Indore News : गाय को लेकर विवाद, नगर निगम की गाड़ी के नीचे लेटा मालिक | Controversy Over Cow, Owner Lying Under IMC Vehicle | Patrika News h3>
छोटी ग्वालटोली क्षेत्र में एक गाय को पकडऩे के दौरान बड़ा विवाद हुआ। सरदार वल्लभ भाई पटेल प्रतिमा की रोटरी में मुन्ना यादव और प्यारे यादव ने अपनी गाय को चरने के लिए छोड़ दिया था। सफाई व्यवस्था का जायजा लेने निकले सीएसआई ने पटेल प्रतिमा की रोटरी में गाय को देखा तो तत्काल सूचना निगम कंट्रोल रूम पर दी। इसके बाद निगम कोंदवाड़ा की दो टीम गाय को पकडऩे के लिए पटेल प्रतिमा पर पहुंची। जैसे ही कोंदवाड़ा टीम ने सुपरवाइजर नरेंद्र सिरोलिया और शुभम गर्दे के निर्देशन में गाय को पकड़ा। इसी दौरान गाय मालिक मुन्ना और प्यारे भी पहुंच गए। उन्होंने गाय को छुड़वाने के लिए विवाद किया। जब गाय को नहीं छोड़ा गया, तो इन्होंने निगमकर्मियों के साथ हाथापाई भी की।
चप्पल लेकर दौड़ा गाय मालिक अपनी गाय को छुड़वाने के लिए मुन्ना और प्यारे ने काफी देर तक हंगामा किया। इस दौरान निगमकर्मियों पर चप्पल लेकर भी दौड़े। गाय न छोडऩे पर एक महिला और पुरुष निगम के वाहन पर चढ़ गए। विवाद ज्यादा बढऩे पर मौके पर मौजूद सुपरवाइजर गर्दे ने छोटी ग्वालटोली पुलिस थाने पर फोन लगाकर जवानों को बुला लिया। इसके बाद गाड़ी में चढे महिला और पुरुष को पुलिस ने समझाइश देकर नीचे उतारा।
गाड़ी को पहुंचाया नुकसान कोंदवाड़ा की गाड़ी में चढ़े जिस पुरुष को पुलिस ने नीचे उतारा, वह गाय न छोडऩे पर गाड़ी के नीचे लेट गया। साथ ही गाड़़ी के वायर काटने के साथ साइड प्लक को तोडक़र वाहन को नुकसान पहुंचाया। गाड़ी के नीचे लेटे गाय मालिक को निकालने के लिए पुलिस ने काफी मशक्कत की। जैसे-तैसे गाडी़ के नीचे घुसे गाय मालिक को निकाला और उसे हिरासत में ले लिया। इस दौरान हंगामा करने वाली महिला को भी पकड़ लिया गया। पुलिस ने दोनों को थाने पर भेज दिया। तकरीबन दो घंटे तक चले विवाद और हंगामे के निपटने के बाद कोंदवाड़ा की गैंग ने गाय को पकडक़र रेशम केंद्र स्थित गोशाला भेज दिया।
कराएंगे एफआईआर जिन महिला-पुरुष को पुलिस ने हिरासत में लिया, उन्हें दिनभर थाने में बैठाकर रखा गया। रात करीब 8 बजे उन्हें छुड़वाने के लिए परिवार के लोगों ने कोंदवाड़ा विभाग की उपायुक्त लता अग्रवाल को फोन लगाया। साथ ही राजीनामा के साथ माफी मांगी, लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया। गाय छुड़वाने को लेकर विवाद और हाथापाई करने वाले मुन्ना और प्यारे यादव के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने को लेकर निगम ने आवेदन दिया, लेकिन एफआइआर नहीं करवाई। इस पर पुलिस ने महिला-पुरुष को छोड़ दिया। उपायुक्त अग्रवाल का कहना है कि जब आवेदन दे दिया था, तो पुलिस को प्रकरण दर्ज करना चाहिए। आज कोंदवाड़ा कर्मचारियों को भेजकर एफआइआर कराई जाएगी।
वर्ष-20017 में हो गई थी हत्या पशुओं को शहर से बाहर करने और पालकों के मकान-बाड़े तोडऩे की मुहिम वर्ष-2017 में निगम ने चलाई थी। तत्कालीन निगमायुक्त मनीष सिंह के निर्देशन में मुहिम चली थी। वर्ष-2017 में चली मुहिम के दौरान पशुपालकों की गुंडागर्दी सामने आई थी। गौरी नगर क्षेत्र में आवारा पशु पकडऩे गई निगम टीम पर पशुपालकों ने हमला कर दिया था। इस दौरान निगमकर्मी शुभम कुशवाह पर चाकू से हमला कर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद निगम ने शहर को पशु मुक्त बनाने को लेकर सख्ती से कार्रवाई की। साथ ही एक गाय घर में ही पालने की अनुमति दी। दो-तीन वर्ष तक शहर में पशु नजर नहीं आए, लेकिन अब फिर से पशु शहर में दिखने लगे हैं। इन्हें पकडऩे की मुहिम निगम चलाता है। विवाद भी होते हैं।
छोटी ग्वालटोली क्षेत्र में एक गाय को पकडऩे के दौरान बड़ा विवाद हुआ। सरदार वल्लभ भाई पटेल प्रतिमा की रोटरी में मुन्ना यादव और प्यारे यादव ने अपनी गाय को चरने के लिए छोड़ दिया था। सफाई व्यवस्था का जायजा लेने निकले सीएसआई ने पटेल प्रतिमा की रोटरी में गाय को देखा तो तत्काल सूचना निगम कंट्रोल रूम पर दी। इसके बाद निगम कोंदवाड़ा की दो टीम गाय को पकडऩे के लिए पटेल प्रतिमा पर पहुंची। जैसे ही कोंदवाड़ा टीम ने सुपरवाइजर नरेंद्र सिरोलिया और शुभम गर्दे के निर्देशन में गाय को पकड़ा। इसी दौरान गाय मालिक मुन्ना और प्यारे भी पहुंच गए। उन्होंने गाय को छुड़वाने के लिए विवाद किया। जब गाय को नहीं छोड़ा गया, तो इन्होंने निगमकर्मियों के साथ हाथापाई भी की।
चप्पल लेकर दौड़ा गाय मालिक अपनी गाय को छुड़वाने के लिए मुन्ना और प्यारे ने काफी देर तक हंगामा किया। इस दौरान निगमकर्मियों पर चप्पल लेकर भी दौड़े। गाय न छोडऩे पर एक महिला और पुरुष निगम के वाहन पर चढ़ गए। विवाद ज्यादा बढऩे पर मौके पर मौजूद सुपरवाइजर गर्दे ने छोटी ग्वालटोली पुलिस थाने पर फोन लगाकर जवानों को बुला लिया। इसके बाद गाड़ी में चढे महिला और पुरुष को पुलिस ने समझाइश देकर नीचे उतारा।