3 रुपए सस्ता हुआ दूध, गुणवत्ता से भी नहीं होगा समझौता | JABALPUR MILK PRICE JBP COLLECTOR JBP ADMINISTRATIN JABALPUR DISTRICT | Patrika News h3>
3 रुपए सस्ता हुआ दूध, गुणवत्ता से भी नहीं होगा समझौता
प्रशासन हुआ सख्त, तो नरम पड़ा डेयरी वालों का रवैया, पत्रिका की मुहिम के बाद एक्शन में जिम्मेदार
जबलपुर
Updated: September 12, 2022 10:34:57 pm
प्रभाकर मिश्रा@जबलपुर . शहर में दूध के दाम तीन रुपए कम हो गए हैं। रविवार को कलेक्ट्रेट में प्रशासन के साथ डेयरी संचालकों की बैठक में दूध के दाम कम करने का निर्णय लिया गया। दूध के बढ़े हुए दाम और उसके कारण बच्चों से पोषण छिन जाने, कई लोगों के दूध लेना कम करने, परिवार के महीने का बजट प्रभावित होने से लेकर जिले के बाकी इलाकों में दूध के दाम की कीमत व यहां सबसे महंगा दूध होने के समाचार पत्रिका में सिलसिलेवार मुहिम चलाकर प्रकाशित किए जाने के बाद प्रशासन हरकत में आया। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने डेयरी संचालकों के साथ बैठक में एक-एक बिंदु पर समीक्षा की। इसके बाद डेयरी संचालकों ने दूध के दाम करने का निर्णय लिया। पहले दूध शहर में 66 रुपए लीटर तक मिल रहा था। 12 सितम्बर से अब दूध 63 रुपए लीटर मिलेगा। डेयरी संघ के अध्यक्ष नरेश भांवरी ने बताया कि शहर में दूध अब 3 रुपये कम कीमत पर मिलेगा। इसके साथ ही प्रशासन ने डेयरी संचालकों को दूध की गुणवत्ता शत-प्रतिशत रखने की हिदायत दी है। कलेक्टर ने बैठक में दुग्ध उत्पादकों की समस्याओं को भी सुना। इसके साथ ही डेयरियों की जांच के लिए टीम भी गठित की। डेयरी सिस्टम से जनता को न हो नुकसान कलेक्टर ने दो टूक कहा कि डेयरी उत्पाद सीधे तौर पर मानव स्वास्थ्य से जुड़ा है, इस बात का ध्यान रखें कि दूध में गुणवत्ता हो। डेयरी सिस्टम से जनता को नुकसान न हो। दुग्ध व्यवसाय में नैतिकता पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने डेयरी मानकों को शत-प्रतिशत पूरा करने के साथ दूध की गुणवत्ता और किसी प्रकार की मिलावट न करने को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। इसके साथ ही डेयरी संचालकों से कहा कि मार्केट में बैलेंस बनाकर रखें। अन्य जगहों से दूध की कीमत ज्यादा न हो ये ध्यान रखा जाए। डेयरी संचालकों को स्पष्ट किया गया है कि डेयरी संचालन की गाइडलाइन का पालन करें। इसके साथ ही परियट व गौर नदी में प्रदूषण को कम करने की दिशा आवश्यक कदम उठाएं जाएं। डेयरियों की होगी जांच बैठक में डेयरियों की जांच का भी निर्णय लिया गया। प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया कि डेयरियों व उनसे जुड़ी गतिविधियों की अचानक जांच की जाएगी। जिसमें दूध की गुणवत्ता, केमिकल कंपोनेंट व डेयरी संबंधित कई और बिंदु शामिल होंगे। गड़बड़ी पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने डेयरियों की जांच के लिए टीम भी गठित की है। बैठक में एसडीएम पीके सेनगुप्ता, उपसंचालक पशु चिकित्सा व सेवाएं डॉ एसके बाजपेयी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व अन्य विभागों के अधिकारी शामिल थे।
अगली खबर

3 रुपए सस्ता हुआ दूध, गुणवत्ता से भी नहीं होगा समझौता
प्रशासन हुआ सख्त, तो नरम पड़ा डेयरी वालों का रवैया, पत्रिका की मुहिम के बाद एक्शन में जिम्मेदार
जबलपुर
Updated: September 12, 2022 10:34:57 pm
प्रभाकर मिश्रा@जबलपुर . शहर में दूध के दाम तीन रुपए कम हो गए हैं। रविवार को कलेक्ट्रेट में प्रशासन के साथ डेयरी संचालकों की बैठक में दूध के दाम कम करने का निर्णय लिया गया। दूध के बढ़े हुए दाम और उसके कारण बच्चों से पोषण छिन जाने, कई लोगों के दूध लेना कम करने, परिवार के महीने का बजट प्रभावित होने से लेकर जिले के बाकी इलाकों में दूध के दाम की कीमत व यहां सबसे महंगा दूध होने के समाचार पत्रिका में सिलसिलेवार मुहिम चलाकर प्रकाशित किए जाने के बाद प्रशासन हरकत में आया। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने डेयरी संचालकों के साथ बैठक में एक-एक बिंदु पर समीक्षा की। इसके बाद डेयरी संचालकों ने दूध के दाम करने का निर्णय लिया। पहले दूध शहर में 66 रुपए लीटर तक मिल रहा था। 12 सितम्बर से अब दूध 63 रुपए लीटर मिलेगा। डेयरी संघ के अध्यक्ष नरेश भांवरी ने बताया कि शहर में दूध अब 3 रुपये कम कीमत पर मिलेगा। इसके साथ ही प्रशासन ने डेयरी संचालकों को दूध की गुणवत्ता शत-प्रतिशत रखने की हिदायत दी है। कलेक्टर ने बैठक में दुग्ध उत्पादकों की समस्याओं को भी सुना। इसके साथ ही डेयरियों की जांच के लिए टीम भी गठित की। डेयरी सिस्टम से जनता को न हो नुकसान कलेक्टर ने दो टूक कहा कि डेयरी उत्पाद सीधे तौर पर मानव स्वास्थ्य से जुड़ा है, इस बात का ध्यान रखें कि दूध में गुणवत्ता हो। डेयरी सिस्टम से जनता को नुकसान न हो। दुग्ध व्यवसाय में नैतिकता पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने डेयरी मानकों को शत-प्रतिशत पूरा करने के साथ दूध की गुणवत्ता और किसी प्रकार की मिलावट न करने को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। इसके साथ ही डेयरी संचालकों से कहा कि मार्केट में बैलेंस बनाकर रखें। अन्य जगहों से दूध की कीमत ज्यादा न हो ये ध्यान रखा जाए। डेयरी संचालकों को स्पष्ट किया गया है कि डेयरी संचालन की गाइडलाइन का पालन करें। इसके साथ ही परियट व गौर नदी में प्रदूषण को कम करने की दिशा आवश्यक कदम उठाएं जाएं। डेयरियों की होगी जांच बैठक में डेयरियों की जांच का भी निर्णय लिया गया। प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया कि डेयरियों व उनसे जुड़ी गतिविधियों की अचानक जांच की जाएगी। जिसमें दूध की गुणवत्ता, केमिकल कंपोनेंट व डेयरी संबंधित कई और बिंदु शामिल होंगे। गड़बड़ी पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने डेयरियों की जांच के लिए टीम भी गठित की है। बैठक में एसडीएम पीके सेनगुप्ता, उपसंचालक पशु चिकित्सा व सेवाएं डॉ एसके बाजपेयी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व अन्य विभागों के अधिकारी शामिल थे।
अगली खबर