अमरकंटक की वादियां, पातालपानी का वाटर फॉल और बाघों की दहाड़… मानसून में MP के इन पांच जगहों पर मिलेगा मारक आनंद

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अमरकंटक की वादियां, पातालपानी का वाटर फॉल और बाघों की दहाड़… मानसून में MP के इन पांच जगहों पर मिलेगा मारक आनंद

अमरकंटक की वादियां, पातालपानी का वाटर फॉल और बाघों की दहाड़… मानसून में MP के इन पांच जगहों पर मिलेगा मारक आनंद

अमरकंटक की हसीन वादियां, पातालपानी का वाटर फॉल, महेश्वर के खूबसूरत घात, बाघों की दहाड़ और झीलों में वोटिंग का आनंद लेना है तो मानसून में आप एमपी इन जगहों पर ट्रिप प्लान कर सकते हैं। तीन से चार दिन की छुट्टियों में यहां जाकर आपको मारक आनंद मिलेगा। साथ ही सुकून भी मिलेगा। मानसून के समय में अमरकंटक की वादियां जन्नत से कम नहीं लगती हैं। प्रकृति की सुंदरता यहां देखकर मन प्रफुल्लित हो उठेगा। महेश्वर के घाटों पर पर बैठकर मां नर्मदा को निहारेंगे तो अलग अनुभूति होगी। ऐसे ही एमपी के पांच खूबसूरत जगहों के बारे में हम आपको बताते हैं, जहां के लिए अपना मानसून ट्रिप आप प्लान कर सकते हैं।

प्रकृति की गोद में बसा अमरकंटक

एमपी के अनूपपुर जिले में स्थित अमरकंटक हिंदू धर्म का पवित्र स्थल है। साथ ही नर्मदा, सोन और जोहिला नदी का यह उदगम स्थल भी है। यहां विंध्य और सतपुड़ा की पहाड़ियों का मेल होता है। अमरकंटक से नर्मदा पश्चिम और सोन नदी पूर्व की तरहत बहती है। खूबसूरत झरने, पवित्र तालाब, ऊंची पहाड़ियां और शांति यहां आने वाले पर्यटकों को सुकून देती हैं। नेचर और धर्म से प्रेम करने वाले लोगों को यहां अलग आनंद मिलता है। भोपाल से अमरकंटक की दूरी 550 किमी है। जबलपुर से यहां की दूरी 250 किमी है। फ्लाइट से आने पर आपको जबलपुर या भोपाल आना होगा। यहां से ट्रेन और बस के जरिए आप जा सकते हैं।

अमरकंटक जाने पर पर्यटकों के लिए ढेर सारी जगहें हैं, जहां जाकर आपक घूम सकते हैं। इनमें नर्मदाकुंड और मंदिर, धुनी पानी, दूधधारा, कल्चुरी काल के मंदिर, सोनमुड़ा, मां की बगिया, कपिलधारा, कबीर चबूतरा, सर्वोदय जैन मंदिर और ज्वालेश्वर महादेव मंदिर है। इनमें धुनी पानी गर्म पानी का झरना है। दूधधारा में झरना है। ऊंचाई से गिरते इस झरने का जल दूध के समान प्रतीत होता है।

पातालपानी में दिखता है अद्भुत नजारा

पातालपानी एक सुंदर जलप्रपात है। प्राकृतिक सौंदर्य से ओतप्रोत यह वाटर फॉल इंदौर में स्थित है। इंदौर जाने वाले पर्यटकों के लिए यह बहुत ही खूबसूरत जगह है। पातालपानी तक जाने के लिए जो रास्ते हैं, वह हरियाली से भरी है। घुमावदार पहाड़ियां आपका मन मोह लेंगी। खूबसूरत वादियों को देखने के लिए मीटर गेज ट्रेन भी चलती है। इंदौर शहर से पातालपानी की दूरी करीब 35 किमी है। यहां आप प्राइवेट वाहन से भी जा सकते हैं।

महेश्वर के घाट

महेश्वर एमपी के खरगोन जिले में स्थित है। इंदौर से महेश्वर की दूरी करीब 90 किमी है। महेश्वर की स्थापना हैहयवंशी राजा सहस्त्रार्जुन ने की थी। नर्मदा नदी के किनारे पर बसा यह शहर धार्मिक और ऐतिहासिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है। इसके बारे में रामायण और महाभारत में उल्लेख है। महेश्वर में नर्मदा नदी के किनारे भव्य और सुंदर घाट बने हैं। इसकी खूबसूरती देखने दूर-दूर से पर्यटक आते हैं। कालांतर में अहिल्याबाई होल्कर की यह राजधानी रहा है। साथ ही महेश्वर की साड़ी भी दुनिया भर में प्रसिद्ध है। महेश्वर में नर्मदा किनारे घाटों पर अद्भुत आनंद मिलता है। घाटों पर कई बड़ी फिल्मों की शूटिंग भी हुई है।

भोपाल में भी काफी शानदार जगहें

पूरे देश में भोपाल की पहचान झीलों की नगरी के रूप में है। इनमें बड़ा तालाब काफी मशहूर है। श्यामला हिल्स के पास स्थित यह भारत की सबसे पुरानी झील है। कहा जाता है कि इसका निर्माण राजा भोज ने करवाया था। झील से कुछ ही दूरी पर इंदिरा गांधी जनजातीय संग्रहालय है, जहां जाकर आदिवासी संस्कृति के खूबसूरत रंग देख सकते हैं। पास में ही वन विहार है।

बाघों की दहाड़

देश में सबसे ज्यादा बाघ मध्यप्रदेश में रहते हैं। एमपी में कई टाइगर रिजर्व पार्क हैं। इनमें सतपुड़ा, बांधवगढ़, पेंच, कान्हा, रातापानी समेत कई पार्क हैं। जहां मानसून की शुरुआत में आप जाकर बाघों की दहाड़ सुन सकते हैं। ज्यादा बारिश शुरू होते ही ये टाइगर रिजर्व पार्क पर्यटकों के लिए बंद हो जाते हैं। ऐसे में अगर आप अभी ट्रिप प्लान करते हैं तो बाघों की दहाड़ सुन सकते हैं।

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