Ruby Murder Case : एक मर्डर… दो थानेदार सस्पेंड और एसडीपीओ को शो कॉज, लेकिन अब तक भागलपुर का रूबी मर्डर केस नहीं पहुंचा अंजाम तक h3>
भागलपुर: लगभग दो वर्ष पुराने मधुसूदनपुर थानाक्षेत्र की रूबी देवी हत्याकांड मामले में रेंज डीआईजी विवेकानंद ने अब कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। वहीं इस कांड की उपेक्षा करने वाले कजरैली और मधुसूदनपुर के दोनों तत्कालीन थानेदारों को भागलपुर के रेंज डीआईजी ने पहले ही निलंबित कर दिया है। वहीं दोनों लापरवाह थानेदारों ने अब अपनी इसी लापरवाही से तत्कालीन एडीपीओ पूरन झा पर भी विभागीय गाज तय करा दी है। ऐसे में अब तत्कालीन एसडीपीओ पूरन झा पर भी इस कांड की गाज गिरी है। मामले में डीआईजी ने कड़े लहजे में कहा है कि दोषी पुलिसकर्मियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि तत्कालीन एसडीपीओ ने अनुसंधान में ससमय निर्णय नहीं लिया और कांड की उपेक्षा की है। उपेक्षा के आलोक में तत्कालीन एसडीपीओ पूरन झा पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी और उन्हें शोकॉज किया जा चुका है।
रूबी देवी हत्यकांड में शुरू से ही हुई लापरवाही
यहां आपको बता दें कि बीते 27 अक्टूबर 2020 को भागलपुर के मधुसूदनपुर थाना अंतर्गत नूरपुर निवासी शंभू शर्मा की पत्नी रूबी देवी का क्षत – विक्षत अवस्था में कजरैली थाना क्षेत्र के बेलसिरा स्थित बड़की नदी में मिला था। वहीं इसकी जानकारी मिलने के बाद रूबी देवी के पिता नरगा चौक निवासी भोला शर्मा ने चूड़ी और साड़ी के आधार पर उक्त शव को अपनी बेटी रूबी देवी का बताया था। लेकिन डीएनए जांच और पॉलीग्राफी टेस्ट के बहाने पूरे मामले को उलझाया गया। डीआईजी की मानें तो डीएनए रिपोर्ट आ चुका है और इसमें भी मृतक के पिता के दावों की पुष्टि हुई है। डीआईजी की मानें तो आरोपी से पूछताछ ही नहीं हुई तो फिर पॉलीग्राफी टेस्ट का क्या मतलब है।
पिता लगाते रहे गुहार लेकिन जिम्मेवारों ने जमकर की मनमानी !
मृतका के पिता ने उस समय कहा था कि उनके दामाद ने अपने घरवालों के साथ मिलकर उनकी बेटी की हत्या की है और शव को छिपाने की मंशा से कजरैली के बड़की नदी में फेंक दिया। मृतिका की हत्या कि आशंका को लेकर उन्होंने न्यायालय में एक सनहा भी दर्ज करवाया था। वहीं दूसरी ओर इस मामले में तत्कालीन सिटी एएसपी पुरण झा ने मृतका के पति शंभु शर्मा का पॉलिग्राफी टेस्ट कराने का आदेश दे दिया जबकि उनसे एक बार भी पुलिस द्वारा पूछताछ नहीं की गई थी।
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हत्यारों ने मृतिका रूबी देवी के शव को जल्द निपटाने के लिए किया था नमक का उपयोग ! कजरैली थाना क्षेत्र में महिला का शव मिलने के उपरांत चौकीदार के बयान पर अज्ञात के विरूद्ध हत्या का केस दर्ज किया गया था। महिला का शव करीब एक सप्ताह पुराना था। दावा किया गया था कि शव को गलाने के लिए पहले नमक दिया गया और उसके बाद घास और मिट्टी से ढंक दिया गया। जांच में खुलासा हुआ कि महिला का सिर और बाएं हाथ की कलाई कटी हुई थी। हत्या इतनी बेरहमी से की गई थी कि उनका पेट और सीना को भी चीर दिया गया था। दुर्गंध से आसपास के लोगों को शव होने की जानकारी मिली, जिसके बाद कजरैली पुलिस को सूचना दी गई थी।
रिपोर्ट- रुपेश कुमार झा
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यहां आपको बता दें कि बीते 27 अक्टूबर 2020 को भागलपुर के मधुसूदनपुर थाना अंतर्गत नूरपुर निवासी शंभू शर्मा की पत्नी रूबी देवी का क्षत – विक्षत अवस्था में कजरैली थाना क्षेत्र के बेलसिरा स्थित बड़की नदी में मिला था। वहीं इसकी जानकारी मिलने के बाद रूबी देवी के पिता नरगा चौक निवासी भोला शर्मा ने चूड़ी और साड़ी के आधार पर उक्त शव को अपनी बेटी रूबी देवी का बताया था। लेकिन डीएनए जांच और पॉलीग्राफी टेस्ट के बहाने पूरे मामले को उलझाया गया। डीआईजी की मानें तो डीएनए रिपोर्ट आ चुका है और इसमें भी मृतक के पिता के दावों की पुष्टि हुई है। डीआईजी की मानें तो आरोपी से पूछताछ ही नहीं हुई तो फिर पॉलीग्राफी टेस्ट का क्या मतलब है।
पिता लगाते रहे गुहार लेकिन जिम्मेवारों ने जमकर की मनमानी !
मृतका के पिता ने उस समय कहा था कि उनके दामाद ने अपने घरवालों के साथ मिलकर उनकी बेटी की हत्या की है और शव को छिपाने की मंशा से कजरैली के बड़की नदी में फेंक दिया। मृतिका की हत्या कि आशंका को लेकर उन्होंने न्यायालय में एक सनहा भी दर्ज करवाया था। वहीं दूसरी ओर इस मामले में तत्कालीन सिटी एएसपी पुरण झा ने मृतका के पति शंभु शर्मा का पॉलिग्राफी टेस्ट कराने का आदेश दे दिया जबकि उनसे एक बार भी पुलिस द्वारा पूछताछ नहीं की गई थी।
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हत्यारों ने मृतिका रूबी देवी के शव को जल्द निपटाने के लिए किया था नमक का उपयोग ! कजरैली थाना क्षेत्र में महिला का शव मिलने के उपरांत चौकीदार के बयान पर अज्ञात के विरूद्ध हत्या का केस दर्ज किया गया था। महिला का शव करीब एक सप्ताह पुराना था। दावा किया गया था कि शव को गलाने के लिए पहले नमक दिया गया और उसके बाद घास और मिट्टी से ढंक दिया गया। जांच में खुलासा हुआ कि महिला का सिर और बाएं हाथ की कलाई कटी हुई थी। हत्या इतनी बेरहमी से की गई थी कि उनका पेट और सीना को भी चीर दिया गया था। दुर्गंध से आसपास के लोगों को शव होने की जानकारी मिली, जिसके बाद कजरैली पुलिस को सूचना दी गई थी।
रिपोर्ट- रुपेश कुमार झा