हिलसा के विकास पर करोड़ों खर्च पर प्रमुख सड़क छोड़ सभी बदहाल h3>
हिलसा के विकास पर करोड़ों खर्च पर प्रमुख सड़क छोड़ सभी बदहाल
मुख्य सड़क व गलियों में अतिक्रमण, दिनभर लगा रहता है जाम
26 वार्ड के विकास पर पांच साल में खर्च हो चुके हैं 85 करोड़
नहीं बदली गलियों व सड़कों की सूरत
फोटो:
हिलसा रोड: हिलसा रोड पर जाम।
हिलसा, निज प्रतिनिधि।
नगर परिषद द्वारा पांच साल में विकास के नाम पर करोड़ो खर्च हुए। मगर सड़क, गली समेत अन्य समस्याएं जस की तस ही नजर आती हैं। हाल के दिनों में हिलसा शहर के बीच से गुजरने वाली दोनों प्रमुख सड़कों की सूरत अवश्य बदली है। लेकिन, इसके अलावा लिंक पथ, गलियां, मुख्य सड़कें अब भी बदहाल हैं। गलियों की स्थिति बद से बदतर है। अतिक्रमण के कारण सड़क जाम और जलनिकासी की समस्या बनी हुई है।
नगर के कुल 26 वार्डों में विकास के नाम पर इन पांच सालों में 85 करोड़ से अधिक राशि खर्च हुई। लेकिन, शहरवासियों को कोई इसका विशेष लाभ नहीं मिला। आबादी बढ़ती गयी, भवन बनते गए, गलियां सिमटती गयी। रही सही कोर कसर हर घर नल जल योजना ने निकाल दी। हाल में बनी गलियों की आरसीसी ढलाई भी कई जगह तोड़ दी गयी। जो आत तक बदहाल ही है।
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अतिक्रमण व ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करने की वजह से दिनभर हिलसा बाजार आज भी जाम रहहता है। जाम से निजात के लिए नगर परिषद बस स्टैंड और पार्किंग बनी। इसके नाम पर हर साल सैरात के माध्यम से लाखों की वसूली हो रही है। बावजूद वाहन लगाने के लिए आजतक न तो कोई बस स्टैंड बना और न ही वाहन लगाने के लिये पार्किंग। इस कारण सड़कों पर ही बसें व अन्य वाहन लगते हैं। जिससे सड़क तो खराब होती ही है, जाम भी लगा रहता है।
बस स्टैंड बना, बावजूद सड़क पर लग रहे वाहन:
शहरवासी दीपक कुमार, शोभा कुमारी, कुंदन कुमार व अन्य ने बताया कि कई जगहों पर बड़े व भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया था। इसके लिये जगह जगह पर लोहा के बैरियर भी लगे थे। महज कुछ दिन में ही ये ध्वस्त हो गए। बैरियर हटा लिया गया। मई के पास बस स्टैंड बनाने के नाम पर गत साल लाखों खर्च हुआ। इसे फिर से ढाई करोड़ से बनाया जा रहा है। शहर में वाहन पार्किंग के लिए कोई जगह ही नहीं है।
बरसात के दिनों में गलियों व मुख्य सड़कों पर भर जाता है पानी:
इन सड़कों व गलियों के लिए जलनिकासी का सही से नहीं होना भी समस्या है। बरसात के दिनों में तो मुख्य सड़क समेत कई गलियों में पानी भर जाता है। नाले का गंदा पानी भी गलियों में ही भर जाता है। आर्य समाज रोड, स्टेशन रोड, योगीपुर रोड, दरगाह मोहल्ला, बिहारी रोड और तो और कोर्ट कैम्पस व अनुमण्डल कार्यालय, अस्पताल परिसर में भी जलजमाव हो जाता है। जिससे पानी निकलने के बाद ये सड़क व गलियों और बदहाल हो जाती हैं।
15 साल में प्रमुख सड़क छोड़ अन्य सड़क हुए बदहाल:
दरगाह मोहल्ला निवासी मो. मुन्ना फर्नांडीस, योगीपुर रोड निवासी रविन्द्र नाथ सेन, पंकज कुमार उर्फ रणधीर कुमार, बिहारी रोड निवासी अश्वनी कुमार गौरव, गांधी नगर निवासी रामाकांत शर्मा, भीम यादव व अन्य ने बताया कि कहने को तो हिलसा नगर परिषद है। लेकिन, नगर से बेहतर आज गांव की स्थिति है। पिछले 15 वर्षों में नगर क्षेत्र में प्रमुख सड़कों को छोड़कर कोई बदलाव नहीं हुआ है। गलियों की हालत पहले से जर्जर थी। इस बार नल जल योजना के कार्य से गलियों की स्थिति और खराब हो गयी। हल्की बारिश होने पर कीचड़ हो जाता है। जगह जगग गड्ढे हो जाते हैं।
खोरमपुर जाने का रास्ता जर्जर
नगर का सबसे पिछड़ा मोहल्ला खोरमपुर है। वहां के लोगों को आने जाने के लिए रास्ता भी नसीब नहीं है। अलबत्ता मोहल्ले की इक्का दुक्का गलियों की ढलाई अवश्य है। बाकी गलियों में आज भी हमेशा हमेशा घुटने भर कीचड़ सना रहता है। इस मोहल्ले तक जाने का कोई रास्ता सही नहीं है। कई बार श्रमदान व चंदा उगाही कर सड़क की मरम्मत हुई। लेकिन, नगर परिषद द्वारा आजतक सड़क नहीं बनाया जा सका है। नल जल लगाने के दौरान यहां की कई गलियों में जहां तहां गड्ढा भरा हुआ है। पाईप जमीन के ऊपर ही बिछाकर छोड़ दिया गया है। हाल यह है कि जहां तहां पाइप फटने से गलियों में ही पानी बहता रहता है। इससे गलियों की हालत और खराब होती जा रही है।
सूर्यमंदिर तालाब में गिर रहा आठ वार्डों का गंदा पानी:
हिलसा नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या 16 स्थित ऐतिहासिक धरोहर सूर्य मंदिर तालाब आज बदहाल हो चुका है। सड़क व नाले सही से नहीं होने के कारण इस तालाब में आठ वार्डों का गंदा पानी गिर रहा है। एक समय था कि यहां छठ व्रत करने के लिए अन्य राज्यों से सैकड़ों लोग आते थे। आज यहां पहले की तरह चहल पहल नहीं रहती है। पानी निकास वाली व सड़क बनने वाली जगह पर लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। सड़क की स्थिति ठीक नहीं रहने से यहां के 50 हजार लोगों को समस्याएं हो रही हैं।
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हिलसा के विकास पर करोड़ों खर्च पर प्रमुख सड़क छोड़ सभी बदहाल
मुख्य सड़क व गलियों में अतिक्रमण, दिनभर लगा रहता है जाम
26 वार्ड के विकास पर पांच साल में खर्च हो चुके हैं 85 करोड़
नहीं बदली गलियों व सड़कों की सूरत
फोटो:
हिलसा रोड: हिलसा रोड पर जाम।
हिलसा, निज प्रतिनिधि।
नगर परिषद द्वारा पांच साल में विकास के नाम पर करोड़ो खर्च हुए। मगर सड़क, गली समेत अन्य समस्याएं जस की तस ही नजर आती हैं। हाल के दिनों में हिलसा शहर के बीच से गुजरने वाली दोनों प्रमुख सड़कों की सूरत अवश्य बदली है। लेकिन, इसके अलावा लिंक पथ, गलियां, मुख्य सड़कें अब भी बदहाल हैं। गलियों की स्थिति बद से बदतर है। अतिक्रमण के कारण सड़क जाम और जलनिकासी की समस्या बनी हुई है।
नगर के कुल 26 वार्डों में विकास के नाम पर इन पांच सालों में 85 करोड़ से अधिक राशि खर्च हुई। लेकिन, शहरवासियों को कोई इसका विशेष लाभ नहीं मिला। आबादी बढ़ती गयी, भवन बनते गए, गलियां सिमटती गयी। रही सही कोर कसर हर घर नल जल योजना ने निकाल दी। हाल में बनी गलियों की आरसीसी ढलाई भी कई जगह तोड़ दी गयी। जो आत तक बदहाल ही है।
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अतिक्रमण व ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करने की वजह से दिनभर हिलसा बाजार आज भी जाम रहहता है। जाम से निजात के लिए नगर परिषद बस स्टैंड और पार्किंग बनी। इसके नाम पर हर साल सैरात के माध्यम से लाखों की वसूली हो रही है। बावजूद वाहन लगाने के लिए आजतक न तो कोई बस स्टैंड बना और न ही वाहन लगाने के लिये पार्किंग। इस कारण सड़कों पर ही बसें व अन्य वाहन लगते हैं। जिससे सड़क तो खराब होती ही है, जाम भी लगा रहता है।
बस स्टैंड बना, बावजूद सड़क पर लग रहे वाहन:
शहरवासी दीपक कुमार, शोभा कुमारी, कुंदन कुमार व अन्य ने बताया कि कई जगहों पर बड़े व भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया था। इसके लिये जगह जगह पर लोहा के बैरियर भी लगे थे। महज कुछ दिन में ही ये ध्वस्त हो गए। बैरियर हटा लिया गया। मई के पास बस स्टैंड बनाने के नाम पर गत साल लाखों खर्च हुआ। इसे फिर से ढाई करोड़ से बनाया जा रहा है। शहर में वाहन पार्किंग के लिए कोई जगह ही नहीं है।
बरसात के दिनों में गलियों व मुख्य सड़कों पर भर जाता है पानी:
इन सड़कों व गलियों के लिए जलनिकासी का सही से नहीं होना भी समस्या है। बरसात के दिनों में तो मुख्य सड़क समेत कई गलियों में पानी भर जाता है। नाले का गंदा पानी भी गलियों में ही भर जाता है। आर्य समाज रोड, स्टेशन रोड, योगीपुर रोड, दरगाह मोहल्ला, बिहारी रोड और तो और कोर्ट कैम्पस व अनुमण्डल कार्यालय, अस्पताल परिसर में भी जलजमाव हो जाता है। जिससे पानी निकलने के बाद ये सड़क व गलियों और बदहाल हो जाती हैं।
15 साल में प्रमुख सड़क छोड़ अन्य सड़क हुए बदहाल:
दरगाह मोहल्ला निवासी मो. मुन्ना फर्नांडीस, योगीपुर रोड निवासी रविन्द्र नाथ सेन, पंकज कुमार उर्फ रणधीर कुमार, बिहारी रोड निवासी अश्वनी कुमार गौरव, गांधी नगर निवासी रामाकांत शर्मा, भीम यादव व अन्य ने बताया कि कहने को तो हिलसा नगर परिषद है। लेकिन, नगर से बेहतर आज गांव की स्थिति है। पिछले 15 वर्षों में नगर क्षेत्र में प्रमुख सड़कों को छोड़कर कोई बदलाव नहीं हुआ है। गलियों की हालत पहले से जर्जर थी। इस बार नल जल योजना के कार्य से गलियों की स्थिति और खराब हो गयी। हल्की बारिश होने पर कीचड़ हो जाता है। जगह जगग गड्ढे हो जाते हैं।
खोरमपुर जाने का रास्ता जर्जर
नगर का सबसे पिछड़ा मोहल्ला खोरमपुर है। वहां के लोगों को आने जाने के लिए रास्ता भी नसीब नहीं है। अलबत्ता मोहल्ले की इक्का दुक्का गलियों की ढलाई अवश्य है। बाकी गलियों में आज भी हमेशा हमेशा घुटने भर कीचड़ सना रहता है। इस मोहल्ले तक जाने का कोई रास्ता सही नहीं है। कई बार श्रमदान व चंदा उगाही कर सड़क की मरम्मत हुई। लेकिन, नगर परिषद द्वारा आजतक सड़क नहीं बनाया जा सका है। नल जल लगाने के दौरान यहां की कई गलियों में जहां तहां गड्ढा भरा हुआ है। पाईप जमीन के ऊपर ही बिछाकर छोड़ दिया गया है। हाल यह है कि जहां तहां पाइप फटने से गलियों में ही पानी बहता रहता है। इससे गलियों की हालत और खराब होती जा रही है।
सूर्यमंदिर तालाब में गिर रहा आठ वार्डों का गंदा पानी:
हिलसा नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या 16 स्थित ऐतिहासिक धरोहर सूर्य मंदिर तालाब आज बदहाल हो चुका है। सड़क व नाले सही से नहीं होने के कारण इस तालाब में आठ वार्डों का गंदा पानी गिर रहा है। एक समय था कि यहां छठ व्रत करने के लिए अन्य राज्यों से सैकड़ों लोग आते थे। आज यहां पहले की तरह चहल पहल नहीं रहती है। पानी निकास वाली व सड़क बनने वाली जगह पर लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। सड़क की स्थिति ठीक नहीं रहने से यहां के 50 हजार लोगों को समस्याएं हो रही हैं।