Gurugram News: विधायकों को धमकी देने वाले गिरोह का पाकिस्तान से कनेक्शन, हवाला के जरिए पड़ोसी देश भेजे जाते थे रुपये h3>
गुरुग्राम: विधायकों को वॉट्सऐप कॉल पर धमकी देने वाले गिरोह का पाकिस्तान से कनेक्शन जांच में साबित हो गया है। एसटीएफ ने दावा किया है कि यह गिरोह ठगी भी करता है, इसका पैसा हवाला के जरिए पाकिस्तान भेजा जाता था। गिरोह ने ठगी से कमाई रकम 2 करोड़ 77 लाख रुपये 727 बैंक खातों के जरिए ट्रांसफर की है। इस रकम को आगे हवाला के जरिये पाकिस्तान भेजा गया। बीते 8 महीने के दौरान 867 ट्रांजैक्शन इस गिरोह ने किए हैं। ठगी की राशि जिन खातों में ट्रांसफर की गई है, इनमें अधिकतर वे लोग हैं जिनके परिवार के लोग विदेश में खासकर मिडल ईस्ट देशों में नौकरी करते हैं।
एसटीएफ ने 31 जुलाई को इस मामले का खुलासा किया था। करीब 15 दिन चली कार्रवाई के बाद पुलिस ने इस गिरोह के 6 लोगों को गिरफ्तार किया। मुंबई से 2 आरोपियों बिहार बेतिया निवासी दुलेश आलम व यूपी के बस्ती जिले के रहने वाले बदरे आलम को अरेस्ट किया गया है। बिहार के मुजफ्फरपुर से 4 आरोपियों अमित यादव उर्फ राधेश्याम यादव, सद्दीक अनवर, सनोज कुमार व कैशल आलम को अरेस्ट किया। इनके पास से 55 डेबिट कार्ड, 24 मोबाइल, 56 सिम, 22 पासबुक-चेकबुक, 3 लाख 97 हजार रुपये कैश, 1 कार व 3 डायरी बरामद की गई थी।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि जून व जुलाई 2022 में इस गिरोह ने हरियाणा, पंजाब व दिल्ली के विधायकों को वॉट्सऐप कॉल व मेसेज के जरिये धमकी दी थी। इसमें सोनीपत से विधायक सुरेंद्र पंवार, सढोरा से विधायक रेनु बाला, सफीदों से विधायक सुभाष गांगोली, गुड़गांव के सोहना से विधायक संजय सिंह समेत दिल्ली के अन्य विधायक थे, जिन्हें धमकी मिली थी। इस मामले में अबुलेश आलम नामक एक अन्य आरोपी को टीम ने गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया कि इन आरोपियों के मोबाइल में कुल 18 वर्चुअल नंबर मिले जो विदेश से ऑपरेट हो रहे थे। अरेस्ट हो चुके आरोपियों के साथी अलग-अलग देशों में मौजूद हैं। मिडल ईस्ट के देशों में इकबाल, कैश आलम व सद्दीक, सउदी अरब में राकेश, पाकिस्तान में अली, नजर, वसीम, शब्बीर, इमरान, एमडी खान व रफीक मौजूद हैं। ये सभी विधायकों व अन्य जनप्रतिनिधियों के मोबाइल नंबर का पता लगाकर इन्हें धमकी देकर रुपये की डिमांड करते थे।
केबीसी के नाम पर भी की है ठगी
बिहार बेतिया निवासी अबुलेश आलम पहले केबीसी, लोन, ओटी समेत अन्य तरीकों से ठगी की वारदात करता था। जून 2021 में पॉक्सो एक्ट के केस में वो बिहार बेतिया में अरेस्ट होकर जेल गया था। जेल में अबुलेश आलम ने अमित उर्फ राधेश्याम यादव व अपने छोटे भाई दुलेश आलम को ठगी करना सिखाया। ठगी करना सिखाकर विदेश में बैठे अपने भाई कैश आलम, सद्दीक, राकेश, अली, नजीर, वसीम, शब्बीर, इमरान, एमडी खान व रफीक के साथ संपर्क करा दिया। कैश आलम पहले 3 साल दुबई में रह चुका है।
विदेश से ऑपरेट हो रहे थे बैंक खाते
मोबाइल से मिले डेटा व पूछताछ में खुलासा हुआ कि 8 महीने में 727 बैंक खातों में 867 ट्रांजैक्शन के जरिए 2 करोड़ 77 लाख 3750 रुपये ट्रांसफर हुए। सभी बैंक खाते विदेशों में बैठे इकबाल कैश आलम, सद्दीक, राकेश, अली, नजीर, वसीम, शब्बीर, इमरान, एमडी खान व रफीक ऑपरेट करते थे। इन सभी 727 बैंक खातों को एसटीएफ ने सीज करा दिया है। जांच में पता चला कि ये 727 बैंक खाते उन लोगों के नाम पर हैं जिनके परिवार से कोई न कोई सदस्य विदेश में नौकरी करता है। इन्हीं लोगों व परिवार वालों के बैंक खातों का प्रयोग करके ठगी की रकम इनमें हासिल की जाती। बाद में इस राशि को हवाला के जरिए पाकिस्तान भेजा जाता। एसटीएफ आईजी सतीश बालन ने बताया कि 727 बैंक खातों को सीज कराया गया है।
पंजाब की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Punjab News
पूछताछ में खुलासा हुआ कि जून व जुलाई 2022 में इस गिरोह ने हरियाणा, पंजाब व दिल्ली के विधायकों को वॉट्सऐप कॉल व मेसेज के जरिये धमकी दी थी। इसमें सोनीपत से विधायक सुरेंद्र पंवार, सढोरा से विधायक रेनु बाला, सफीदों से विधायक सुभाष गांगोली, गुड़गांव के सोहना से विधायक संजय सिंह समेत दिल्ली के अन्य विधायक थे, जिन्हें धमकी मिली थी। इस मामले में अबुलेश आलम नामक एक अन्य आरोपी को टीम ने गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया कि इन आरोपियों के मोबाइल में कुल 18 वर्चुअल नंबर मिले जो विदेश से ऑपरेट हो रहे थे। अरेस्ट हो चुके आरोपियों के साथी अलग-अलग देशों में मौजूद हैं। मिडल ईस्ट के देशों में इकबाल, कैश आलम व सद्दीक, सउदी अरब में राकेश, पाकिस्तान में अली, नजर, वसीम, शब्बीर, इमरान, एमडी खान व रफीक मौजूद हैं। ये सभी विधायकों व अन्य जनप्रतिनिधियों के मोबाइल नंबर का पता लगाकर इन्हें धमकी देकर रुपये की डिमांड करते थे।
केबीसी के नाम पर भी की है ठगी
बिहार बेतिया निवासी अबुलेश आलम पहले केबीसी, लोन, ओटी समेत अन्य तरीकों से ठगी की वारदात करता था। जून 2021 में पॉक्सो एक्ट के केस में वो बिहार बेतिया में अरेस्ट होकर जेल गया था। जेल में अबुलेश आलम ने अमित उर्फ राधेश्याम यादव व अपने छोटे भाई दुलेश आलम को ठगी करना सिखाया। ठगी करना सिखाकर विदेश में बैठे अपने भाई कैश आलम, सद्दीक, राकेश, अली, नजीर, वसीम, शब्बीर, इमरान, एमडी खान व रफीक के साथ संपर्क करा दिया। कैश आलम पहले 3 साल दुबई में रह चुका है।
विदेश से ऑपरेट हो रहे थे बैंक खाते
मोबाइल से मिले डेटा व पूछताछ में खुलासा हुआ कि 8 महीने में 727 बैंक खातों में 867 ट्रांजैक्शन के जरिए 2 करोड़ 77 लाख 3750 रुपये ट्रांसफर हुए। सभी बैंक खाते विदेशों में बैठे इकबाल कैश आलम, सद्दीक, राकेश, अली, नजीर, वसीम, शब्बीर, इमरान, एमडी खान व रफीक ऑपरेट करते थे। इन सभी 727 बैंक खातों को एसटीएफ ने सीज करा दिया है। जांच में पता चला कि ये 727 बैंक खाते उन लोगों के नाम पर हैं जिनके परिवार से कोई न कोई सदस्य विदेश में नौकरी करता है। इन्हीं लोगों व परिवार वालों के बैंक खातों का प्रयोग करके ठगी की रकम इनमें हासिल की जाती। बाद में इस राशि को हवाला के जरिए पाकिस्तान भेजा जाता। एसटीएफ आईजी सतीश बालन ने बताया कि 727 बैंक खातों को सीज कराया गया है।