जानिए, देश के किन-किन शहरों में प्रदूषण सबसे कम होता है

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जानिए, देश के किन-किन शहरों में प्रदूषण सबसे कम होता है

लोग अजकल देश में प्रदूषित हवा पानी को लेकर काफी परेशान रहते है. प्रदूषित और खराब पर्यावरण के चलते कई लोगों को कई बिमारीयों का सामना करना पड़ता है. आइए कुछ ऐसे शहरों के बारे में बात करते है जहां पर पेड़, पौधे, जंगल और जल स्रोत प्रचुर मात्रा में होता है, जहां का पर्यावरण ज्यादा प्रदूषित नही होता है. या यह भी कह सकते है कि यहां पर सबसे कम प्रदूषण होता है.

हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश में किन्नौर एक निम्न श्रेणी का पर्यटक स्थल है. जो ऊंचे-ऊंचे पहाडों और हरे-भरे पेडों से घिरा हुआ है. किन्नौर की हवा में पार्टिकुलेट कण का स्तर औसतन, हमारे राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता वाले लक्ष्य से 10% कम है.

सिक्किम
हिमालय और रहस्यवादी तिब्बती मठों के वजह से ये शहर काफी फैला हुआ है. चीन की सीमा से कुछ ही किलोमीटर दूरी पर यह स्थित है. इस शहर में सरकार ने वायु और जल प्रदूषण के निम्न स्तर पर रखने के लिए विशेष प्रयास किए हैं.

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कोल्लम
केरल में कोल्लम प्रमुख व्यापारिक शहर है, यह अष्टमुंडी झील के तट पर स्थित एक तटीय शहर है. जिसे भारत का सबसे कम पदूषित शहरों में से एक कहा जाता है.


तमिलनाडु
मदुरई भारत के सबसे प्राचीन शहरों में से एक है. यहां पर प्रदूषण सरकार व स्थानीय संगठनों और स्थानीय लोगों के लगातार प्रयास से ही कम हुआ है. हालांकि, वाहनों की संख्या बढ़ने से वायु प्रदूषण थोडा बढ़ गया है.

कर्नाटक
समुद्र तल से 934 मीटर ऊपर स्थित हासन अपने समृद्ध इतिहास, वास्तुशिल्प के कारण प्रसिद्ध है. हासन में 10 माइक्रोन के साथ पार्टिकुलेट मैटर को 44 g/m3 तक दर्ज किया गया था.


केरल
केरल का मलप्पुरम प्राकृतिक सुंदरता से भरा हुआ है. छोटे हरे भरे पहाड़ों और ताजे पानी के साथ, यह जगह अपने निवासियों और पर्यटकों को बेहद स्वस्थ और प्रदूषण मुक्त वातावरण प्रदान करती है.


केरल
केरल का पथानामथिट्टा अपने पर्याप्त जंगलों और जल स्रोतों की वजह से प्रदूषण मुक्त है. प्राकृतिक तौर पर भी बेहद खूबसूरत है और अकसर लोग यहां पर घूमने के लिए आते रहते है.


महाराष्ट्र
महाराष्ट्र का खूबसूरत हिल-स्टेशन माथेरान दुनिया भर की उन गिनी-चुनी जगहों में से एक है जहां पर कोई मोटर या कोई वाहन के प्रवेश पर पाबंदी है. यह जगह न केवल प्रदूषण रहित है. बल्कि अपने आपमें विशेष और बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है.

तमिलनाडु
यहां फ्रांसीसी, तमिल, अंग्रेजी, तेलगू और मलयालम सहित कुल 5 भाषाएं बोली जाती है. तमिलनाडु के पुडुचेरी ने वायु और शोर प्रदूषण के मामले में बदलाव किया है.


त्रिपुरा
अगरतला यह त्रिपुरा की राजधानी है. यह शहर कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषण करने वाले एजेंटों की अच्छी खासी उपस्थिति के वजह से हरा-भरा है. यहां की प्रदूषण मुक्त हवा बड़े शहरों से पर्यटकों को आकर्षित करता है.


असम
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक असम का तेजपुर शहर भारत में कम प्रदूषित शहरों में एक है. तेजपुर में वार्षिक पार्टिकुलेट मैटर 10 का स्तर 11 g/m3 पाया गया था.