Maharashtra Speaker Election: महाराष्ट्र विधानसभा में टकराएंगे उद्धव और शिंदे गुट, स्पीकर के चुनाव के लिए सेना vs सेना h3>
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा में विशेष सत्र के दौरान नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के बीच टकराव होने की संभावना है। महाराष्ट्र की नई सरकार रविवार को स्पीकर का चुनाव करेगी। इसके बाद सोमवार को विश्वास मत हासिल किया जाएगा। इसके लिए शिंदे गुट के बागी विधायक गोवा से मुंबई लौट चुके हैं। माना जा रहा है कि इस चुनाव के बाद उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना स्पीकर चुनाव प्रक्रिया या विप के मुद्दे पर कोर्ट का रुख कर सकती है।
रविवार को होने वाले स्पीकर पद के चुनाव के लिए एनडीए की तरफ से बीजेपी ने राहुल नार्वेकर को प्रत्याशी बनाया है जबकि एमवीए की तरफ से शिवसेना विधायक राजन साल्वी का नाम सामने आया है। दोनों उम्मीदवारों ने शनिवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। हालांकि इस चुनाव में सबसे दिलचस्प यह देखना होगा कि उद्धव की शिवसेना और एकनाथ शिंदे की शिवसेना में से किसका विप प्रभावी होगा।
एमवीए की तरफ से राजन साल्वी
रविवार को होने वाले विधानसभा अध्यक्ष चुनाव में शिवसेना के उद्धव गुट के चीफ विप सुनील प्रमुख ने विधायकों को विप जारी कर दिया है। इसमें कहा गया है कि स्पीकर का चुनाव 3 और 4 जुलाई को होना है। राजन साल्वी ने शिवसेना से चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। इसलिए विधानसभा के सभी शिवसेना सदस्य पूरे चुनाव के दौरान सदन में मौजूद रहें।
किसका विप होगा प्रभावी?
जबकि एकनाथ शिंदे गुट ने विधायक भरत गोगावले को चीफ विप नियुक्त किया है। बताया जा रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव ध्वनिमत और सदस्यों की गिनती के आधार पर होगा। ऐसा हुआ तो विप की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। इसके अलावा किसका चीफ विप प्रभावी होगा, यह केस सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।
उद्धव के सामने सबसे बड़ी चुनौती
बगावत के चलते सरकार गिरने के बाद उद्धव ठाकरे के पास सबसे बड़ी चुनौती पार्टी पर कंट्रोल की है। जिस पर उन्हें बागियों के नेता एकनाथ शिंदे से कड़ी टक्कर मिल रही है। शिवसेना के 55 में से 39 विधायक उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर चुके हैं। सभी बागी विधायक बीजेपी शासित तीन राज्यों में- गुजरात, असम और गोवा में 10 दिन के लंबे टूर के बाद मुंबई वापस आ गए हैं।
शिवसेना बनाम शिवसेना का मुकाबला
रविवार को जब विधानसभा का सत्र आयोजित होगा तो उद्धव कैंप तर्क देगा कि बागी विधायक उनके विप के आदेश का पालन करने को बाध्य हैं और जो साल्वी के पक्ष में वोट नहीं करेंगे, वह अयोग्यता का सामना करेंगे। वहीं शिंदे कैंप यह दावा करेगा कि वह अल्पमत वाले कैंप की ओर से जारी किए किसी विप को मानने के लिए बाध्य नहीं हैं। इसके चलते रविवार को महाराष्ट्र विधानसभा में सेना बनाम सेना का मुकाबला देखने को मिलेगा।
मुंबई लौटे बागी विधायक
एकनाथ शिंदे गुट के बागी विधायक शनिवार शाम गोवा से मुंबई लौट आए। सूत्रों ने बताया कि मुंबई पहुंचे बागी विधायक एक होटल में ठहरेंगे और रविवार को विशेष सत्र में हिस्सा लेंगे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के बागी विधायकों और निर्दलीय विधायकों का एक समूह शनिवार शाम एक विशेष विमान से गोवा से मुंबई के लिए रवाना हुआ था। डोना पाउला के एक होटल में गत 29 जून से डेरा डाले विधायक शिंदे के नेतृत्व में दो बसों में सवार होकर डाबोलिम हवाई अड्डे के लिए रवाना हुए थे। महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच बागी विधायक 29 जून को शिंदे के साथ गुवाहाटी से गोवा पहुंचे थे।
राजनीति की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – राजनीति
News
एमवीए की तरफ से राजन साल्वी
रविवार को होने वाले विधानसभा अध्यक्ष चुनाव में शिवसेना के उद्धव गुट के चीफ विप सुनील प्रमुख ने विधायकों को विप जारी कर दिया है। इसमें कहा गया है कि स्पीकर का चुनाव 3 और 4 जुलाई को होना है। राजन साल्वी ने शिवसेना से चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। इसलिए विधानसभा के सभी शिवसेना सदस्य पूरे चुनाव के दौरान सदन में मौजूद रहें।
किसका विप होगा प्रभावी?
जबकि एकनाथ शिंदे गुट ने विधायक भरत गोगावले को चीफ विप नियुक्त किया है। बताया जा रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव ध्वनिमत और सदस्यों की गिनती के आधार पर होगा। ऐसा हुआ तो विप की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। इसके अलावा किसका चीफ विप प्रभावी होगा, यह केस सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।
उद्धव के सामने सबसे बड़ी चुनौती
बगावत के चलते सरकार गिरने के बाद उद्धव ठाकरे के पास सबसे बड़ी चुनौती पार्टी पर कंट्रोल की है। जिस पर उन्हें बागियों के नेता एकनाथ शिंदे से कड़ी टक्कर मिल रही है। शिवसेना के 55 में से 39 विधायक उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर चुके हैं। सभी बागी विधायक बीजेपी शासित तीन राज्यों में- गुजरात, असम और गोवा में 10 दिन के लंबे टूर के बाद मुंबई वापस आ गए हैं।
शिवसेना बनाम शिवसेना का मुकाबला
रविवार को जब विधानसभा का सत्र आयोजित होगा तो उद्धव कैंप तर्क देगा कि बागी विधायक उनके विप के आदेश का पालन करने को बाध्य हैं और जो साल्वी के पक्ष में वोट नहीं करेंगे, वह अयोग्यता का सामना करेंगे। वहीं शिंदे कैंप यह दावा करेगा कि वह अल्पमत वाले कैंप की ओर से जारी किए किसी विप को मानने के लिए बाध्य नहीं हैं। इसके चलते रविवार को महाराष्ट्र विधानसभा में सेना बनाम सेना का मुकाबला देखने को मिलेगा।
मुंबई लौटे बागी विधायक
एकनाथ शिंदे गुट के बागी विधायक शनिवार शाम गोवा से मुंबई लौट आए। सूत्रों ने बताया कि मुंबई पहुंचे बागी विधायक एक होटल में ठहरेंगे और रविवार को विशेष सत्र में हिस्सा लेंगे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के बागी विधायकों और निर्दलीय विधायकों का एक समूह शनिवार शाम एक विशेष विमान से गोवा से मुंबई के लिए रवाना हुआ था। डोना पाउला के एक होटल में गत 29 जून से डेरा डाले विधायक शिंदे के नेतृत्व में दो बसों में सवार होकर डाबोलिम हवाई अड्डे के लिए रवाना हुए थे। महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच बागी विधायक 29 जून को शिंदे के साथ गुवाहाटी से गोवा पहुंचे थे।
News