Team India: केएल राहुल के लिए ‘गब्बर’ शिखर धवन ने खोदा गड्ढा, कहीं उप कप्तानी से भी ना कट जाए पत्ता h3>
Indian Cricket Team: भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर बल्लेबाज शिखर ने पांच महीने के बाद वनडे टीम में वापसी में वापसी की। इंग्लैंड के खिलाफ केनिंग्टन ओवल में खेले गए मैच में धवन 54 गेंद में 31 रनों की पारी खेलकर नाबाद रहे। इस दौरान उन्होंने अपने जोड़ीदार रोहित शर्मा का बेहतरीन साथ दिया जिन्होंने 76 रन बनाए और टीम को 10 विकेट से जीत दिलाई। हालांकि मैच में 57.41 की स्ट्राइक रेट से धवन की पारी को धीमा कहा जा सकता है लेकिन बावजूद इसके उन्होंने केएल राहुल (KL Rahul) और और विराट कोहली (Virat Kohli) जैसे बल्लेबाजों के लिए एक चुनौती पेश कर दी है।
टीम इंडिया के उप कप्तान राहुल चोट के कारण टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। वहीं विराट कोहली अपने फॉर्म को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में भारतीय टीम ने एक बार फिर टीम इंडिया के गब्बर पर अपना भरोसा जताया। सिर्फ इतना ही इसी महीने वेस्टइंडीज दौरे के लिए उन्हें टीम का कप्तान भी नियुक्त किया गया है। ऐसे में धवन अपने बल्ले से कमाल दिखाते हैं तो निश्चित रूप से वह टॉप ऑर्डर में बाकी बल्लेबाजों के लिए परेशानी बढ़ा सकते हैं।
राहुल के सामने फिटनेस की समस्या
भारतीय टीम मैनेजमेंट भविष्य के लिए केएल राहुल को लेकर कई तरह की योजना बना रही है। उन्हें टीम की कप्तानी से लेकर ओपनर के तौर पर स्थापित करने की लगातार कोशिश जारी है, लेकिन वह अपनी फिटनेस के कारण टीम से अंदर बाहर होते रहे हैं। राहुल टॉप ऑर्डर के एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं। वह ओपनिंग के साथ-साथ मध्यक्रम में भी बल्लेबाजी करने में सक्षम हैं लेकिन वहां पहले से ही सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर जैसे बल्लेबाज अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं।
ऐसे में राहुल के लिए रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे बल्लेबाजों के बीच खुद को बनाए रखने की कठिन चुनौती होगी। वहीं अब शिखर धवन के टीम वापसी के बाद उनके लिए प्लेइंग इलेवन में जगह को लेकर और परेशानी बढ़ सकती है। ऐसे में राहुल को ना सिर्फ अपने खेल में बल्कि फिटनेस को लगातार बरकरार रखने पर काम करना होगा।
वनडे में भरोसेमंद ओपनर बल्लेबाज हैं गब्बर
शिखर धवन ने भारतीय टीम के लिए 2010 के लिए डेब्यू किया था। डेब्यू के बाद ही वह लगातार टीम इंडिया के लिए ओपनिंग करते आए और लगातार अच्छी शुरुआत दिलाई हैं। धवन ने उस दौर में खुद को स्थापित किया जब टीम इंडिया में सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे ओपनर बल्लेबाजों का बोलबाला था।
इस दौरान धवन भारत के लिए कुल 150 मैच खेल चुके हैं जिसमें से उन्होंने 149 मैचों में टीम के लिए ओपनिंग की। ओपनिंग करते हुए उन्होंने 45.76 की औसत से 6315 रन बनाए जिसमें कुल 17 शतक शामिल है। इस फॉर्मेट में धवन का सर्वोच्च स्कोर 143 रनों का है।
वहीं पिछले एक साल में धवन के खेल को देखें तो उन्हें सिर्फ पांच वनडे मैचों में खेलने का मौका मिला है। इस दौरान उन्होंने 56.33 की औसत से 338 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर नाबाद 87 रन का रहा। इस साल धवन ने इंडियन प्रीमियर लीग में पंजाब किंग्स के लिए जमकर रन बरसाये हैं। उन्होंने अपनी फ्रेंचाइजी के लिए 14 मैच में 122.67 के स्ट्राइक रेट से 460 रन बनाए, जिसमें तीन पचासा भी शामिल है।
Indian Cricket Team: भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर बल्लेबाज शिखर ने पांच महीने के बाद वनडे टीम में वापसी में वापसी की। इंग्लैंड के खिलाफ केनिंग्टन ओवल में खेले गए मैच में धवन 54 गेंद में 31 रनों की पारी खेलकर नाबाद रहे। इस दौरान उन्होंने अपने जोड़ीदार रोहित शर्मा का बेहतरीन साथ दिया जिन्होंने 76 रन बनाए और टीम को 10 विकेट से जीत दिलाई। हालांकि मैच में 57.41 की स्ट्राइक रेट से धवन की पारी को धीमा कहा जा सकता है लेकिन बावजूद इसके उन्होंने केएल राहुल (KL Rahul) और और विराट कोहली (Virat Kohli) जैसे बल्लेबाजों के लिए एक चुनौती पेश कर दी है।
राहुल के सामने फिटनेस की समस्या
भारतीय टीम मैनेजमेंट भविष्य के लिए केएल राहुल को लेकर कई तरह की योजना बना रही है। उन्हें टीम की कप्तानी से लेकर ओपनर के तौर पर स्थापित करने की लगातार कोशिश जारी है, लेकिन वह अपनी फिटनेस के कारण टीम से अंदर बाहर होते रहे हैं। राहुल टॉप ऑर्डर के एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं। वह ओपनिंग के साथ-साथ मध्यक्रम में भी बल्लेबाजी करने में सक्षम हैं लेकिन वहां पहले से ही सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर जैसे बल्लेबाज अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं।
ऐसे में राहुल के लिए रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे बल्लेबाजों के बीच खुद को बनाए रखने की कठिन चुनौती होगी। वहीं अब शिखर धवन के टीम वापसी के बाद उनके लिए प्लेइंग इलेवन में जगह को लेकर और परेशानी बढ़ सकती है। ऐसे में राहुल को ना सिर्फ अपने खेल में बल्कि फिटनेस को लगातार बरकरार रखने पर काम करना होगा।
वनडे में भरोसेमंद ओपनर बल्लेबाज हैं गब्बर
शिखर धवन ने भारतीय टीम के लिए 2010 के लिए डेब्यू किया था। डेब्यू के बाद ही वह लगातार टीम इंडिया के लिए ओपनिंग करते आए और लगातार अच्छी शुरुआत दिलाई हैं। धवन ने उस दौर में खुद को स्थापित किया जब टीम इंडिया में सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे ओपनर बल्लेबाजों का बोलबाला था।
इस दौरान धवन भारत के लिए कुल 150 मैच खेल चुके हैं जिसमें से उन्होंने 149 मैचों में टीम के लिए ओपनिंग की। ओपनिंग करते हुए उन्होंने 45.76 की औसत से 6315 रन बनाए जिसमें कुल 17 शतक शामिल है। इस फॉर्मेट में धवन का सर्वोच्च स्कोर 143 रनों का है।
वहीं पिछले एक साल में धवन के खेल को देखें तो उन्हें सिर्फ पांच वनडे मैचों में खेलने का मौका मिला है। इस दौरान उन्होंने 56.33 की औसत से 338 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर नाबाद 87 रन का रहा। इस साल धवन ने इंडियन प्रीमियर लीग में पंजाब किंग्स के लिए जमकर रन बरसाये हैं। उन्होंने अपनी फ्रेंचाइजी के लिए 14 मैच में 122.67 के स्ट्राइक रेट से 460 रन बनाए, जिसमें तीन पचासा भी शामिल है।