‘इश्कबाज’ फेम एक्ट्रेस निशी सिंह भादली का निधन, 4 साल में दो बार पैरालिसिस अटैक से बिगड़ी हालत h3>
‘इश्कबाज’ और ‘कुबूल है’ जैसे पॉपुलर शोज की एक्ट्रेस निशि सिंह भादली का रविवार को निधन हो गया है। एक्ट्रेस पिछले चार साल से बीमार थीं। जबकि बीते दो साल में उन्हें दो बार पैरालिसिस का अटैक आया। निशि सिंह भादली की उम्र महज 48 साल थी। अभी दो दिन पहले 16 सितंबर को ही एक्ट्रेस का जन्मदिन भी था। निशि सिंह भादली ने ‘तेनाली रामा’ सीरियल में भी काम किया था। उनकी माली हालत भी बहुत खराब थी। दो साल पहले उनके पति ने बीमारी का खर्च उठाने के लिए लोगों से मदद भी मांगी थी।
पति ने की पुष्टि
उनके पति संजय सिंह भादली ने नवभारत टाइम्स ऑनलाइन से निधन की पुष्टि करते हुए कहा, ‘निशि चार साल से बीमार थीं। 13 फरवरी 2019 में उन्हें पैरालिसिस का पहला स्ट्रोक आया था। इसके बाद 3 फरवरी 2022 को दूसरा स्ट्रोक आया था। फिर 24 मई 2022 को उनको तीसरी बार पैरालिसिस का अटैक आया। तब से वो अस्पताल में एडमिट थीं। फिर 2 सितंबर को उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया था। सब कुछ बहुत अच्छा चल रहा था। लेकिन कल शनिवार देर शाम को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी। फिर रात में करीब 1 बजे हम उन्हें लेकर कूपर अस्पताल पहुंचे। वह पहले भी वहीं एडमिट थीं। रविवार को दोपहर तीन बजे उन्होंने आखिरी सांस ली।’ संजय सिंह भादली ने आगे बताया कि सोमवार को एक्ट्रेस का अंतिम संस्कार किया जाएगा। अभी हमने तय नहीं किया कि कौन से श्मशान जाएंगे।
दो बार पैरालिसिस अटैक
एक्ट्रेस शारीरिक तकलीफ से तो गुजर ही रही थीं। इसके साथ-साथ वो आर्थिक समस्याओं से भी घिर गई थीं। कुछ सालों पहले उनके पति व एक्टर और राइटर संजय सिंह भादली ने निशी सिंह के इलाज के लिए मदद की गुहार भी लगाई। निशी सिंह को जब पैरालिसिस का अटैक हुआ, वो इस तकलीफ से ठीक हो ही रही थीं कि इसके बाद फिर से उन्हें पैरालिसिस का अटैक हुआ। इन सबके बाद उनकी हालत बद से बदतर हो गई।
पति ने क्या कहा?
उनके पति संजय सिंह भादली ने बताया था, ‘साल 2019 में उन्हें पैरालिसिस अटैक के बाद 7-8 दिनों के लिए हॉस्पिटलाइज कराना पड़ा। हालात ऐसी हो गई कि वह किसी को पहचान भी नहीं पा रही थीं। आखिरकार हम उन्हें वापस घर ले आए। वह धीरे-धीरे ठीक हो रही थीं कि इस साल उन्हें फिर से अटैक आया और इस बार उनकी बॉडी का लेफ्ट साइड पैरालाइज्ड हो गया। उन्हें हर काम के लिए असिस्टेंट की जरूर हो गई।’
निशी के दो बच्चे
बता दें कि कपल को दो बच्चे हैं, जिसमें से उनका बेटा दिल्ली में अपने नाना-नानी के घर रहता है और बेटी उनके साथ ही रहती थी। बेटी मां को अकेले संभालन पाने के लिए काफी छोटी थी और संजय भी उनके देखभाल में ही लगे रहते थे। इस वजह से वह कोई और काम नहीं कर पा रहे थे। इसके बाद कोरोना की महामारी ने उनकी हालत और खराब कर दी, जिसके बाद उनका परिवार कई समस्याओं से जूझने लगा।
पति ने की पुष्टि
उनके पति संजय सिंह भादली ने नवभारत टाइम्स ऑनलाइन से निधन की पुष्टि करते हुए कहा, ‘निशि चार साल से बीमार थीं। 13 फरवरी 2019 में उन्हें पैरालिसिस का पहला स्ट्रोक आया था। इसके बाद 3 फरवरी 2022 को दूसरा स्ट्रोक आया था। फिर 24 मई 2022 को उनको तीसरी बार पैरालिसिस का अटैक आया। तब से वो अस्पताल में एडमिट थीं। फिर 2 सितंबर को उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया था। सब कुछ बहुत अच्छा चल रहा था। लेकिन कल शनिवार देर शाम को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी। फिर रात में करीब 1 बजे हम उन्हें लेकर कूपर अस्पताल पहुंचे। वह पहले भी वहीं एडमिट थीं। रविवार को दोपहर तीन बजे उन्होंने आखिरी सांस ली।’ संजय सिंह भादली ने आगे बताया कि सोमवार को एक्ट्रेस का अंतिम संस्कार किया जाएगा। अभी हमने तय नहीं किया कि कौन से श्मशान जाएंगे।
दो बार पैरालिसिस अटैक
एक्ट्रेस शारीरिक तकलीफ से तो गुजर ही रही थीं। इसके साथ-साथ वो आर्थिक समस्याओं से भी घिर गई थीं। कुछ सालों पहले उनके पति व एक्टर और राइटर संजय सिंह भादली ने निशी सिंह के इलाज के लिए मदद की गुहार भी लगाई। निशी सिंह को जब पैरालिसिस का अटैक हुआ, वो इस तकलीफ से ठीक हो ही रही थीं कि इसके बाद फिर से उन्हें पैरालिसिस का अटैक हुआ। इन सबके बाद उनकी हालत बद से बदतर हो गई।
पति ने क्या कहा?
उनके पति संजय सिंह भादली ने बताया था, ‘साल 2019 में उन्हें पैरालिसिस अटैक के बाद 7-8 दिनों के लिए हॉस्पिटलाइज कराना पड़ा। हालात ऐसी हो गई कि वह किसी को पहचान भी नहीं पा रही थीं। आखिरकार हम उन्हें वापस घर ले आए। वह धीरे-धीरे ठीक हो रही थीं कि इस साल उन्हें फिर से अटैक आया और इस बार उनकी बॉडी का लेफ्ट साइड पैरालाइज्ड हो गया। उन्हें हर काम के लिए असिस्टेंट की जरूर हो गई।’
निशी के दो बच्चे
बता दें कि कपल को दो बच्चे हैं, जिसमें से उनका बेटा दिल्ली में अपने नाना-नानी के घर रहता है और बेटी उनके साथ ही रहती थी। बेटी मां को अकेले संभालन पाने के लिए काफी छोटी थी और संजय भी उनके देखभाल में ही लगे रहते थे। इस वजह से वह कोई और काम नहीं कर पा रहे थे। इसके बाद कोरोना की महामारी ने उनकी हालत और खराब कर दी, जिसके बाद उनका परिवार कई समस्याओं से जूझने लगा।