कहानी ‘लाडो’ की मेघना मल्लिक की, जाट छोरी ने ‘अम्माजी’ बनकर जीता था दिल h3>
टीवी इंडस्ट्री हो या फिल्म इंडस्ट्री मेघना मल्लिक एक ऐसा नाम है जिन्होंने दोनों प्लेटफॉर्म पर खूब काम किया है और नाम भी कमाया है। ‘ना आना इस देस मेरी लाडो’ जैसे सीरियल से घर-घर में अम्माजी किरदार से वह लोकप्रिय हुईं। वहीं ‘अंग्रेजी मीडियम’, ‘पगलैट’, ‘साइना’ जैसी ढेर सारी फिल्मों में उन्होंने दमदार किरदार निभाए। वह एक ऐसी कलाकार हैं जिन्हें ए-लिस्टर का दर्जा तो नहीं मिला लेकिन काम उन्होंने उससे भी ऊपर किया है। नवभारत टाइम्स की सेटर्डे सुपरस्टार सीरीज में हम आपके लिए लाए हैं मेघना मल्लिक की कहानी के बारे में, जो न केवल दर्शकों को प्रेरित करती हैं बल्कि उनके शानदार काम को देखकर आप पाते हैं कि वह कितनी मजबूत महिला भी हैं।
मेघना मल्लिक की पैदाइश
Saturday Superstar: कहानी ‘लाडो’ की मेघना मल्लिका की, जाट छोरी ने ‘अम्माजी’ बनकर जीता था दिल
Meghna Malik जाट फैमिली से आती हैं। सोनीपत में उनका जन्म हुआ। उनकी मां कमलेश कॉलेज प्रिंसिपल हुआ करती थी तो उनके पिता रघुवीर सिंह मल्लिक इंग्लिश प्रोफेसर हुआ करते थे। उनकी एक बहन भी है जो बड़े मीडिया संस्थान में एंकर हैं। मेघना ने इंग्लिश में मास्टर्स किया और फिर दिल्ली चली आईं।
NSD से पासआउट
Saturday Superstar: कहानी ‘लाडो’ की मेघना मल्लिका की, जाट छोरी ने ‘अम्माजी’ बनकर जीता था दिल
मेघना मल्लिक (Meghna Malik Birth) ने दिल्ली आने के बाद साल 1997 के बैच में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन लिया और फिर वह करियर संवारने के लिए मुंबई आ गईं। फिर कुछ साल बाद उन्होंने मशहूर थिएटर डायरेक्टर राम गोपाल बजाज के बेटे रिजू बजाज संग शादी कर ली। एक्ट्रेस के पति भी डायरेक्टर हैं जो कई फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं।
कैसे लगा था एक्टिंग का चस्का
Saturday Superstar: कहानी ‘लाडो’ की मेघना मल्लिका की, जाट छोरी ने ‘अम्माजी’ बनकर जीता था दिल
एक इंटरव्यू में मेघना (Meghna Malik Acting) ने बताया था कि जब वह 12वीं क्लास में थीं तो उन्होंने प्ले किया था और स्कूल से उन्हें इंग्लैंड लेकर गए थे। उस दौरान तमाम नाटकों को उन्होंने देखा और थिएटर से वह काफी आकर्षित हुईं। वह अनुपम खेर और ओमपुरी जैसे कलाकारों की एक्टिंग को काफी पसंद करती हैं।
चलते चलते से मिर्जापुर तक
Saturday Superstar: कहानी ‘लाडो’ की मेघना मल्लिका की, जाट छोरी ने ‘अम्माजी’ बनकर जीता था दिल
साल 2003 में आई फिल्म ‘चलते चलते’ में फराह किरदार में नजर आईं। इसी साल वह उर्मिला मातोंडकर और मनोज बाजपेयी की फिल्म पिंजर में भी नजर आईं। इस तरह उन्होंने कई सालों तक छोटे छोटे रोल से इंडस्ट्री में जगह बनाई। कुछ न कहो, तारे जमीन, जुबान, पल पल दिल के पास, अंग्रेजी मीडियम, साइना, पगलैट और मिर्जापुर (वेब सीरीज) जैसे प्रोजेक्ट में काम कर चुकी हैं।
टीवी सीरियल से चमका करियर
Saturday Superstar: कहानी ‘लाडो’ की मेघना मल्लिका की, जाट छोरी ने ‘अम्माजी’ बनकर जीता था दिल
साल 2009 में टीवी पर हरियाणवी पृष्ठभूमि पर बना सीरीयल आया न आना इस देश मेरी लाडो.. ये शो भ्रूण हत्या पर आधारित था। इस शो में मेघना को लीड रोल प्ले करने का मौका मिला। वह अम्माजी के किरदार में ऐसी फिट बैठी कि लोगों ने इस टीवी सीरियल को खूब प्यार दिया। इसके बाद वह ये है मुंबई मेरी जान, अस्तित्व, संजीवनी, हर घर कुछ कहता है, गुस्ताख दिल, बिग बॉस 11 और लाडो 2 में नजर आ चुकी हैं।
पार्टी का नहीं शौक
मेघना फिटनेस पर भी ध्यान देती हैं। वह बिजी शेड्यूल से समय निकालकर वॉक करती हैं। वह पर्सनल लाइफ में अनुशासन का बहुत ध्यान रखती हैं। वह कहती हैं कि उन्हें दोस्तों से घुलना मिलना पसंद हैं लेकिन देर रात तक की पार्टियों में बिल्कुल भी दिलचस्पी नहीं है।
मेघना मल्लिक की पैदाइश
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NSD से पासआउट
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मेघना मल्लिक (Meghna Malik Birth) ने दिल्ली आने के बाद साल 1997 के बैच में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन लिया और फिर वह करियर संवारने के लिए मुंबई आ गईं। फिर कुछ साल बाद उन्होंने मशहूर थिएटर डायरेक्टर राम गोपाल बजाज के बेटे रिजू बजाज संग शादी कर ली। एक्ट्रेस के पति भी डायरेक्टर हैं जो कई फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं।
कैसे लगा था एक्टिंग का चस्का
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एक इंटरव्यू में मेघना (Meghna Malik Acting) ने बताया था कि जब वह 12वीं क्लास में थीं तो उन्होंने प्ले किया था और स्कूल से उन्हें इंग्लैंड लेकर गए थे। उस दौरान तमाम नाटकों को उन्होंने देखा और थिएटर से वह काफी आकर्षित हुईं। वह अनुपम खेर और ओमपुरी जैसे कलाकारों की एक्टिंग को काफी पसंद करती हैं।
चलते चलते से मिर्जापुर तक
Saturday Superstar: कहानी ‘लाडो’ की मेघना मल्लिका की, जाट छोरी ने ‘अम्माजी’ बनकर जीता था दिल
साल 2003 में आई फिल्म ‘चलते चलते’ में फराह किरदार में नजर आईं। इसी साल वह उर्मिला मातोंडकर और मनोज बाजपेयी की फिल्म पिंजर में भी नजर आईं। इस तरह उन्होंने कई सालों तक छोटे छोटे रोल से इंडस्ट्री में जगह बनाई। कुछ न कहो, तारे जमीन, जुबान, पल पल दिल के पास, अंग्रेजी मीडियम, साइना, पगलैट और मिर्जापुर (वेब सीरीज) जैसे प्रोजेक्ट में काम कर चुकी हैं।
टीवी सीरियल से चमका करियर
Saturday Superstar: कहानी ‘लाडो’ की मेघना मल्लिका की, जाट छोरी ने ‘अम्माजी’ बनकर जीता था दिल
साल 2009 में टीवी पर हरियाणवी पृष्ठभूमि पर बना सीरीयल आया न आना इस देश मेरी लाडो.. ये शो भ्रूण हत्या पर आधारित था। इस शो में मेघना को लीड रोल प्ले करने का मौका मिला। वह अम्माजी के किरदार में ऐसी फिट बैठी कि लोगों ने इस टीवी सीरियल को खूब प्यार दिया। इसके बाद वह ये है मुंबई मेरी जान, अस्तित्व, संजीवनी, हर घर कुछ कहता है, गुस्ताख दिल, बिग बॉस 11 और लाडो 2 में नजर आ चुकी हैं।
पार्टी का नहीं शौक
मेघना फिटनेस पर भी ध्यान देती हैं। वह बिजी शेड्यूल से समय निकालकर वॉक करती हैं। वह पर्सनल लाइफ में अनुशासन का बहुत ध्यान रखती हैं। वह कहती हैं कि उन्हें दोस्तों से घुलना मिलना पसंद हैं लेकिन देर रात तक की पार्टियों में बिल्कुल भी दिलचस्पी नहीं है।