रतीक्षालय बनाया
बस स्टैंड पर अमृत सिटी बसों के आवागमन की जानकारी देने के लिए नगरपालिका ने यात्री प्रतीक्षालय के अंदर उद्घोषणा कक्ष बनाया था। एक महीने उद्घोषणा कक्ष को संचालित करने के बाद बंद कर दिया गया। इसकी जगह यहां पर सिर्फ महिलाओं के लिए प्रतीक्षालय बनाया गया हैं लेकिन यहां भी महिलाओं के साथ पुरुषों की आमद देखी जा सकती है। ऐसे में अन्य महिलाएं जो प्रतीक्षालय में आती हैं वह अपने आपको असुरक्षित महसूस करती है।
इनका कहना
– कुछ महीने पहले ही हमनें बस स्टैंड की सफाई कराने सहित अतिक्रमण हटवाया था। यदि पुन: अतिक्रमण किया गया है तो सख्ती के साथ उसे हटाने की कार्रवाई कराई जाएगी।
– अक्षत बुंदेला, सीएमओ नगरपालिका बैतूल।