नीतीश चाचा के लिए नो एंट्री का साइन बोर्ड हटाने वाले तेज प्रताप की ठाठ देखिए h3>
नई दिल्ली: तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) की अपन अलग फैन फॉलोइंग है। भले ही वह राजनीति के खेल में अबतक लालू यादव (Lalu Yadav) जैसे मंझे हुए खिलाड़ी नहीं बन पाए हो, लेकिन अंदाज-ए-बयां कुछ-कुछ वैसा ही है। चुटीले अंदाज में अपनी बात रखते हैं। बेबाकी से मीडिया के सामने आते हैं। और अपने नए-नए वीडियोज से जनता का मनोरंजन करते हैं। अब वही तेजप्रताप आज वाकई बड़े भाई की भूमिका में नजर आ रहे हैं। भले ही आरजेडी की बागडोर तेजस्वी यादव संभालते हो, लेकिन बिहार में जारी मौजूदा उठापटक (Bihar political crisis) में तेजू भैय्या ही हीरो बनकर उभरे हैं।
कहा जाता है कि एक तस्वीर हजार शब्द के बराबर होती है तो चलिए आपको तस्वीर ही दिखाते हैं। वो तस्वीर, जिसने देश के पीएम नरेंद्र मोदी समेत पूरी बीजेपी को सन्न कर रखा है। कुछ घंटे पहले तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे नीतीश कुमार की लालू पुत्रों के साथ तस्वीर। इन फोटोज में तेजप्रताप यादव की ठाठ देखते ही बनती है। राबड़ी आवास में नीतीश कुमार के बगल में बैठे हैं। जब राजभवन तक पैदल मार्च हो रहा है तो नीतीश कुमार और तेजस्वी से आगे-आगे चल रहे हैं। जैसे उन्हीं के जोर से बिहार की सियासी हवा में ये बदलाव आया है।
दरअसल, बिहार में ये सत्ता परिवर्तन रातों-रात नहीं हुआ है। आरजेडी-जेडीयू के रिश्तों में पड़ी तल्खी की बर्फ बीते कुछ माह से पिछलनी शुरू हो गई थी। तेजप्रताप यादव ने नीतीश कुमार को महागठबंधन में शामिल कराने का सीधा-सीधा न्योता दे दिया था। ट्विटर पर लिख दिया ‘एंट्री नीतीश चाचा’। अप्रैल में रामनवमी के इस पोस्ट के बाद से हल्ला तेज हो गया था। इससे पहले तेजप्रताप यादव से जब एक बार पत्रकारों ने जेडीयू-आरजेडी के दोबारा गठबंधन को लेकर सवाल पूछा तब तेजप्रताप ने एक पोस्टर दिखाया था जिसमें लिखा था नो एंट्री नीतीश चाचा।
नीतीश कुमार ने 2017 में जब महागठबंधन सरकार (जेडीयू+आरजेडी+कांगेस) के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। जब तेजस्वी ने नीतीश की महागठबंधन में नो एंट्री की बात कही थी। तेजस्वी के बयान का समर्थन करते हुए तेज प्रताप ने भी कहा था कि वे एक बोर्ड में ‘नीतीश चाचा नो एंट्री’ लिखेंगे और अपने घर के बाहर लगाएंगे।
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दरअसल, बिहार में ये सत्ता परिवर्तन रातों-रात नहीं हुआ है। आरजेडी-जेडीयू के रिश्तों में पड़ी तल्खी की बर्फ बीते कुछ माह से पिछलनी शुरू हो गई थी। तेजप्रताप यादव ने नीतीश कुमार को महागठबंधन में शामिल कराने का सीधा-सीधा न्योता दे दिया था। ट्विटर पर लिख दिया ‘एंट्री नीतीश चाचा’। अप्रैल में रामनवमी के इस पोस्ट के बाद से हल्ला तेज हो गया था। इससे पहले तेजप्रताप यादव से जब एक बार पत्रकारों ने जेडीयू-आरजेडी के दोबारा गठबंधन को लेकर सवाल पूछा तब तेजप्रताप ने एक पोस्टर दिखाया था जिसमें लिखा था नो एंट्री नीतीश चाचा।
नीतीश कुमार ने 2017 में जब महागठबंधन सरकार (जेडीयू+आरजेडी+कांगेस) के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। जब तेजस्वी ने नीतीश की महागठबंधन में नो एंट्री की बात कही थी। तेजस्वी के बयान का समर्थन करते हुए तेज प्रताप ने भी कहा था कि वे एक बोर्ड में ‘नीतीश चाचा नो एंट्री’ लिखेंगे और अपने घर के बाहर लगाएंगे।