डकैतों ने साजिश ऐसी रची, लेकिन टैक्सी चालक की सूझबूझ से धरे गए | jaipur loot | Patrika News h3>
एडि.डीसीपी रामसिंह शेखावत ने बताया कि वारदात करने ६ लोग डा. भारती के घर पहुंचे। अनु ने आंख दिखाने के बहाने डा. भारती का घर खुलवाया। अनु के साथ सुरेश, प्रेम सिंह व धीरेन्द्र भी अंदर गए। जब उन्होंने बंधक बनाने का डा. भारती ने विरोध किया तो उन्होंने उन पर हमला कर दिया और चाबी लेने के बाद डा. भारती को बाथरूम में बंद कर दिया। और पहली मंजिल पर उनके कमरे से सोने-चांदी के जेवर लेकर भाग निकले। इस दौरान दीपक और पुष्पा घर के बाद आने-जाने वालों पर नजर रख रहे थे।
पुलिस से बचने को ऐसे भागे डकैत
वारदात के बाद सभी आरोपी मुख्य सड़क से ऑटो में बैठकर भागे। अनु खिरणी फाटक, सुरेश लाल मंदिर के पास और प्रेम ऑटो लेकर निकल गया। दीपक, प्रेम व धीरेन्द्र दिल्ली की ओर निकल गए। वारदात के बाद झोटवाड़ा घर से कालू भी फरार हो गया। अनु ने बताया कि झोटवाड़ा स्थित घर से कपड़े बदलने के बाद वह सिंधीकैंप बस स्टैंड पहुंची वहां यूपी रोडवेज की दोपहर ३ बजे नेपाल जाने वाली बस पकड़ी। वहीं सुरेश व पुष्पा ने झोटवाड़ा टैक्सी स्टैंड से आगरा के लिए टैक्सी बुक करवाई। लेकिन टैक्सी चालक भरतपुर तक जाने को तैयार हुआ। सिंधीकैम्प थानाधिकारी गुंजन सोनी ने नेपाल जाने वाली बस का पता किया और उसके लिए दौसा, भरतपुर में नाकाबंदी करवाई। थानाधिकारी सोनी भी टीम के साथ बस पकडऩे के लिए रवाना हो गई।
टैक्सी ड्राइवर सीधा थाने पहुंचा
एडी. एससी शेखावत ने बताया कि सिंधीकैम्प थाना पुलिस की सूचना पर भरतपुर की सेवर थाना पुलिस ने सोमवार रात को उत्तर प्रदेश रोडवेज की नेपाल जाने वाली बस को रोका। बस में अनु बैठी हुई मिल गई। सेवर थाना पुलिस को अनु ने बताया कि उसके दो साथी टैक्सी कार से आ रहे हैं। तभी बस से कुछ किलोमीटर पीछे चल रही टैक्सी कार को ड्राइवर सेवर थाने में लेकर पहुंच गया। थाने में कार रोकते हुए सुरेश और पुष्पा उतरकर भाग गए। जिन्हें पुलिस ने पीछा कर देर रात पकड़ लिया।
मोबाइल तोड़ा तो शक हुआ : रामजनम
मूलत: दौसा के सुलतानपुरा हाल मानसरोवर निवासी टैक्सी चालक रामजनम गुर्जर ने बताया कि सेवर थाने से करीब 25 किलोमीटर पहले एक यात्री ने लघु शंका के लिए गाड़ी रुकवाई और गाड़ी से उतरते ही मोबाइल तोड़ दिया। इस पर उसे शक हुआ। रामजनम ने बताया कि तोडऩे वाले मोबाइल के नंबर जयपुर से रवाना होने से पहले अपने एक साथी को दिए थे। बाहर के लोग होने पर बार-बार लाइव लोकेशन देख रहे थे। उसे लूट की आशंका होने लगी। इस पर उसने गाड़ी हाइवे से सेवर थाना की रोड पर ले ली। तब दोनों ने टोका, लेकिन शॉर्ट कट रास्ता होने की कहकर टैक्सी थाने लेकर पहुंच गया।
एक माह पहले साजिश
एडिशनल डीसीपी रामसिंह शेखावत ने बताया कि नेपाल निवासी एक व्यक्ति ने रक्षाबंधन पर झोटवाड़ा में पार्टी रखी थी, जिसमें अनु को कालू ने पार्टी में आए सुरेश से मिलवाया। सुरेश ने डकैती के लिए अन्य साथियों को तैयार किया। दिल्ली से प्रेम सिंह व धीरेन्द्र को बुला लिया। ज्ञात हो कि करणी विहार में मैथलीशरण शर्मा के घर डकैती करने वाला नेपाली नौकर को भी झोटवाड़ा निवासी कालू ने ही रखवाया था। कालू ने ही डॉ. भारती के घर नेपाल निवासी अनु को रखवाया था। डॉ. भारती के घर डकैती की साजिश में कालू भी शामिल था। वर्तमान में अनु ने झोटवाड़ा में ही एक ढाबा खोल रखा था।
पुलिस से बचने को ऐसे भागे डकैत
टैक्सी ड्राइवर सीधा थाने पहुंचा
मोबाइल तोड़ा तो शक हुआ : रामजनम
मूलत: दौसा के सुलतानपुरा हाल मानसरोवर निवासी टैक्सी चालक रामजनम गुर्जर ने बताया कि सेवर थाने से करीब 25 किलोमीटर पहले एक यात्री ने लघु शंका के लिए गाड़ी रुकवाई और गाड़ी से उतरते ही मोबाइल तोड़ दिया। इस पर उसे शक हुआ। रामजनम ने बताया कि तोडऩे वाले मोबाइल के नंबर जयपुर से रवाना होने से पहले अपने एक साथी को दिए थे। बाहर के लोग होने पर बार-बार लाइव लोकेशन देख रहे थे। उसे लूट की आशंका होने लगी। इस पर उसने गाड़ी हाइवे से सेवर थाना की रोड पर ले ली। तब दोनों ने टोका, लेकिन शॉर्ट कट रास्ता होने की कहकर टैक्सी थाने लेकर पहुंच गया।
एक माह पहले साजिश
एडिशनल डीसीपी रामसिंह शेखावत ने बताया कि नेपाल निवासी एक व्यक्ति ने रक्षाबंधन पर झोटवाड़ा में पार्टी रखी थी, जिसमें अनु को कालू ने पार्टी में आए सुरेश से मिलवाया। सुरेश ने डकैती के लिए अन्य साथियों को तैयार किया। दिल्ली से प्रेम सिंह व धीरेन्द्र को बुला लिया। ज्ञात हो कि करणी विहार में मैथलीशरण शर्मा के घर डकैती करने वाला नेपाली नौकर को भी झोटवाड़ा निवासी कालू ने ही रखवाया था। कालू ने ही डॉ. भारती के घर नेपाल निवासी अनु को रखवाया था। डॉ. भारती के घर डकैती की साजिश में कालू भी शामिल था। वर्तमान में अनु ने झोटवाड़ा में ही एक ढाबा खोल रखा था।