flood alert : 16 जिलों में बाढ़ के हालात, नर्मदा-बेतवा क्षेत्र में अलर्ट, कंट्रोल रूम स्थापित | madhya pradesh flood control room phone 1070 and 1079 | Patrika News h3>
प्रदेश में कई नदी-नाले उफान पर है। लगातार बारिश से 16 जिले प्रभावित हो गए हैं। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने मंगलवार को प्रेस ब्रीफिंग में कहा है कि बारिश से प्रभावित जिलों में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और स्थिति अब धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के साथ बाढ़ और जलभराव की जानकारी देने के लिए टोल फ्री नंबर 1070 और 1079 स्थापित किया गया है।
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प्रदेश में भारी बारिश से प्रभावित 16 जिलों में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और स्थिति अब धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के साथ बाढ़ और जलभराव की जानकारी देने के लिए टोल फ्री नंबर 1070 और 1079 जारी किया गया है। pic.twitter.com/eTKhmKA4M3
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) July 12, 2022
नर्मदा और ताप्ती नदी का जल स्तर बढ़ा
नर्मदापुरम से खबर है कि रविवार से सोमवार तक 4.4 इंच अधिक बारिश होने से निचली बस्तियों में पानी घुस गया है। वहीं नर्मदा का जल स्तर सेठानी घाट पर 935.50 फीट से बढ़कर 9.38.30 हो गया है। यह स्थिति तवा डैम के गेट खोलने के कारण बनी है। बताया जाता है कि यहां जब भी तवा, बारना और बरगी डैम के गेट खोले जाते हैं तो नर्मदा नदी में बाढ़ आ जाती है। यह डैम पहले से ही पूरे भर चुके हैं, जिसमें से लगातार थोड़ा-थोड़ा पानी छोड़ा जा रहा है। इधर, मुलताई से निकली ताप्ती नदी का जल स्तर भी लगातार बढ़ रहा है। पारस डैम के गेट खोलने से भी जल स्तर बढ़ गया है। बुरहानपुर में भी अलर्ट जारी क दिया गया है।
विदिशा में तबाही
लगातार बारिश से विदिशा जिले में साढ़े तीन घंटे में ही साढ़े आठ इंच बारिश होने से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। कई कालोनियां जलमग्न हो गई है और घरों में भी पानी घुस गया है। बताया जा रहा है कि पिछले 25 सालों में यह सबसे अधिक बारिश है। कई निचली बस्तियों में रेस्क्यू आपरेशन भी चलाया गया है। विदिशा में एक कार और आटो के बहने की भी खबर है।
रायसेन में भी उफनी नदियां
इधर रायसेन जिले में भी नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। कई गांवों का सड़क संपर्क टूट गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने को कहा गया है। बताया जा रहा है कि अभी और भी भारी बारिश की संभावनाओं को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है।
छिंदवाड़ा में पांच घंटे बंद रहा रास्ता
छिंदवाड़ा से खबर है कि नदी-नाले उफान पर होने से नागपुर हाईवे बंद रहा। यहां रामाकोना के पास गहरानाला उफान पर है। यहां पांच घंटे तक राजमार्ग बंद रहा। इसके अलावै सौंसर में 48 घंटों से जारी लगातार बारिश से 15 इंच पानी गिर चुका है। यहां भी बाढ़ जैसे हालात हैं। छिंदवाड़ा से जुड़े आसपास के करीब 50 गांवों का सड़क संपर्क भी टूट गया है।
प्रदेश में कई नदी-नाले उफान पर है। लगातार बारिश से 16 जिले प्रभावित हो गए हैं। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने मंगलवार को प्रेस ब्रीफिंग में कहा है कि बारिश से प्रभावित जिलों में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और स्थिति अब धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के साथ बाढ़ और जलभराव की जानकारी देने के लिए टोल फ्री नंबर 1070 और 1079 स्थापित किया गया है।
प्रदेश में भारी बारिश से प्रभावित 16 जिलों में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और स्थिति अब धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के साथ बाढ़ और जलभराव की जानकारी देने के लिए टोल फ्री नंबर 1070 और 1079 जारी किया गया है। pic.twitter.com/eTKhmKA4M3
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) July 12, 2022
नर्मदा और ताप्ती नदी का जल स्तर बढ़ा
नर्मदापुरम से खबर है कि रविवार से सोमवार तक 4.4 इंच अधिक बारिश होने से निचली बस्तियों में पानी घुस गया है। वहीं नर्मदा का जल स्तर सेठानी घाट पर 935.50 फीट से बढ़कर 9.38.30 हो गया है। यह स्थिति तवा डैम के गेट खोलने के कारण बनी है। बताया जाता है कि यहां जब भी तवा, बारना और बरगी डैम के गेट खोले जाते हैं तो नर्मदा नदी में बाढ़ आ जाती है। यह डैम पहले से ही पूरे भर चुके हैं, जिसमें से लगातार थोड़ा-थोड़ा पानी छोड़ा जा रहा है। इधर, मुलताई से निकली ताप्ती नदी का जल स्तर भी लगातार बढ़ रहा है। पारस डैम के गेट खोलने से भी जल स्तर बढ़ गया है। बुरहानपुर में भी अलर्ट जारी क दिया गया है।
विदिशा में तबाही
लगातार बारिश से विदिशा जिले में साढ़े तीन घंटे में ही साढ़े आठ इंच बारिश होने से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। कई कालोनियां जलमग्न हो गई है और घरों में भी पानी घुस गया है। बताया जा रहा है कि पिछले 25 सालों में यह सबसे अधिक बारिश है। कई निचली बस्तियों में रेस्क्यू आपरेशन भी चलाया गया है। विदिशा में एक कार और आटो के बहने की भी खबर है।
रायसेन में भी उफनी नदियां
इधर रायसेन जिले में भी नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। कई गांवों का सड़क संपर्क टूट गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने को कहा गया है। बताया जा रहा है कि अभी और भी भारी बारिश की संभावनाओं को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है।
छिंदवाड़ा में पांच घंटे बंद रहा रास्ता
छिंदवाड़ा से खबर है कि नदी-नाले उफान पर होने से नागपुर हाईवे बंद रहा। यहां रामाकोना के पास गहरानाला उफान पर है। यहां पांच घंटे तक राजमार्ग बंद रहा। इसके अलावै सौंसर में 48 घंटों से जारी लगातार बारिश से 15 इंच पानी गिर चुका है। यहां भी बाढ़ जैसे हालात हैं। छिंदवाड़ा से जुड़े आसपास के करीब 50 गांवों का सड़क संपर्क भी टूट गया है।